मैनिपुलेटिंग पार्टनर के साथ रिलेशन को इस तरह करें हैंडल: Manipulative Partner Dealing
Manipulative Partner Dealing

Manipulative Partner Dealing : जब हम एक रिश्ते में होते हैं, तो हम अपनी पूरी दुनिया अपने पार्टनर में ही देखने लगते हैं। लेकिन अगर पार्टनर मैनिपुलेटिंग हो तो इससे ना केवल आपको मन ही मन तनाव होने लगता है, बल्कि आप खुद अपनी ही भावनाओं को लेकर संदेह करना शुरू कर देते हैं। एक मैनिपुलेटिंग पार्टनर अपने रिश्ते को दिल नहीं, बल्कि दिमाग से निभाता है। ऐसे में सामने वाले व्यक्ति को मानसिक रूप से काफी कष्ट होता है। एक मैनिपुलेटिंग पार्टनर के साथ रिश्ता निभाना और उसमें खुश रहना इतना आसान नहीं है। 

मैनिपुलेटिंग पार्टनर एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो अपने पार्टनर का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करता है। वह अपने पार्टनर को मानसिक, भावनात्मक या व्यवहारिक तरीके से नियंत्रित करने की कोशिश करता है। वह सामने वाले व्यक्ति को इस कदर मैनिपुलेट करता है कि सामने वाला व्यक्ति हर चीज के लिए खुद को ही दोषी मानने लगता है। यहां तक कि वह अपने पार्टनर की हर बात को बिना सोचे-समझे लगता है। अगर आप भी ऐसे ही किसी व्यक्ति के साथ रिलेशन में हैं तो ऐसे पार्टनर को हैंडल करने के लिए कुछ छोटे-छोटे उपाय अपनाएं-

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अक्सर मैनिपुलेटिंग पार्टनर को हैंडल करना इसलिए भी मुश्किल होता है, क्योंकि आपको वास्तव में पता ही नहीं होता है कि वह मैनिपुलेटिंग है। मैनिपुलेटिंग पार्टनर की पहचान करने के लिए आप कुछ संकेतों पर गौर करें-

  • एक मैनिपुलेटिंग पार्टनर अक्सर गिल्ट ट्रिपिंग करता है। हो सकता है कि किसी बात या मुद्दे पर वह आपको ही दोषी महसूस करवाए और फिर आपसे अपने मनमुताबिक काम करवाए। आपको ऐसा लगेगा कि शायद उस काम को आप अपनी इच्छा से या फिर पार्टनर की खुशी के लिए कर रहे हैं।
  • एक मैनिपुलेटिंग पार्टनर गैसलाइटिंग भी करता है। ऐसे व्यक्ति सिर्फ अपना फायदा देखते हैं और इसलिए अपने पार्टनर पर हमेशा मानसिक दबाव बनाए रखता है। वह किसी की सच्चाई को गलत ठहराकर उसे मानसिक रूप से कमजोर करना और उसकी सोच पर सवाल उठाने से गुरेज नहीं करते।
  • मैनिपुलेटिंग पार्टनर इमोशनल ब्लैकमेल करने से कभी भी पीछे नहीं करते। हो सकता है कि वे आपकी भावनाओं का उपयोग करके आप पर दबाव बनाए और अपनी मनमर्जी करें।
  • एक मैनिपुलेटिंग पार्टनर खुद को पीड़ित दिखाकर सामने वाले व्यक्ति को ही दोषी महसूस करवाते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य यही होता है कि सामने वाला व्यक्ति उनके हिसाब से काम करे।
  • मैनिपुलेटिंग पार्टनर अक्सर इंसेसंट क्रिटिसिज्म करता रहता है। जिससे उसके पार्टनर का आत्मविश्वास कमजोर हो जाए और फिर वह भावनात्मक रूप से पूरी तरह उस पर ही निर्भर हो। इस स्थिति में मैनिपुलेटिंग पार्टनर के लिए अपनी मर्जी पूरी करवाना काफी आसान हो जाता है।
  • मैनिपुलेटिंग पार्टनर अक्सर अपने पार्टनर को दोस्तों, परिवार और अन्य सपोर्ट सिस्टम से दूर रखने की कोशिश करता है। दरअसल, इससे उसका पार्टनर अकेला और कमजोर महसूस करने लगता है।
Support System
Support System

अमूमन यह देखने में आता है कि एक मैनिपुलेटिंग व्यक्ति अपने पार्टनर को उसके परिवार, दोस्तों व रिश्तेदारों से दूर रखने की कोशिश करता है। ऐसे में व्यक्ति जब भावनात्मक रूप से अकेला हो जाता है तो वह मैनिपुलेटिंग पार्टनर की सारी बातें मानने लगता है। आप कभी भी यह गलती ना करें। दोस्तों व परिवार के रूप में अपने सपोर्ट सिस्टम से कभी दूर ना हों। अगर आपको ऐसा लगने लगा है कि आप भावनात्मक रूप से खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं तो ऐसे में एक काउंसलर से भी कंसल्ट किया जा सकता है।

अगर आपका पार्टनर मैनिपुलेटिंग है तो वह यकीनन आपको बातों में उलझाकर खुद को पीड़ित व आपको गलत साबित करने की कोशिश करेगा। ऐसे व्यक्ति के साथ रिलेशन को हैंडल करने का सबसे जरूरी नियम है कि आप उसके साथ ओपन कम्युनिकेशन करें और उन्हें साफतौर पर बताएं कि उनका व्यवहार आपको कैसा महसूस कराता है। अगर उनकी बातें आपको आत्म-संदेह करवाती हैं तो ऐसे में आप खुद पर शक करने की जगह उन्हें बताएं कि उस विषय या मुद्दे पर आप क्या सोचते हैं।

एक व्यक्ति कभी भी सामने वाले व्यक्ति को केवल तभी मैनिपुलेट कर पाता है, जब आप अपने रिश्ते में कोई सीमाएं तय ना करें। इससे सामने वाला व्यक्ति प्यार के नाम पर अपना हक जमाता चला जाता है और इससे उसके लिए अपने पार्टनर को मैनिपुलेट करना काफी आसान हो जाता है। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि आप अपने रिश्ते में कुछ सीमाएं तय करें। साथ ही, उन्हें अपने पार्टनर के साथ शेयर करें। आपको यह पता होना चाहिए कि किसी भी रिश्ते में क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं। वहीं, आपको यह बात साफतौर पर, अपने पार्टनर को भी बतानी होगी, जिससे वे अपनी ट्रिक्स अपनाकर आप को मैनिपुलेट ना कर पाएं।

कई बार ऐसा होता है कि लोग अपने पार्टनर को खुश करने या फिर रिश्ते को बनाए रखने के लिए उसकी हर बात मानते चले जाते हैं। जब आप ऐसा व्यवहार अपनाते हैं तो इससे मैनिपुलेटिंग पार्टनर के लिए अपना काम निकालना काफी आसान हो जाता है। इसलिए, आपको शुरुआत से ही ना कहना सीखना होगा। अगर आपका मन किसी चीज की गवाही नहीं दे रहा है और आपका पार्टनर आप पर अतिरिक्त दबाव डाल रहा है तो ऐसे में आप स्पष्ट तौर पर उसे मना कर दें। अगर वह आपको इमोशनली ब्लैकमेल करके अपना काम निकालना चाहे तो आपको इसे समझना होगा और अपनी बात पर अडिग रहना होगा।