परफ़ेक्ट वॉल आर्ट के लिये फॉलो करें ये 5 वास्तु टिप्स
अगर आप घर की दीवारों का डेकोरेशन वास्तु के हिसाब से करेंगे तो आपके घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और सुख-स्मृद्धि रहेगी।
Wall Art Vastu: घर एक जैसी जगह है जहां सबसे ज्यादा शांति और सुकून की अनुभूति होती है। इसलिए लोग अपने घर को बहुत ख़ूबसूरती से सजाते हैं। इस डेकोरेशन में घर की दीवारों का भी बहुत महत्व होता है इसलिए इन्हें सजाते समय बहुत सी बातों का ध्यान रखना ज़रूरी होता है। अगर आप भी अपने घर के वॉल आर्ट को लेकर परेशान हैं तो बस कुछ आसान सी वास्तु टिप्स फॉलो करें फिर देखें कितना परफ़ेक्ट होगा आपका वॉल डेकोरेशन। जानते हैं इन टिप्स के बारे में-
सकारात्मक छवियां लगाएं

वास्तु के हिसाब घर की दीवार पर ऐसी कलाकृति लगाने से बचें जो उदासी, क्रोध या संघर्ष जैसी नकारात्मक भावनाओं को दर्शाती हो, क्योंकि ये घर में अवांछित ऊर्जा ला सकती है। इनकी जगह खुशी और शांति की थीम वाली छवियों का चयन करें। प्राकृतिक सौन्दर्य जैसे साफ नीला आसमान, शांत झील या खिलते हुए फूल की पिक्चर लगायें इससे घर में शांति और सद्भाव आता है। पेड़, पौधे और जानवरों की छवियाँ भी एक बढ़िया विकल्प हो सकती हैं।
सही दिशा का चयन
घर की प्रत्येक दिशा का अपना महत्व है। सही दिशा में सही कलाकृति लगाने से पॉजिटिव ऊर्जा का घर में संचार होता है। सूर्योदय, पक्षियों या पौधों की छवियों के लिए पूर्व की दीवार को शुभ माना जाता है। इससे स्वास्थ्य सही रहता है और आध्यात्मिक विकास बढ़ता है। डार्क रंगों की कलाकृति को दक्षिण दिशा की दीवार में लगाना से बचना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मकता आ सकती है। उत्तर की दिशा में नदियों या झरनों की छबी लगानी चाहिए।
सही रंगों का चयन

रंगों का जीवन में बहुत महत्व होता है। वास्तु के हिसाब से सही रंगों का चयन करने से घर में ख़ुशहाली आ सकती है। लिविंग रूम में सबके मिलने की जगह होती है। यहाँ सफेद, बेज या पेस्टल जैसे हल्के और शांत रंग सबसे उपयुक्त हैं। इससे घर में शांति रहती है। बेडरूम, आराम के लिए है। यहाँ हल्के नीले, गुलाबी या लैवेंडर जैसे कोमल, सुखदायक रंग होने चाहिए। या नारंगी जैसे चमकीले, बोल्ड रंग आराम की ऊर्जा को बाधित कर सकते हैं। डाइनिंग लाल में और पीले जैसे रंगों का इस्तेमाल करें।
प्रकृति के तत्वों को संतुलित रखें
वास्तु शास्त्र में पांच तत्वों- पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और क्षितिज का बहुत महत्व है। सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए हमें ऐसा वॉल आर्ट चुनना चाहिए जिसमें ये पाँचों तत्व संतुलित हों। उत्तर की दिशा में महासागरों, नदियों या झरनों की पेंटिंग लगायें, क्योंकि वे समृद्धि और प्रचुरता से जुड़े हैं। पृथ्वी जैसे पहाड़ों की पिक्चर्स दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम कोने के लिए उपयुक्त हैं, जो स्थिरता और ताकत को बढ़ावा देते हैं। वायु तत्व, जैसे पक्षियों की छवियों को पूर्व या उत्तर-पूर्व में रखा जाना चाहिए।
कलाकृतियों का साइज

वास्तु में दीवार का आकार भी महत्व रखता है। कलाकृति दीवार और कमरे के आकार के अनुपात में होनी चाहिए। छोटे कमरे में बड़े आकार की कलाकृतियाँ जगह को घेर सकती हैं, जबकि एक बड़े कमरे में छोटी कलाकृतियाँ महत्वहीन लग सकती हैं। लिविंग रूम में बड़ी पेंटिंग्स लगा सकते हैं लेकिन बेडरूम में ज्यादा बड़ी कलाकृतियाँ लगाने से बचें।
तो, आप भी अपने घर के वॉल आर्ट के लिये इन वास्तु टिप्स को ज़रूर फॉलो करें।
