Benefits of Whey Protein: बॉडी को फिट और हेल्दी बनाने में प्रोटीन की मुख्य भूमिका होती है। प्रोटीन न सिर्फ वजन को मेंटेन करने के लिए जरूरी होता है बल्कि इसके सेवन से मसल्स बनाने में भी मदद मिलती है। ज्यादातर लोग प्रोटीन के लिए सोया, चिकन, अंडे, दूध, पनीर और नट्स को अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से व्हे प्रोटीन पाउडर की डिमांड भी काफी बढ़ी है। व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल अधिकतर बॉडी बिल्डिंग करने और जिम जाने वाले लोग करते हैं। व्हे प्रोटीन एक प्रकार का सप्लीमेंट होता है जिसे खाने से बॉडी को ताकत मिलती है और न्यू मसल्स बिल्डअप होती हैं। इसे आसानी से अपनी डाइट में शामिल कर प्रोटीन की जरूरत को पूरा किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं व्हे प्रोटीन के फायदे और सेवन करने के तरीके के बारे में।
क्या है व्हे प्रोटीन :Whey Protein
दूध में दो प्रकार के प्रोटीन पाए जाते हैं, कैसीन और व्हे। व्हे प्रोटीन को दूध से अलग किया जा सकता है। चीज के साथ जो बायप्रोडक्ट निकलता है उसे व्हे प्रोटीन कहते हैं। इसे आम बोलचाल वाली भाषा में मट्ठा भी कहते हैं। व्हे प्रोटीन को प्योर प्रोटीन माना जाता है क्योंकि इसमें सभी 9 तरह के आवश्यक एमिनो एसिड पाए जाते हैं। जो लोग अपनी बॉडी को टाइट और मजबूत बनाना चाहते हैं वे व्हे प्रोटीन का नियमित सेवन करते हैं। व्हे प्रोटीन पाउडर को पानी, दूध, योगहर्ट्स और कई चीजों में डालकर डाइट में शामिल किया जा सकता है। इसमें मौजूद एलिमेंट्स मसल्स और बॉडी डेवलप करने में हेल्प करते हैं।
व्हे प्रोटीन के फायदे: Whey protein benefits in Hindi
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बॉडी को हेल्दी बनाए रखने के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। व्हे प्रोटीन में मौजूद एलिमेंट्स व्यक्ति को कई बीमारियों से बचाकर शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है। व्हे प्रोटीन के कई फायदे हैं जिसे जानकर शायद आपको हैरानी हो सकती है।
वजन को करता है मेंटेन
माना जाता है कि व्हे प्रोटीन का सेवन वजन बढ़ाने और मसल्स ग्रो करने के लिए किया जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि वजन घटाने के लिए भी शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जो हमें व्हे प्रोटीन से मिल सकती है। व्हे प्रोटीन के नियमित सेवन से भूख को शांत रखने और क्रेविंग से बचा जा सकता है। हालांकि, प्रोटीन को लेने के साथ नियमित एक्सरसाइज करना भी जरूरी होता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
डायबिटीज के मरीजों को भी अपनी डाइट में मुख्य रूप से व्हे प्रोटीन को शामिल करना चाहिए। व्हे प्रोटीन इंसुलिन को सक्रिय करने का काम करता है और ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। इससे डायबिटीज की वजह से हो रहे मसल्स डैमेज को भी कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज पेशेंट्स को व्हे प्रोटीन लेने के साथ फिजिकल एक्टिविटी पर भी फोकस करना होगा।
बढ़ाता है इम्यूनिटी
व्हे प्रोटीन में भरपूर मात्रा में अमीनो एसिड सिस्टीन होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। ये ग्लूटाथियोन के स्तर को बढ़ाता है जो कि एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट होता है। ग्लूटाथियोन बीमारियों और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
हार्ट के लिए हेल्दी
हार्ट को हेल्दी बनाने के लिए भी व्हे प्रोटीन का सेवन किया जा सकता है। व्हे प्रोटीन को हार्ट से संबंधित डिजीज को दूर करने के लिए उपयोगी माना जाता है। इसमें ल्यूटिन होता है जो हार्ट डिजीज को कम करने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से हार्ट को मजबूत बनाया जा सकता है।
मसल्स बिल्डअप
कमजोर और डैमेज मसल्स को रिकवर करने और मजबूत बनाने में प्रोटीन की भूमिका अहम मानी जाती है। खासकर जिम यूजर और एथलीट को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेना चाहिए। मसल्स बिल्डअप करने के लिए व्हे प्रोटीन का सहारा लिया जा सकता है। ये बेहद फायदेमंद सप्लीमेंट होता है।
हड्डियां होती हैं मजबूत
व्हे प्रोटीन में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करती हैं। दूध, केला और अंडे के अलावा आप व्हे प्रोटीन के सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा कर सकते हैं।
व्हे प्रोटीन के नुकसान– Whey Protein side effects in Hindi
