Migraine Treatment
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Migraine Treatment: माइग्रेन एक सिरदर्द का रोग है, जो आमतौर पर सिरदर्द एक हिस्से को प्रभावित करता है। ये पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है, इसको न्यूरोवेस्कुलर डिसऑर्डर माना जाता है। माइग्रेन की समस्या होने पर व्यक्ति को उल्टी, बेचैनी और रोशनी के प्रति सेंसेटिविटी होने लगती है। माइग्रेन की समस्या होने पर समान्य दवाइयां काम नहीं करती। ये सिरदर्द सारा दिन या फिर 72 घंटे तक भी होता रहता है। 72 घंटे से अधिक चलने वाले माइग्रेन को स्टेटस माइग्रेनॉसेस कहा जाता है।

माइग्रेन के कारण

Migraine Treatment
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माइग्रेन का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन इसे वातावरण और आनुवांशिक कारक का विषय माना गया है। सरल शब्दों में, अपने आस-पास होने वाली समस्याएं, व्यवहारिक गतिविधियां या पारिवारिक झगड़ों की वजह से होने वाले स्ट्रेस जो लगातार मन को अशांत रखते है। आसपास लगातार चलने वाली मशीनें, उनका शोर या अन्य कारक भी आदि भी माइग्रेन के कारण बन सकते हैं।

माइग्रेन के घरेलू उपचार

माइग्रेन का घरेलू उपचार करने से पहले जरूरी है कि आप डाइट और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करें। अगर आप खुद से इलाज करना चाहें तो सबसे पहले अपने आप को अनुशाषित कीजिये जिसमें-

  • सुबह सूर्योदय से पहले उठना।
  • योगा, सैर, प्राणायाम व व्यायाम करना, जिससे मस्तिष्क को ऑक्सीजन पूर्ण रूप से मिलता रहे।
  • अपने आपको काम में व्यस्त रखें।
  • बाहरी शोर व तेज रोशनी से दूर रहे।
  • मन को शांत रखें।
  • सोने से पहले पैर धोकर व सिर और गर्दन की हल्की मालिश करें।
  • हर्बल खुशबू वाले एसेंशियल ऑयल को घर पर डिफ्यूजर में डाल के रखें जो मस्तिष्क को आराम दे।

माइग्रेन अटैक से बचने के लिए क्या खाएं

ड्रिंक: डिहाइड्रेशन भी माइग्रेन का कारण बन सकता है, इसलिए पानी की कमी न होने दें। भरपूर मात्रा में पानी पीएं। पानी की कमी माइग्रेन अटैक को ट्रिगर कर सकती है।

केले खाएं: केला सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। केले में पोटेशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है। पोटेशियम रिच फूड खाने से हाई बीपी भी कंट्रोल में रहता है।

सी फूड्स: सी फूड्स के सेवन से माइग्रेन का खतरा कम हो जाता है। इसमें पाया जाने वाला आवश्यक पोषक तत्व ओमेगा-3 फैटी एसिड माइग्रेन के लिए फायदेमंद साबित होता है। अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं, तो हफ्ते में दो बार सी फूड्स का सेवन अवश्य करें। इसके अलावा, हरी सब्जियां और विटामिन-सी रिच फल का सेवन कर सकते हैं।

अदरक: माइग्रेन की समस्या में अदरक का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। माइग्रेन के मरीजों होनी डाइट में अदरक शामिल करना चाहिए। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो माइग्रेन के दर्द से राहत पहुंचाने में मददगार है। माइग्रेन में उल्टी या मितली की समस्या हो सकती है, जिसमें अदरक का सेवन करने से राहत मिलती है।

नट्स: नट्स हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। नट्स का सेवन माइग्रेन के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। माइग्रेन की समस्या से निपटने के लिए अपनी डाइट में बादाम, काजू और अखरोट जैसे नट्स शामिल कर सकते हैं। नट्स का सेवन करने से सिरदर्द को कम करने और माइग्रेन के मरीजों की परेशानियों को घटाने में मदद मिलती है।

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इनसे बनाएं दूरी

चाय और कॉफी ना लें

चाय और कॉफी पीने से तनाव कम होता है। साथ ही इससे आपको ताजगी का भी अहसास भी होता है। हालांकि, माइग्रेन के मरीजों को चाय और कॉफी नहीं पीनी चाहिए। चाय और कॉफी में कैफीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे माइग्रेन में राहत नहीं मिलती है, बल्कि इससे माइग्रेन की समस्या बढ़ती है।

शराब का सेवन न करें

शराब सेहत के लिए किसी भी लिहाज से सही नहीं है। इसमें अल्कोहल प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। खासकर, माइग्रेन के मरीजों को शराब नहीं पीनी चाहिए। इससे माइग्रेन बढ़ सकता है।