Human Body Energy: हिंदू और यौगिक फिलॉसफि के अनुसार ऊर्जा चक्रोँ को ह्यूमन बॉडी के अंदर स्पिरिचुअल पॉवर का केंद्र माना जाता है I चक्र शब्द का अर्थ होता है ‘सर्कल’ जो दर्शाता है कि एनर्जी इन केंद्रों से होकर फ्लो करती है I पूरी ह्यूमन बॉडी में कई चक्र होते हैं पर इनमें से मुख्य सात चक्र होते हैं जो स्पाइन के साथ अलाइन होते हुए सिर तक जाते हैं I
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रूट चक्र

रूट चक्र स्पाइन की बेस पर स्थित होता है I यह चक्र सेफ्टी और सिक्योरिटी की भावनाओं से जुड़ा हुआ होता है और इसमें प्रॉब्लम होने से इनसिक्योरिटी और खालीपन की भावनाए पैदा हो सकती हैं I इस चक्र को बैलेंस करने के लिए कुछ ऐसी एक्टिविटीज करने की सलाह दी जाती है जैसे कि घास पर नंगे पैर चलना, या फिर सुबह के समय, ब्रह्म मुहूर्त में मेडिटेशन आदि करना I
त्रिक चक्र

त्रिक चक्र पेट के नीचे वाले हिस्से में, नाभि के पास होता है I यह व्यक्ति के इमोशंस, क्रिएटिविटी और फीलिंग्स को बैलेंस करता है I जब त्रिक चक्र ब्लॉक हो जाता है, तो लोग खुद से डिटैच महसूस करते हैं और अपने इमोशंस को महसूस और व्यक्त नही कर पाते हैं I इस चक्र को बैलेंस करने के लिए डांस, आर्ट और अपनी ही आवाज का आनंद लेने जैसी सिंपल एक्टिविटीज करने से फायदा मिलता है I
सोलर प्लैक्सस चक्र

सोलर प्लैक्सस चक्र, अप्पर एब्डोमेन (पेट के ऊपरी हिस्से) के चारों ओर स्थित होता है I यही चक्र निर्धारित करता है कि आप अपनी लाइफ और अपनी सिचुएशंस में कितने कॉन्फिडेंट, बोल्ड और दृढ हैं I यह चक्र आपकी पर्सनल पावर और सेल्फ एस्टीम से भी जुड़ा हुआ होता है I ऐसा माना जाता है कि जब यह चक्र ब्लॉक हो जाता है तो व्यक्ति लो सेल्फ एस्टीम का अनुभव करता है और वह जीवन में नई चीजें शुरू करने में झिझकता और शर्माता है I इस चक्र को बैलेंस करने के लिए उन एक्टिविटीज में पार्ट लेना चाहिए जो कॉन्फिडेंस बढ़ाने में मदद करती हैं I अपने जीवन में हैल्दी बाउंड्रीज़ सेट करें और सेल्फ केयर प्रेक्टिस करें I
हार्ट चक्र

हार्ट चक्र चेस्ट के सेंटर में दिल के करीब होता है I यह प्यार, करुणा और क्षमा की भावनाओं से जुड़ा होता है I जब किसी व्यक्ति का हृदय चक्र इनएक्टिव होता है तो वह स्नेह की भावनाओं को समझ नहीं पाता है I वह खुद को अलग कर लेता है और किसी से भी इंटीमेसी नही रखना चाहता है I इस चक्र को बैलेंस करने के लिए लोगों को दयालु बनने, कृतज्ञता व्यक्त करने और दूसरों के साथ दिल खोलकर बातचीत करने की सलाह दी जाती है I
कंठ चक्र

कंठ में स्थित यह चक्र कम्युनिकेशन के लिए जिम्मेदार होता है I जिस व्यक्ति का यह चक्र ब्लॉक होता है वह खुद को स्पष्ट रूप से एक्सप्रेस नहीं कर पाता है I इसके कारण जहां क्लियर कम्युनिकेशन या अपने आप को व्यक्त करना जरूरी होता है, वह मात खा जाता है I कंठ चक्र को एक्टिवेट करने के लिए लोगों को उन एक्टिविटीज में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है जिसमें बातचीत और कम्युनिकेशन की आवश्यकता होती है I ग्रुप में डिस्कशन करना, स्पीच या डिबेट में भाग लेना या फिर फिर सिंगिंग और एक्सप्रेशन सहायक होते हैं I
अजना या थर्ड आई चक्र

अजना या फिर थर्ड आई चक्र एक व्यक्ति की दोनों आइब्रोज के ठीक बीच में होता है I यह चक्र इनट्यूशन, ज्ञान और आंतरिक दृष्टि से जुड़ा हुआ होता है I जिस व्यक्ति का अजना चक्र ब्लॉक होता है उसे जीवन में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है खासकर जब पूर्व निर्णय लेने की बात आती है I ऐसे व्यक्ति में नियमित रूप से सिर दर्द और आंखों में दर्द की समस्या देखी गई है I इस चक्र को संतुलित करने के लिए ध्यान, दर्शन और नेचर के साथ समय बिताने जैसी एक्टिविटीज करने से मदद मिलती है और आप अपने इनर गाइड से कनेक्ट हो पाते हैं I
क्राउन चक्र

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क्राउन चक्र सर के टॉप पर स्तिथ होता है I यह व्यक्ति के स्पिरिचुअल कनेक्शन, ज्ञानोदय और ईटरनल यूनिवर्स के साथ आपकी एकता को दर्शाता है I जब यह चक्र असंतुलित हो जाता है तो व्यक्ति अपने आप को दुनिया से दूर महसूस करने लगता है और उसे अपने उद्देश्य में कोई इंटरेस्ट नहीं रह जाता है I वह अलग, जीवन के बारे में कन्फ्यूज्ड महसूस करता है I जीवन को संतुलित करने के लिए इस चक्र को संतुलित करना बहुत जरूरी है I इस चक्र को संतुलित करने के लिए व्यक्ति को ऐसे काम करने चाहिए जिससे वह स्पिरिचुअल रूप से हैल्दी बने I प्रार्थना करना, मौन में बैठना, ध्यान करना आदि से क्रॉउन चक्र को एक्टिवेट करने में मदद मिलती है I

