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चैट्स, इंस्टाग्राम स्टोरीज, स्नैपचैट आदि का रिश्तों पर काफी असर पड़ा है। इन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और डेटिंग ऐप्स के जरिए पार्टनरशिप में रहते हुए नया रोमांच खोजना बस एक क्लिक जितना ही दूर है।
Micro-Cheating in Relationship: रिश्तों की नाजुक दुनिया को पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया की नजर लग गई है। चैट्स, इंस्टाग्राम स्टोरीज, स्नैपचैट आदि का रिश्तों पर काफी असर पड़ा है। इन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और डेटिंग ऐप्स के जरिए पार्टनरशिप में रहते हुए नया रोमांच खोजना बस एक क्लिक जितना ही दूर है। इसी का नतीजा है ‘माइक्रो चीटिंग’। क्या है माइक्रो चीटिंग आइए जानते हैं।
छोटी चीटिंग, बड़ा असर

माइक्रो-चीटिंग का मतलब है अपने पार्टनर से की जाने वाली छोटी-छोटी बेवफाई और बेनामी। इसमें कोई बड़ा अफेयर नहीं होता। बल्कि ऐसे छोटे-छोटे झूठ और छुपी हरकतें होती हैं, जो दिखने में मामूली लगती हैं, लेकिन रिश्ते की नींव हिला सकती हैं। इन माइक्रो चीटिंग्स को समय पर पहचानना और सही कदम उठाना, आपके रिश्ते को बचा सकता है।
1. चुपचाप चैटिंग, डिलीट मैसेज
जब पार्टनर अचानक आपसे फोन छुपाने लगे। या फिर पुराने मैसेज डिलीट करने की आदत बना ले, तो ये गड़बड़ के संकेत हैं। हो सकता है कि वो किसी से ऐसी बातें कर रहा हो जो आपसे छुपाई जा रही है।
2. बार-बार एक्स की बातें करना
अगर आपका पार्टनर हर बार अपने पुराने रिश्ते को याद करता है। अक्सर अपनी एक्स की तारीफ करता है या मौजूदा रिश्ते में कमियां ढूंढने लगता है तो आपको सोचने की जरूरत है।
3. छोटे-छोटे झूठ बोलना
छोटे-छोटे बहाने भी माइक्रो-चीटिंग का बड़ा हिस्सा हैं। अगर पार्टनर आपके मैसेज का जवाब नहीं देता, आपको फोन न करने के बहाने खोजता है तो आपको संभलने की जरूरत है। इस रिश्ते का कुछ नहीं हो सकता, हम सिर्फ दोस्त हैं, बातों को लेकर इतना क्यों सोच रही हो जैसी बातें चेतावनियां हैं।
4. किसी की बार-बार तारीफ करना
अगर आपका पार्टनर बार-बार किसी खास को खूबसूरत, स्मार्ट या समझदार बता रहा है तो शायद वो उस इंसान के लिए कुछ फील करने लगा है। ये धोखे की शुरुआत हो सकता है।
5. सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव होना
माइक्रो चीटिंग का एक बड़ा कारण है सोशल मीडिया। अगर आपका पार्टनर अचानक से सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव हो गया है तो आप सचेत हो जाएं। अगर पार्टनर किसी एक ही अकाउंट पर बार-बार लाइक, कमेंट, डीएम भेज रहा है तो ये सब भी माइक्रो-चीटिंग के संकेत हैं। भले ही यह छोटी सी बात लगे, लेकिन इसका असर बड़ा हो सकता है।
इसलिए खतरनाक है माइक्रो-चीटिंग
रिश्तों की बुनियाद भरोसे पर बनी होती है। जब पार्टनर छोटी-छोटी बातें छुपाने लगता है या किसी और को जरूरत से ज्यादा अहमियत देता है तो शक और दूरियां बढ़ने लगती हैं। शुरुआत में ये बातें आम लग सकती हैं, लेकिन यही धीरे-धीरे रिश्ते को अंदर से खोखला कर देती हैं।
माइक्रो चीटिंग से ऐसे करें बचाव
आपकी छोटी-छोटी कोशिशें माइक्रो चीटिंग से आपके रिश्ते को बचा सकती हैं। सबसे जरूरी है पार्टनर से खुलकर बात करें। झगड़े की जगह समझदारी दिखाएं। रिश्ते में भरोसे का माहौल बनाएं ताकि सामने वाला सच कह सके। ध्यान रखें हर चीज को शक की नजर से न देखें। हालांकि आंखें मूंदकर भरोसा भी न करें।
