आपकी वेट लॉस जर्नी में बहुत काम आएंगे रेड राइस, ये हैं इसके 8 फायदे
अकसर कई लोग अपनी वेट लॉस जर्नी के दौरान चावल खाना छोड़ देते हैं। या सफेद चावल की जगह वो ब्राउन राइस खाना शुरू कर देते हैं।
Red Rice for Weight Loss: अकसर कई लोग अपनी वेट लॉस जर्नी के दौरान चावल खाना छोड़ देते हैं। या सफेद चावल की जगह वो ब्राउन राइस खाना शुरू कर देते हैं। जोकि हमारी हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
रेड राइस एक ऐसा चावल है जो हमे वजन घटाने में मदद करता है और बिलकुल फिट बनाने में उतनी ही मदद करता है जितनी की ब्राउन राइस। बता दें, रेड राइस एक खास तरह का लंबा और दानेदार चावल होता है, जिसे अपना लाल रंग एंथोसायनिन से प्राप्त होता है। बिना छिलके वाले दूसरे चावलों की तरह ये रेड राइस में भी आपको नट्स के जैसा फ्लेवर देगा। और पॉलिश किए हुए चावलों के मुकाबले इसमें मौजूद न्यूट्रीशनल वैल्यू बहुत ज़्यादा होती है।
रेड राइस एक ऐसा चावल है, जो आमतौर पर एशियाई देशों में ही उगाया जाता है, खासकर भारत, श्रीलंका और इंडोनेशिया में आपको ये चावल देखने को मिलेगा। ये चावल एक अनूठी किस्म का है। जिसकी बाहरी परत से उनको खास लाल रंग मिलता है। साथ ही इसे चोकर कहा जाता है जो सफेद चावल बनाते समय हटा दिया जाता है। इससे ये चावल कम हेल्दी बन जाता है। तो चलिए आज बात करते हैं कि रेड राइस को कैसे आप अपनी वेट लॉस जर्नी में शामिल करके काफी सारे बेनिफिट्स पा सकते हैं।
वेट लॉस में मददगार होता है

रेड राइस वजन घटाने के लिए मददगार नहीं है। वास्तव में, रेड राइस एक पर्याप्त मात्रा में खाया जाए तो यह वजन बढ़ाने के कारकों में से एक हो सकता है। रेड राइस अपने नाम से भी पता चलता है कि यह रंगीन चावल होता है जो खूब पसंद किया जाता है। इसमें एक रंगीन चावल के साथ एक जीवाणु होता है जो कोलेस्टेरॉल को कम करने में मदद कर सकता है। वजन घटाने के लिए आप उत्तम आहार और नियमित व्यायाम के साथ सही तरीके से सोने और उठने के समय में भी ध्यान रख सकते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा ज़्यादा होती है

रेड राइस में मौजूद एक विशेष जीवाणु के कारण इसमें बहुत सारे रंग शामिल होते हैं, जो इसे एक बेहद अच्छा एंटीऑक्सीडेंट बनाते हैं। इस जीवाणु के नाम “मोनाकोलिन” है और इसमें उपस्थित होने वाले अन्य विशिष्ट एंटीऑक्सीडेंट कोएंजाइम के नाम “सेलेनोपीन” है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर और दिल के रोगों जैसी कुछ बीमारियों से लड़ने में मददगार होते हैं। इसमें मौजूद अन्य चावलों की तरह, रेड राइस भी कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन्स और खनिज आदि के साथ थोड़ी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स भी शामिल होते हैं।
फाइबर भरपूर होता है

फाइबर्स आहार में अत्यधिक मात्रा में होने से भोजन को थोड़ा भारी बनाते हैं और शरीर में बारीक बारीक के अवयवों को नुकसान पहुंचाते हुए पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं। फाइबर्स सेहत के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। रेड राइस एक प्रकार का चावल होता है जो कि एक जीवाणु के संचालन से उत्पन्न होता है। इसमें भी अन्य चावलों की तरह कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन्स और खनिज आदि होते हैं। इसमें फाइबर्स की मात्रा थोड़ी होती है, लेकिन यह एक स्वस्थ आहार हो सकता है जो शरीर को अन्य आवश्यक पोषण तत्व प्रदान कर सकता है।
विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर होते हैं
रेड राइस में विटामिन्स और मिनरल्स मौजूद होते हैं। इसमें विटामिन बी6, फोलिक एसिड, नियासिन, थायमिन और विटामिन ई होते हैं। इसके अलावा, रेड राइस में फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और सेलेनियम जैसे मिनरल्स होते हैं। विटामिन बी6 खून में एमीनो एसिड के अधिक स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। नियासिन स्वस्थ त्वचा, सीधा पाचन तंत्र और न्यूरोलॉजिकल फंक्शनिंग के लिए आवश्यक होता है। फोलिक एसिड बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। थायमिन स्वस्थ न्यूरोलॉजिकल फंक्शनिंग और एनर्जी के उत्पादन में मदद करता है।
ये ग्लूटन फ्री होता है

रेड राइस नैचुरली ग्लूटन फ्री होता है। इसकी ये क्वालिटी सीलिएक की बीमारी, ग्लूटन इन्टॉलरेंट या फिर गेहूं की एलर्जी वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद बनती है। इन कंडीशन का सामना कर रहे लोगों को ग्लूटन लेने से गंभीर पेट दर्द, दस्त और डाइजेशन से जुड़ी तरह तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती है। इसलिए, रेड राइस को अपनी डाइट में शामिल करने से गेहूं, राई और जौ जैसे ग्लूटन वाले अनाजों का स्वस्थ विकल्प मिल जाता है। इसके सेवन से आपको किसी भी तरह की एलर्जी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इससे कैंसर का खतरा कम करता है

रेड राइस के सेवन से कैंसर के खतरे को कम करता है। इसके बावजूद, कुछ अध्ययनों में प्रत्येक दिन रेड राइस का सेवन करने से कुछ हद तक कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम हो सकता है। यह संभव है कि इस फायदे का कारण रेड राइस में मौजूद कुछ विशिष्ट वसा तत्व हों जो कैंसर से लड़ने में मदद कर सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि रेड राइस का सेवन केवल डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाना चाहिए, और उचित व्यायाम और स्वस्थ आहार के साथ संतुलित जीवनशैली का पालन करना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है।
दिल की बीमारी को रोकता है
खून में कम डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन या एलडीएल की ज्यादा मात्रा आपकी बॉडी में मौजूद धमनियों की दीवारों में प्लाक बना देती हैं। जोकि धमनियों के आकार को भी कम कर देता है और कोरोनरी धमनी को बुरी तरह से जाम कर सकता है। इससे आपको हार्ट अटैक भी पड़ सकता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने से आपके दिल की बीमारियों का खतरा कई हद तक कम हो जाता है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है

रेड राइस में एक संचारी तत्व होता है, जिसे मोनाकोलिन कहा जाता है। मोनाकोलिन का एक संशोधित रूप जो कि स्टेटिन के रूप में उपलब्ध होता है, कोलेस्टेरॉल के स्तर को कम करने में मददगार होता है। रेड राइस का सेवन हड्डियों की सेहत के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि यह हड्डियों में कैल्शियम को अधिक उपलब्ध कराकर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, रेड राइस में अन्य ऐसे पोषक तत्व भी होते हैं जो हड्डियों के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक होते हैं।