Summary:क्यों पसंद आ रहा है जेन जेड को ‘फ्रिज सिगरेट’ ट्रेंड
यह ट्रेंड युवाओं को इसलिए भा रहा है क्योंकि इसमें निकोटिन नहीं है, लेकिन रिलैक्सेशन और ब्रेक लेने का अहसास जरूर मिलता है।
Fridge Cigarette Trend in Gen Z: सोशल मीडिया पर हमेशा कोई ना कोई नया ट्रेंड वायरल होता ही रहता है। ऐसा ही एक नया और अजीबोगरीब ट्रेंड इस समय वायरल हो रहा है, जिसका नाम है फ्रिज सिगरेट (Fridge Cigarette)। इस ट्रेंड को जेन जेड तेजी से अपना रहे हैं। आपको लग रहा होगा कि यह ट्रेंड सिगरेट से संबंधित है, लेकिन इस ट्रेंड का सिगरेट पीने से कोई लेना-देना नहीं है। दरअसल, इस फ्रिज सिगरेट ट्रेंड में जेन जेड सिगरेट की जगह ठंडी डाइट कोक की कैन फ्रिज से निकालकर पी रहे हैं। पहले सिगरेट पीकर रिलैक्स होते थे, अब इसकी जगह पर ठंडी ड्रिंक पीकर खुद को रिलैक्स कर रहे हैं। आइए इस ट्रेंड के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है फ्रिज सिगरेट ट्रेंड?

फ्रिज सिगरेट शब्द की शुरुआत टिकटॉक से हुई है। इस ट्रेंड में असली सिगरेट नहीं पीया जाता है, बल्कि इसमें दिनभर की थकान व स्ट्रेस को दूर करने के लिए एक ठंडी डाइट कोक को पीकर खुद को थोड़ा रिलैक्स महसूस कराया जाता है।
जेन जेड को क्यों पसंद आ रहा है ये ट्रेंड
यह ट्रेंड जेन जेड को इसलिए पसंद आ रहा है क्योंकि यह उनके लिए एक नए तरह का “स्मोक ब्रेक” है, जिसमें निकोटिन नहीं होता है। लेकिन इसका स्टाइल और तरीका सुकून देने वाला ही है। वे इसे स्क्रीन टाइम से ब्रेक लेने और दिमाग को रीसेट करने का सबसे अच्छा और आसान तरीका भी मान रहे हैं।
डाइट कोक को ही क्यों बनाया गया ट्रेंड का हिस्सा

इस ट्रेंड में डाइट कोक को इसलिए शामिल किया गया है, क्योंकि डाइट कोक एक ठंडी, झागदार, कैफीन से भरपूर, कम कैलोरी वाली और कूल मानी जाने वाली ड्रिंक है।
इस ट्रेंड का सेहत पर क्या असर पड़ रहा है
इस ट्रेंड में डाइट कोक का इस्तेमाल होता है और डाइट कोक में मौजूद फॉस्फोरिक और साइट्रिक एसिड दांतों की इनामेल को कमजोर करती हैं। इसे बार-बार पीने से दांत में कीड़े लगने का खतरा भी बढ़ जाता है। साथ ही इसकी वजह से दांतों में कमजोरी भी आने लगती है।
डाइट कोक में शुगर नहीं होती है, लेकिन इसमें एस्पार्टेम और एसेसल्फेम जैसी कृत्रिम मिठास होती है, जो कैंसर का कारण बनता है। साथ ही डाइट कोक से हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और डायबिटीज का भी खतरा बढ़ जाता है।
डाइट कोक के सेवन से पेट में गैस बनने व फूलने की समस्या और डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें आने लगती हैं।
क्या है डाइट सोडा का मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर असर

मेंटल हेल्थ पर असर
बार-बार आर्टिफिशियल स्वीटनर वाली ड्रिंक पीने से एक समय के बाद दिमाग सिर्फ उसी ड्रिंक को पीने के बाद रिलैक्स महसूस करने लगता है। इससे इमोशनल डिपेंडेंसी बढ़ जाती है और यह ड्रिंक ना मिलने पर चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता है।
फिजिकल हेल्थ पर असर
डाइट सोडा में शुगर नहीं होता है, लेकिन इसके स्वीटनर मेटाबॉलिज़्म, भूख और गट हेल्थ पर नकारात्मक असर डालती हैं। ज्यादा पीने से इसकी लत लग जाती है और मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ने लगती है।
