Effects Of Aspartame: दोस्तों के संग हैंगआउट, पार्टी या वर्कआउट के दौरान अधिकांश युवा डाइट ड्रिंक पीना पसंद करते हैं। कहने को तो डाइट ड्रिंक में कैलोरी की मात्रा कम होती हैं लेकिन क्या आप जानते हैं डाइट सोडा और अन्य लो कैलोरी ड्रिंक्स में एस्पार्टेम होता है। एस्पार्टेम एक प्रकार का स्वीटनर और लोकप्रिय शुगर सब्सटीट्यूट है। इसका इस्तेमाल सॉफ्ट ड्रिंक्स और कई फूड आइटम्स में किया जाता है। डाइट ड्रिंक में एस्पार्टेम के अलावा मिठास के लिए सुक्रोज, सैकरीन और एसेसल्फेम पोटेशियम शामिल किया जाता है जो लो कैलोरी ड्रिंक को हाई कैलोरी में तब्दील कर देते हैं। जो लोग वेट लॉस जर्नी में हैं या जो वेट कम करने का प्रयास कर रहे हैं उनके लिए ये एक हार्मफुल ड्रिंक ऑप्शन हो सकता है। कई अध्ययनों में भी ये बात सामने आई है कि आर्टिफीशियल स्वीटनर से हमारे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव जैसे मेटाबॉलिक डिस्ऑर्डर, गट माइक्रोबायोटा में बदलाव और क्रेविंग को बढ़ावा मिलता है। तो चलिए जानते हैं एस्पार्टेम और डाइट ड्रिंक शरीर को कैसे प्रभावित करती हैं।
डायबिटीज को बढ़ावा

कई अध्ययनों से पता चलता है कि आर्टिफीशियल स्वीटनर जिसमें एस्पार्टेम भी शामिल है, के अत्यधिक सेवन से ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म बिगड़ सकता है। इससे टाइप-2 डायबिटीज होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
स्लो मेटाबॉलिज्म
एस्पार्टेम के अत्यधिक सेवन से शरीर में अन्य परिवर्तन भी हो सकते हैं जैसे सीरम और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और स्लो मेटाबॉलिज्म। इसके अलावा इसका लॉन्ग टर्म में सेवन करने से गट के अंदर रहने वाले बैक्टीरिया का बैलेंस और फंक्शन बाधित हो सकता है। जिस वजह से मोटापा, डायबिटीज और पेट संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
एपेटाइट में परिवर्तन
एस्पार्टेम के सेवन से एपेटाइट में परिवर्तन आ सकता है। कुछ लोगों की भूख जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है वहीं कुछ लोगों को पेट हमेशा भरा हुआ महसूस होता है। भूख अधिक लगने से व्यक्ति अधिक कैलोरी का सेवन करने लगता है जो शरीर के वजन को प्रभावित करने लगता है।
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किडनी होती है प्रभावित
शरीर के लिए आर्टिफीशियल स्वीटनर बेहद हानिकारक मानी जाती है। इसके अधिक सेवन से किडनी की कार्य करने की क्षमता में गिरावट आ सकती है साथ ही क्रोनिक किडनी डिजीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है। शरीर के मेटाबॉलिज्म स्लो होने से कई बॉडी फंक्शंस स्लो काम करने लगते हैं।
हार्ट पर असर

शरीर को सबसे अहम और नाजुक पार्ट हार्ट होता है। जिसपर हर प्रतिक्रिया का असर सबसे पहले होता है। एस्पार्टेम और अन्य डाइट ड्रिंक के नियमित सेवन से कार्डिक अरेस्ट, स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हाई बीपी जैसी कई हार्ट डिजीज होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। खासकर युवाओं का जरूरत से ज्यादा एस्पार्टेम का सेवन करना उनके जीवनकाल को भी कम कर सकता है।
खराब ओरल हेल्थ
जिन डाइट ड्रिंक्स में आर्टिफीशियल स्वीटनर होता है उसमें एसेडिक कंपोनेंट अधिक होता है। जो दांत के इनेमल को नष्ट करके उनमें सड़न, कैविटी और डेंटल सेंसटिविटी को बढ़ावा दे सकते हैं। खराब ओरल हेल्थ के चलते मुंह से बदबू, मसूड़ों में दर्द या खून आने और पस पड़ने की समस्या हो सकती है।