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व्हे प्रोटीन के फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं। ये जरूरी नहीं कि व्हे प्रोटीन हर किसी के शरीर पर समान असर दिखाए इसलिए किसी तरह की समस्या होने पर चिकित्सक से अवश्यक संपर्क कर लें।
मुंहासे की समस्या
वैसे तो व्हे प्रोटीन में फैट की मात्रा काफी कम होती है लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन के बाद मुंहासे की समस्या हो सकती है। मुंहासे होने पर इसका सेवन कम या बंद कर देना ही समझदारी होगी।
किडनी पर असर
व्हे प्रोटीन का अधिक सेवन आपकी किडनी को प्रभावित कर सकता है। प्रोटीन को खाली पेट लेने से किडनी में पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है। जिन लोगों को पहले से किडनी से संबंधित समस्या हो उन्हें इसका सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
पाचन संबंधित समस्या
खाली पेट व्हे प्रोटीन का सेवन करने से कब्ज की समस्या हो सकती है। व्हे प्रोटीन में मौजूद अधिक प्रोटीन डाइजेस्टिव सिस्टम के काम को स्लो बनाता है जिस वजह से अपच, गैस और कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है।
बढ़ सकती है अर्थराइटिस
व्हे प्रोटीन में अमीनो एसिड की मात्रा अधिक होती है जिसकी वजह से जोड़ों का दर्द और अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। घुटने और जोड़ों के दर्द वाले लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। हो सके तो डॉक्टर की सलाहनुसार ही व्हे प्रोटीन का सेवन करें।
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कैसे बनाया जाता है व्हे प्रोटीन
गाय में दूध में प्राकृतिक रूप से व्हे प्रोटीन पाया जाता है। व्हे प्रोटीन पाउडर को बनाने के लिए दिन में दो से तीन बार गायों को विशेष मिल्किंग पार्लर में लाया जाता है जहां गायों का दूध मशीनों द्वारा निकाला जाता है। फिर दूध को दुग्ध फॉर्म से मैन्युफैक्चरिंग और प्रोसेस केंद्र में लाया जाता है, जहां बड़े टैंको में दूध को रखा जाता है। इस टैंक में लगभग 50,000 गैलन्स तक दूध को जमा किया जा सकता है। प्रोसेस केंद्र पर दूध पहुंचने पर इसकी जांच की जाती है। इसमें से कैसीन और व्हे प्रोटीन को अलग किया जाता है। दूध में 80 प्रतिशत कैसीन और 20 प्रतिशत व्हे प्रोटीन होता है। व्हे प्रोटीन का उत्पादन करने के लिए कुछ एंजाइम्स के मिलाया जाता है। एंजाइम्स दूध में से दही व चीज जैसे घटकों को अलग कर देते हैं। चीज बनाते समय व्हे प्रोटीन तरल पदार्थ के रूप में निकलता है। फिर इसे माइक्रोफिल्ट्रेशन और आयन एक्सचेंज विधि द्वारा तैयार किया जाता है।
व्हे प्रोटीन का सेवन कब और कैसे करें: Whey Protein Use in Hindi
व्हे प्रोटीन का सेवन दिन में दो बार किया जा सकता है। जो लोग जिम या वर्कआउट करते हैं उन्हें इसका सेवन इंस्ट्रक्टर के दिशानिर्देश अनुसार करना चाहिए। अधिकांश लोग एक्सरसाइज करने के बाद ही इसका सेवन करना पसंद करते हैं। व्हे प्रोटीन को पानी और दूध किसी में भी मिलाकर पी सकते हैं। व्हे प्रोटीन के डिब्बे पर इसके सेवन से संबंधित निर्देश लिखे होते हैं जिसे आप फॉलो कर सकते हैं। वैसे आप व्हे प्रोटीन के 1-2 चम्मच दूध में डालकर ले सकते हैं। यदि आप व्हे प्रोटीन लेना शुरू कर रहे हैं तो उससे पहले डॉक्टर से अवश्य बात कर लें। इसके अलावा किसी अच्छी रेपुटेड कंपनी का ही व्हे प्रोटीन लें ताकि किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
भारत में व्हे प्रोटीन के प्राइस– Whey Protein Price in Hindi
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भारत में कई कंपनियां व्हे प्रोडक्ट का निर्माण करती हैं। जिसमें ऑप्टीमम न्यूट्रीशन गोल्ड स्टेंडर्ड प्रोटीन पाउडर, ओजीवा प्रोटीन एंड हर्ब्स और बिग मसल्स न्यूट्रिशन प्रीमियम गोल्ड व्हे प्रोटीन मुख्य रूप से पसंद किए जाते हैं। इनकी प्राइस 1600 से 6000 रुपए प्रति किलोग्राम तक है। इसके अलावा ये कई फ्लेवर में भी उपलब्ध हैं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Grehlaxmi इनकी पुष्टि नहीं करता. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
FAQ | क्या आप जानते हैं
व्हे प्रोटीन में क्या-क्या मिलाया जाता है ?
प्रोटीन की कमी से कौन से रोग होते हैं ?
सबसे ज्यादा प्रोटीन वाली दाल कौन सी है ?
वजन बढ़ाने में कौन सा प्रोटीन फायदेमंद है ?
1 महीने में 10 किलो वजन कैसे बढ़ाएं ?
प्रोटीन पाउडर से मोटे होते हैं क्या ?