सुहाग-सौभाग्य व पति-पत्नी के मध्य के प्रेम के गहरे रंग को मेहंदी और पक्का करती है, जब पत्नी के हाथों में रची मेहंदी में पति अपना नाम ढूंढता है। प्रेम, समर्पण के अटूट बंधन का दूसरा नाम है मेहंदी।
Author Archives: Suraj Tiwari
संघर्ष की स्याही से लिखे मेहनत के पन्ने
इंसान को कुछ पाने के लिए संघर्ष करना ही पड़ता है। जिस इंसान ने मुश्किलों से लड़ना सीख लिया, वह विपरीत परिस्थितियों में भी जीने के तरीके ढूंढ़ ही लेता है, परिणाम स्वरूप सफलता उसके कदम चूमती है, जिसकी मिसाल कई बॉलीवुड स्टार्स हैं जिन्होंने अंतत: अपने संघर्ष को सफलता में बदल दिया।
बॉलीवुड सितारों के मेकअप सीक्रेट्स
बॉलीवुड सितारों की खूबसूरती के चर्चे हम सब करते हैं और हम सब जानना चाहते हैं कि वे इतने खूबसूरत और अट्रैक्टिव कैसे दिखते हैं। वे किन प्रोडक्ट्स का प्रयोग करते हैं और उनका मेकअप एवं स्किन केयर रूटीन क्या है। तो आपके इन सारे सवालों के जवाब यहां मौजूद हैं।
सीढ़ियों से जुड़े 5 व्यायाम से करें वजन नियंत्रण
सीढ़ियां चढ़ने के फायदे तो हम सब जानते हैं, लेकिन आपसे ये कहा जाए कि सीढ़ियों का इस्तेमाल भी अगर कुछ खास तरीके से किया जाए तो आप स्वस्थ और सुडौल शरीर पा सकेंगी तो! जी हां, जानिए सीढ़ियों से जुड़े ऐसे 5 व्यायाम, जिससे आप वजन कम कर सकती हैं और चुस्त-दुरुस्त रह सकती हैं।
सोते तो साथ हैं
मेरे पतिदेव को सुबह ज़रा देरी से उठने की आदत है जबकि मैं सूरज निकलने से पहले जग जाती हूं ताकि कुछ योगा वगैरह कर सकूं।
खामोश सा अफसाना – गृहलक्ष्मी कहानियां
शेफाली से बिछड़े अतुल को दस साल से ज्यादा हो गए थे पर अतुल उसे एक पल को भी नहीं भूल पाया। उसकी निगाहें हर जगह शेफाली को ही ढूंढती रहती। इस बीच अतुल की शादी हो गई और वो प्यारे से बच्चों का पिता भी बन गया पर शेफाली…
चुनाव चकल्लस – गृहलक्ष्मी कहानियां
आजकल की राजनीति तो आप जानते ही हैं बिना बानरीय उछल-कूद, मार-पीट, पत्थर-बाजी सर फुटौव्वल, हाथ-पैर तुड़व्वल के चुनाव-प्रचार का न श्री-गणेश होता है न समापन! हो सकता है आने वाले अगले दशक में चुनाव-प्रचारक-महावीर अपने साथ अणु-परमाणु बम और मिसाइल लेकर निकलें!
गंभीर बीमारियों से बचना है तो विटामिन-ई का सेवन करे
विटामिन-ई जो एक एंटीऑक्सीडेंट भी है, हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके विभिन्न फायदों के बारे में बता रही हैं न्यूट्रीशनिस्ट कविता देवगन।
भारत में गर्भपात और लिंग भेदभाव
गर्भ का समापन तथा भ्रूण लिंग चयन जैसे अनाचार ने मानवाधिकार, वैज्ञानिक तकनीक के उपयोग और दुरुपयोग की नैतिकता पर प्रश्न उठाया है। आईए जानते हैं इनके निषेध के लिए बनाए गए अधिनियमों के बारे में।
अपने पर विश्वास कीजिए ईश्वर पर नहीें – सद्गुरु
क्या आपके मन में भगवान पर अडिग विश्वास है? छल-कपट से रहित उसी मनोभाव की उपस्थिति में नकारात्मक विचार सिर नहीं उठाएंगे। वांछित मनोरथ पूर्ण भी होगी!
