Planet Transit February 2025
Planet Transit February 2025

February 2025 Grah Gochar: फरवरी 2025 का महीना ग्रह-गोचर की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस महीने कई महत्वपूर्ण ग्रह राशि बदलने वाले हैं, जिसका प्रभाव कई राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों के लिए ग्रहों का गोचर शुभ फलदायी साबित होगा तो वहीं कुछ को सावधानी बरतने की जरूरत रहेगी। बता दें कि इस महीने ग्रहों के राजा सूर्य से लेकर सेनापति मंगल और राजकुमार बुध सहित कई ग्रह गोचर करने वाले हैं। आइए जानते हैं फरवरी में कब किस ग्रह का होगा गोचर।

बता दें कि निश्चित समय अवधि में सभी ग्रह राशि परिवर्तन या गोचर करते हैं। गोचर शब्द गम् धातु से बना है जिसका अर्थ होता है चलने वाला। गोचर में ‘चर’ का शब्द होता है गति में होना। इस तरह ग्रहों के गोचर का अर्थ होता है किसी ग्रह का निरंतर चलना। ज्योतिष शास्त्र में मुख्य रूप से नौ ग्रहों का उल्लेख मिलता है। ब्रह्मांड में स्थित ये ग्रह अपनी-अपनी दूरी पर गति से निरंतर भ्रमण करते रहते हैं और निश्चित समयावधि में एक राशि की यात्रा पूरी कर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। ग्रहों के इसी प्रकार राशि परिवर्तन बदलने की प्रक्रिया को ही गोचर कहा जाता है। गोचर का प्रभाव राशियों के साथ ही देश-दुनिया, व्यापार आदि को भी प्रभावित करता है। कई बार ग्रहों के गोचर के दौरान युति भी बनती है, जिसका शुभ-अशुभ प्रभाव भी राशियों पर पड़ता है।

ग्रहों का भ्रमण काल

orbital period of planets
orbital period of planets

जैसा कि हमने बताया कि सभी ग्रह एक निश्चित समय पर गोचर करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्रह के भ्रमण काल या गोचर करने की अवधि क्या होती है? बता दें कि सूर्य, शुक्र, बुध का भ्रमण काल लगभग एक माह का होता है। वहीं चंद्रमा सबसे कम समय में राशि बदलता है। चंद्रमा सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करता है। वहीं मंगल का गोचर लगभग 57 दिनों में होता है। गुरु का गोचर एक वर्ष, राहु-केतु का डेढ़ वर्ष और शनि का भ्रमण काल ढाई वर्ष का होता है। नवग्रहों में शनि सबसे मंद गति में से चलने वाले ग्रह हैं। इसलिए इनका गोचर ढाई वर्ष में होता है।

फरवरी महीने में होने वाले ग्रह-गोचर

Grah Gochar Feb 2025
Grah Gochar Feb 2025

बुध गोचर:- ज्योतिष में बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। 11 फरवरी को बुध मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। बता दें कि मकर और कुंभ दोनों शनि के स्वामित्व वाली राशि है। ऐसे में कुंभ शनि की राशि से निकलकर शनि की राशि में ही प्रवेश करेंगे। बुध का यह गोचर दोपहर 12 बजकर 58 मिनट पर होगा। कुंभ राशि में प्रवेश कर बुध 26 फरवरी तक रहेंगे और इसके बाद 27 फरवरी को मीन राशि में प्रवेश करेंगे।

सूर्य गोचर 2025: –बुध के बाद ग्रहों के राजा सूर्य भी राशि परिवर्तन करेंगे। 12 फरवरी 2025 को सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। बता दें कि सूर्य जिस राशि में जिस दिन प्रवेश करते हैं, उस दिन उस राशि के नाम की संक्रांति होती है। ऐसे में 12 फरवरी को कुंभ संक्रांति मनाई जाएगी। साथ ही इसी दिन माघ पूर्णिमा भी रहेगी। महाकुंभ में माघी पूर्णिमा पर शाही स्नान किया जाएगा। इसलिए सूर्य का गोचर धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहने वाला है।

मंगल मार्गी:- मंगल को सभी ग्रहों में सबसे शक्तिशाली ग्रह कहा जाता है जोकि ऊर्जा, साहस, शौर्य और पराक्रम के कारक हैं। मंगल फिलहाल वक्री अवस्था में है और फरवरी में मार्गी हो जाएंगे। मार्गी होकर मंगल शत्रु राशि मिथुन राशि में गोचर करेंगे। 24 फरवरी की सुबह 7 बजकर 27 मिनट पर मंगल मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। बता दें कि किसी ग्रह के मार्गी होने का अर्थ होता है सीधी चाल चलना।

शनि अस्त:- शनि का राशि परिवर्तन ढाई वर्षो में होता है। साल 2025 में शनि 29 मार्च 2025 को मीन राशि में गोचर करने वाले हैं। लेकिन गोचर से पहले फरवरी महीने में शनि अस्त होने जा रहे हैं। 28 फरवरी शाम 7 बजकर 06 मिनट पर शनि अस्त होंगे।

मैं मधु गोयल हूं, मेरठ से हूं और बीते 30 वर्षों से लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है और हिंदी पत्रिकाओं व डिजिटल मीडिया में लंबे समय से स्वतंत्र लेखिका (Freelance Writer) के रूप में कार्य कर रही हूं। मेरा लेखन बच्चों,...