Summary :क्या आप अनजाने में कर रहे हैं Micro Cheating? जानें इसके संकेत और असर
माइक्रो चीटिंग छोटे-छोटे छुपे व्यवहार होते हैं जो रिश्ते में भरोसा और पारदर्शिता को कमजोर करते हैं। अगर समय रहते इसे ना समझा जाए तो यह भावनात्मक दूरी और रिश्ते के टूटने की वजह बन सकता है।
Micro Cheating in Relationship: जब भी रिश्ते में चीटिंग की बात होती है तो साथी के दिमाग में शारीरिक या भावनात्मक चीटिंग की बात आती है। लेकिन क्या आप माइक्रो चीटिंग के बारे में जानते हैं। यह रिश्ते में सीधे तौर पर दिया गया धोखा नहीं है, लेकिन रिश्ते में साथी के द्वारा उसके व्यवहार में कई ऐसे छोटे-छोटे बदलाव होते हैं जो आपके रिश्ते में विश्वास या पारदर्शिता को कम करते हैं। आइए इस लेख में जानते हैं, क्या होता है माइक्रो चीटिंग।
क्या है माइक्रो चीटिंग, कैसे पहचाने इसे

क्या है माइक्रो चीटिंग: माइक्रो चीटिंग सीधे तौर पर देखने में बेशक धोखा समझ में नहीं आता। लेकिन जब आप अपने साथी से छिपकर किसी और के साथ अधिक जुड़ाव महसूस करें, अपने एक्स से छिपकर बात करें या फिर सोशल मीडिया पर किसी खास व्यक्ति के पोस्ट पर बार-बार जाकर रिएक्ट करना, कमेंट करना या फिर मोबाइल पर किसी व्यक्ति का नाम कोडवर्ड में सेव करना या अपने आप को जानबूझकर सिंगल बताना या सिंगल का स्टेटस उपयोग करना माइक्रो चीटिंग कहलाता है।
माइक्रो चीटिंग की पहचान: अगर आप अपने साथी से कोई बात जानबूझकर छुपा रहे हैं या अपने साथी के अभाव में किसी और से बात करते हैं या भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते हैं। अपने साथी के अलावा किसी और से ऐसी बातें या हरकतें करते हैं, जिन्हें आप स्वीकार नहीं कर सकते तो आप अपने साथी के साथ माइक्रो चीटिंग कर रहे हैं।
माइक्रो चीटिंग क्या है, क्या सच में धोखा है
रिलेशनशिप के दौरान बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आता है क्या माइक्रो चीटिंग सच में धोखा है। बहुत से लोग इसे धोखा नहीं मानते, उन्हें लगता है यह कोई बड़ी बात नहीं है, रिश्ते में इतना चलता है। पर सच तो यह है कि माइक्रो चीटिंग को आप चीटिंग माने या ना माने लेकिन आपके रिश्ते में विश्वास को तोड़ने तथा पारदर्शिता को कम करने का काम जरूर करता है।
माइक्रो चीटिंग का आपके रिश्ते पर असर: यह आपके रिश्ते में भावनात्मक जुड़ाव को कम करता है। यह स्थिति आपके पार्टनर के अंदर इनसिक्योरिटी की भावना को उत्पन्न करता है। जिसकी वजह से आपके रिश्ते में झगड़ा बढ़ सकता हैं। अगर आपके रिश्ते में माइक्रो चीटिंग बार-बार होती है तो यह आपके रिश्ते के लिए नुकसानदायक है।
माइक्रो चीटिंग के कारण तथा समाधान
माइक्रो चीटिंग के कारण
जब आपके रिश्ते में आपके साथी के साथ आपका भावनात्मक जुड़ाव कम होने लगता है तो आप उसकी तलाश किसी और के साथ करते हैं।
कुछ लोग अपने रिश्ते में हमेशा एडवेंचर चाहते हैं, उसकी कमी के कारण वह सोशल मीडिया पर खुद के एडवेंचर को पूरा करने की चाहत की खोज करते हैं।
माइक्रो चीटिंग से समाधान
अपने साथी से अपनी चाहत के बारे में खुलकर बात करें।
आप अपने रिश्ते में एक दूसरे की कितनी स्वतंत्रता स्वीकार कर सकते हैं इसके नियम मिलकर तय करें।
अपने रिश्ते में डिजिटल ट्रांसपेरेंसी रखें। अपने मोबाइल सोशल मीडिया को अपने साथी से सुरक्षित ना रखें। एक दूसरे के साथ अपने पासवर्ड शेयर करें।
अपने रिश्ते में एक दूसरे को प्राथमिकता दें। एक दूसरे के लिए समय निकले, साथ में डेट प्लान करें। एक दूसरे से खुले मन से संवाद करें।
आप माइक्रो चीटिंग की अवधारणा को कितना सीरियस लेते हैं, यह आप पर है। लेकिन हां अगर आपके रिश्ते में लंबे समय तक माइक्रो चीटिंग चलता है तो यह आपके रिश्ते की नींव को हिला सकता है।
