भारत में योग को लगभग पांच हजार साल पुरानी एक मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक प्रथा के रूप में देखा गया है। यह हमारी संस्कृति का प्राचीन काल से ही काफी महत्पपूर्ण हिस्सा रहा है। किंतु पिछले कुछ सालों से अपने देश के लोगों के साथ-साथ विदेश के लोगों में काफी लोकप्रिय हो गया है। तभी तो 2015 से प्रत्येक साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरूआत हुई।
21 जून को योग दिवस
21 जून को ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बनाए जाने के पीछे वजह भी बेहद खास है क्योंकि इस दिन ग्रीष्म संक्रांति होती है और इस दिन सूर्य धरती की दृष्टि से उत्तर से दक्षिण की ओर चलना शुरू करता है। यानी सूर्य जो अब तक उत्तरी गोलार्ध के सामने था अब दक्षिणी गोलार्ध की तरफ बढऩा शुरु हो जाता है। योग के नजरिए से यह समय संक्रमण काल होता है यानी रूपांतरण के लिए बेहतर समय होता है। ग्रीष्म संक्रांति का दिन पूरे वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। और अगर बात करें योग की तो योग व्यक्ति को लंबा जीवन देने में मददगार होता है। यही कारण है कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। हर साल की तरह इस साल भी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है और इस साल अंतराष्ट्रीय योग दिवस 2018 की थीम है स्वास्थ्य के लिए योग। यूएन ने योग के महत्व को स्वीकारते हुए माना कि योग मनाव स्वास्थ्य व कल्याण की दिशा में एक बेहतर कदम है।
विश्व योग दिवस का उद्देश्य
भारत की खोज माना जाने वाला योग कई मायनों में प्रभावकारी है। नियमित योग करने वाला व्यक्ति स्वस्थ जीवन जीता है क्योंकि योगासन में में बहुत से असाध्य रोगों को ठीक करने की क्षमता होती है। योग की उत्पत्ति प्राचीन समय में भारत मे हुई है। विश्व योग दिवस मनाने के पीछे अनेक उद्देश्य हैं जिनसे संपूर्ण मानवजाति को अवगत कराना है ये उदेद्श्य इस प्रकार हैं।
1. योग के संपूर्ण फायदों की तरफ पूरे विश्वभर में लोगों का ध्यान खींचना ।
2. योग के अभ्यास के जरिये लोगों को प्रकृति के करीब लाना।
3. व्यस्तता भरी दिनचर्या से स्वास्थ्य के लिए एक दिन निकाल कर कम्यूनिटी के और नजदीक लाना।
4. योग दिवस का उद्देश्य लोगों को योग के बारे में जागरूक करना है ताकि बिना किसी दवा के लोग अपने तनाव से प्राकृति तरीके से छुटकारा पा सके ।
5. विश्वभर में चुनौतीपूर्ण बीमारियों की दर को घटाना।
6. योग अभ्यास के द्वारा लोगों के बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रचारित करना।
7. लोगों को शारीरिक और मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूक बनाना और योग के माध्यम से इसका समाधान उपलब्ध कराना।
8. योग अभ्यास के जरिये ध्यान की आदत लोगों की दिनचर्या में शामिल करना है साथ ही मुख्य रूप से युवाओं के बीच योग एवं ध्यान को विकसित करना है।
9. लोगों को उनके अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवनशैली के अधिकार के बारे में बताना है।
10. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का उद्देश्य विभिन्न जाति, भाषा, धर्म एवं पृष्टभूमि के लोगों के बीच भेदभाव को समाप्त कर उन्हें एक मंच पर लाकर विश्व शांति कायम करना है।
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