शादी के बाद भी नहीं छूटेगी दोस्ती, बस इन टिप्स को करें फॉलो: Friendship After Marriage
Friendship After Marriage

Friendship After Marriage: शादी किसी भी इंसान के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। जब एक इंसान की शादी होती है तो वह सिर्फ वैवाहिक जीवन में ही नहीं बंधता है, बल्कि इसके साथ ही उसे कई नए रिश्ते भी मिलते हैं। जिनके साथ आती हैं कुछ जिम्मेदारियां। अक्सर यह देखने में आता है कि शादी के बाद नए रिश्तों को संभालने के चक्कर में व्यक्ति इस कदर उलझ जाता है कि वह अपने पुराने रिश्तों को कहीं ना कहीं पीछे छोड़ने लगता है। शादी के बाद जो रिश्ता सबसे अधिक प्रभावित होता है, वह है दोस्ती का रिश्ता।

अक्सर लोग शादी के बाद अपने पुराने दोस्तों से मिलना तो दूर, उनसे बात करने तक का समय नहीं निकाल पाते हैं। घर-परिवार की जिम्मेदारियों में वे इस कदर उलझ जाते हैं कि दोस्तों के साथ पहले की तरह अच्छा वक्त नहीं बिता पाते हैं। हालांकि, वे दोस्तों के साथ बिताए अपने पुराने दिनों को याद तो बहुत करते हैं, लेकिन फिर भी अपने काम व नई जिन्दगी में बहुत अधिक उलझ जाते हैं। चाहे लड़का हो या लड़की, हर किसी ने शादी के बाद अक्सर इस स्थिति का सामना किया ही है। हालांकि, अगर आप अपने नए रिश्तों के साथ-साथ पुराने रिश्तों को भी उतने ही प्यार से संजोना चाहते हैं तो ऐसे में कुछ छोटे-छोटे टिप्स अपना सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप शादी के बाद भी अपनी दोस्ती के रिश्ते को बनाए रख सकते हैं-

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अगर आप चाहते हैं कि शादी के बाद भी आपकी दोस्ती ऐसे ही बनी रहे तो यह बेहद जरूरी है कि आप अपने पार्टनर को अपने दोस्त के बारे में स्पष्ट रूप से बताएं। उन्हें यह समझाएं कि आपके दोस्त आपके जीवन में क्या मायने रखते हैं। जब आपके जीवनसाथी को आपकी दोस्ती के बारे में पता होगा और वह उनके साथ सहज होंगे तो इससे आपके लिए आगे भी अपनी दोस्ती को कायम रखने में किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी। स्पष्ट व खुली बातचीत गलतफहमियों को रोकता है और यह सुनिश्चित करता है कि आपका जीवनसाथी अलग-थलग या असुरक्षित महसूस न करे। जब आप खुलकर अपने पार्टनर से सारी बात करते हैं तो इससे आपकी विश्वास बढ़ता है। साथ ही साथ, दोनों पार्टनर एक-दूसरे के प्रति सर्पोटिव बनते हैं और वे हर रिश्ते को बेहतर तरीके से संभाल पाने में सक्षम हो पाते हैं।

अमूमन शादी के बाद लोग अपनी घर-गृहस्थी को ही सारा समय देने लग जाते हैं, जिसकी वजह से उनकी दोस्ती का रिश्ता कमजोर होने लगता है। इस स्थिति से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप दोस्तों के लिए भी कुछ वक्त अवश्य निकालें। जरूरी नहीं है कि आप उनके साथ घंटों बिताएं। आप चाहे तो सिर्फ़ कॉफ़ी पर जाने की ही प्लानिंग कर सकते हैं। अगर आपको ऐसा लगता है कि समय के अभाव की वजह से आपका दोस्तों से मिलना संभव नहीं है तो आप उनके साथ वीडियो कॉल पर कनेक्ट करें। आप चाहें तो अपने सभी दोस्तों का एक व्हाट्सऐप ग्रुप भी बना सकते हैं, जिसके जरिए सभी दोस्तों के साथ एक साथ कनेक्ट करना काफी आसान हो जाएगा।

शादी के बाद हर रिश्ते को संतुलित तरीके से संभालना यकीनन एक टफ टास्क हो जाता है। लेकिन अगर आप कुछ सीमाएं तय करते हैं तो इससे आप सबकुछ बेहद ही आसानी से मैनेज कर पाते हैं। मसलन, जहां आप अपने पार्टनर को दोस्तों की अहमियत बताते हैं, वहीं दोस्तों के साथ भी सीमाएं निर्धारित करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके साथ बिताए समय से आपकी शादी पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े। यह सुनिश्चित करता है कि आपका लाइफ पार्टनर और दोस्त दोनों आपकी उपलब्धता और प्राथमिकताओं में बदलावों को समझें और उनका सम्मान करें।

अक्सर यह होता है कि शादी के बाद जीवन में आए बदलावों को मैनेज करने के चक्कर में लोग अपने दोस्तों से मिल नहीं पाते हैं और इस स्थिति में अक्सर झूठ बोलना या बहाने बनाना शुरू कर देते हैं। लेकिन इससे कहीं ना कहीं दोस्ती के रिश्ते में विश्वास खत्म होता है। इसलिए, अपने पार्टनर की ही तरह दोस्तों के साथ भी ईमानदारी बरतिए। उन्हें अपने जीवन में आए बदलावों के बारे में अपने दोस्तों को खुलकर बताएं। अगर आप अक्सर उनसे नहीं मिल पाते हैं, तो उन्हें उपेक्षित महसूस कराने के बजाय इसका कारण बताएं। दोस्ती के रिश्ते में ईमानदारी से किया गया कम्युनिकेशन आपसी गलतफहमी और नाराजगी को खत्म करता है। इससे दोस्तों को भी आपके जीवन में आए नए पड़ाव और उससे जुड़ी चुनौतियों को समझने में मदद मिलती है।             

Involve your partner too
Involve your partner too

शादी के बाद दोस्ती को कायम रखने के लिए यह बेहद जरूरी है कि पार्टनर को आपके दोस्तों के बारे में पता हो और वह उनके साथ कंफर्टेबल हो। ऐसे में आप अपने पार्टनर को भी दोस्तों से मिलवाने व उनसे घुलने-मिलने का अवसर प्रदान करें। जब आप अपने दोस्तों के साथ कोई पार्टी अरेंज करें तो कभी-कभी उसमें अपने पार्टनर को भी शामिल करें। यह आपके सामाजिक दायरे को बेहतर बनाने और संबंधों के मजबूत बनाने में मदद करेगा। जब किसी पार्टी में आपके पार्टनर और दोस्त एक साथ होंगे तो इससे सभी को एक-दूसरे से जुड़ने का अवसर मिलेगा।

मैं मिताली जैन, स्वतंत्र लेखिका हूं और मुझे 16 वर्षों से लेखन में सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया में 9 साल से अधिक का एक्सपीरियंस है। मैं हेल्थ,फिटनेस, ब्यूटी स्किन केयर, किचन, लाइफस्टाइल आदि विषयों पर लिखती हूं। मेरे लेख कई प्रतिष्ठित...