गंगोत्री की ख़ास बात
एक पौराणिक कथा के अनुसार राजा भागीरथ ने देवी गंगा को धरती पर लाने के लिए तपस्या की और देवी गंगा ने भगवान शिव की जटाओं से होते हुए जल के रूप में धरती तक का सफ़र तय किया था।
Gangotri Dham: गंगोत्री धाम उत्तराखंड के चार धामों में से एक है। यह उत्तरकाशी में स्थित एक बहुत ही पवित्र तीर्थस्थल है। इस जगह को गंगोत्री माता मंदिर की वजह से पूरी दुनिया में जाना जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार राजा भागीरथ ने देवी गंगा को धरती पर लाने के लिए तपस्या की और देवी गंगा ने भगवान शिव की जटाओं से होते हुए जल के रूप में धरती तक का सफ़र तय किया था। जिसकी वजह से इस जगह को पवित्र माना गया है। लोग इस जगह पर दर्शन के लिए जाते हैं और अपनी आस्था को प्रकट करते हैं। यदि आप भी इस पावन धाम की यात्रा का विचार बना रहे हैं, तो आपको इन जगहों पर भी जाना चाहिए।
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भोजवासा (Bhojbasa)
![Gangotri Dham](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/06/Bhojbasa.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
भोजबासा गंगोत्री यात्रा के दौरान आने वाला एक बहुत ही सुंदर जगह है। यह समुद्र तल से कलगभग 3,775 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस जगह पर जाने के लिए गंगोत्री से भोजबासा तक 14 किलोमीटर लम्बा ट्रेक करना होता है। यह रास्ता का संकरा और चुनौतिपूर्ण माना जाता है। इस जगह का मौसम पल- प्रतिपल बदलता रहता है। काफ़ी ऊँचाई पर स्थित होने के कारण तह जगह काफ़ी ठंडी रहती है।
गंगनानी (Gangnani)
![Gangnani](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/06/Gangnani.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
गंगोत्री धाम की यात्रा के दौरान हम जैसे ही उत्तरकाशी से गंगोत्री जाने वाले मार्ग पर आते हैं लगभग 46 किलोमीटर की दूरी पर गंगनानी शहर आता है। यह एक बहुत ही ख़ूबसूरत स्थल है जो अपने यहाँ आने वाले सैलानियों को आकर्षित करता जान पड़ता है। यह आध्यात्मिक रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक बहुत ही ख़ूबसूरत और शांत स्थान है। इस जगह पर आपको प्रकृति का भरपूर सानिध्व मिलेगा।
गंगोत्री मंदिर (Gangotri Temple)
![Gangotri Temple](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/06/Gangotri-Temple.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
गंगोत्री धाम की यात्रा का सबसे प्रमुख दर्शनीय स्थल गंगोत्री माता का मंदिर है। यह मंदिर देवी गंगा को समर्पित किया गया है। इसी मंदिर में माता के दर्शन के लिए देश भर से लोग आते हैं। यह मंदिर लगभग 3100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह गंगा नदी के उद्गम स्थल के रूप में भी जाना जाता है। यह जगह प्राकृतिक रूप से काफी समृद्ध है। आपको चरो तरफ हरियाली ही हरियाली देखने को मिलेगी।
भैरों घाटी (Bhairon Ghati)
![Bhairon Ghati](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/06/Bhairon-Ghati.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
भैरोंघाटी गंगोत्री जाने वाले मार्ग पर गंगोत्री से पहले आती है। यह जाध गंगा और भागीरथी नदियों के तट पर स्थित एक छोटी सी बस्ती है। जिसे अपने ख़ूबसूरत मौसम और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। इसी के बिल्कुल पास से ही गरतांग गली का ट्रेक भी शुरू होता है। जिसकी वजह से लोग इस जगह पर रुकना पसंद करते हैं। यह गंगोत्री धाम यात्रा के दौरान आने वाला एक ख़ूबसूरत पड़ाव है।
हरसिल घाटी (Harsil Valley)
![Harsil Valley](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/06/Harsil-Valley.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
हरसिल घाटी गंगोत्री से लगभग 25 किलोमीटर पहले उत्तरकाशी से गंगोत्री जाने वाले मार्ग पर पड़ता है। यह घाटी अपने आपमें कई तरह के ख़ूबसूरत रहस्यों को अपने आपमें समेटे हुए है। इस जगह का प्राकृतिक वातावरण और मौसम दोनों ही बहुत ही लाजवाब है। इस जगह पर आप शांति और सकून के साथ कुछ दिन बिता सकते हैं। हरसिल में दुनिया भर से लोग ट्रेकिंग के लिए आते हैं।