जो लोग माइग्रेन का दर्द झेल चुके हैं कि इस बीमारी में सिर में कितना दर्द होता है। मइग्रेन कई तरह के तनाव पैदा करने वाली स्थितियों की वजह से शुरू होता है। वैसे जो लोग माइग्रेन से परेशान हैं, उनके लिए खुशी की बात ये है कि विशेषज्ञों के अनुसार लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव लाकर आप माइग्रेन अटैक्स को 70फीसदी कम कर सकते हैं।
1. वक्त के बनें पाबंद
अपने सोने और खाने के समय में बदलाव न होने दें। कोशिश करें कि आपका शेड्यूल कभी भी चेंज न हो। थोड़े-थोड़े अंतराल पर हल्का-फुल्का खाएं और ज्यादा देर तक भूखे न रहे।
2. धूप से हो सकती है दिक्कत
मौसम में अचानक बदलाव से बचना चाहिए। बहुत ठंडे से बहुत गर्मी में जाना माइग्रेन का दर्द बढ़ा सकता है।कई ऑफिस जाने वालों को सिर्फ इसलिए माइग्रेन होता है कि वो ए सी से निकलकर धूप में लंच करने जाते हैं। एसी से सीधे धूप में जाने के पहले ऐसी जगह खड़े हो जहां का टेम्परेचर सामान्य हो। पानी पीने से बॉडी का तापमान भी सामान्य होता है।
3. पानी पीना न भूलें
एयर कंडीशनर के अंदर रहने की वजह से भी शरीर में पानी की कमी होने लगती है। डीहाइड्रेशन की वजह से भी माइग्रेन का दर्द उठता है। अपने आसपास एक लीटर पानी का बॉटल रखें और पानी पीते रहे।
4. रिलैक्स रहें
दिनभर में सिर्फ आधा घंटा अपने लिए और अपने माइंड के सिए समय निकालें। रिलैक्स माइंड होने से माइग्रेन जैसी समस्या से राहत मिलती है। माइंड को रिलैक्स रखने के लिए प्राणायाम, म्यूज़िक और एक्सरसाइज़ असरदार हैं। यानी आपको कोई ऐसा काम करना है जिसमें परेशान करने वाले विचार न आए। एरोबिक्स जैसा कोई भी एक्सरसाइज़ जिसमें रक्त का प्रवाह बढ़ता हो वह माइग्रेन से व्यक्ति को दूर रखने में सक्षम है।
5. स्क्रीन टाइम कम करें
लैपटॉप, टीवी, टैब, मौबाइल पर कम समय व्यतीत करें क्योंकि विशेषज्ञों का मानना है कि स्क्रीन टाइन अधिक होने की वजह से कई नए लोगों में माइग्रेन की समस्या शुरू हो जाती है।
इन बातों का भी रखें ख्याल…
6. फास्टिंग न करें और खाने में कैफीन यानी चाय, कॉफी आदि कम करें। मछली, चॉकलेट, चीज़ आदी का सेबन भी कम करने से माइग्रेन नियंत्रित रहता है।
7. सीधा खड़े रहें क्योंकि गलत बॉडी पोश्चर भी माइग्रेन को बढ़ावा देता हा।
8. सोने और जागने का रुटीन हमेशा एक जैसा रखें। ज्यादा सोना या कम सोना दोनों ही इस दर्द को बुलावा भेजने वाले हैं।
