रिश्तों में दोहरे मापदंड से कैसे बचें
ऐसा कोई इंसान नहीं है जिसमें सब अच्छाइयां ही हो और कोई भी कमी ना हो लेकिन इसके बावजूद कई लोग अपनी कमियों पर ध्यान नहीं देते और दूसरों में कमियां ढूंढते रहते हैं और सबके सामने उन्हें उजागर भी करते हैं | सभी के प्रति सकारात्मक सोच रखें और दोहरे मापदंड से बचें l
रिश्तों में दोहरे मापदंड का क्या मतलब है
एक रिश्ते में दोहरे मापदंड का मतलब है कि एक व्यक्ति को अपने साथी से कुछ अपेक्षाएं हैं लेकिन वह यह नहीं मानता कि उस पर भी वही अपेक्षाएं लागू होनी चाहिए l यह असल में अनुचित अपेक्षाएं हैं जो किसी भी रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकती हैं l एक रिश्ते को बनाने के लिए आपसी सम्मान और प्यार की आवश्यकता होती है लेकिन यदि आप खुद या आपका साथी दूसरे के लिए दोहरा मापदंड रखते हैं तो यह परेशानी का संकेत है l आपको या आपके साथी को इसके बारे में जागरूकता जरूरी है lएक स्वस्थ और खुशहाल संबंध स्थापित करने के लिए क्या आपके रिश्ते में भी दोहरे मानक हैँ यह जानने में आपकी मदद करने के लिए यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैँ जिस पर आप विचार कर सकते हैं l
कुछ लड़कियों के बहुत सारे पुरुष मित्र हो सकते हैं और वे उनके साथ समय बिता सकती हैं लेकिन जब उनका प्रेमी अपनी कुछ महिला मित्रों के साथ फोन पर बात भी करता हो तो उनका रिएक्शन बहुत बुरा हो जाता है, यह दोहरे मापदंड का एक उदाहरण है l
आपके साथी के लिए यह बात आवश्यक है कि आप जो भी फिल्म देखना चाहते हैं उसे देखे, जहां भी घूमना चाहते हैं, घूमें लेकिन जब वह अपनी पसंद का काम करना चाहते हैं तो आप उनके साथ कोई दिलचस्पी नहीं लेते l
आप अपने साथी से तो अपेक्षा कर रहे हैं कि वह नियमित रूप से व्यायाम करें, संतुलित आहार ले,वजन नियंत्रित करें पर आप खुद ऐसा नहीं कर रहे हैंl
इसी तरह आपका साथी आपसे तो अपेक्षा रखता है कि आप उसे मान सम्मान दें और आदर से बात करें पर खुद गुस्सा आने पर अपने को नियंत्रित नहीं कर पाता है और आप के मान सम्मान की धज्जियां उड़ा देता है l
यदि आपका साथी आपसे तो यह अपेक्षा करता है कि आप फिजूलखर्ची ना करें पर खुद अपने जरूरी एवं गैर जरूरी शौक को खुलकर पूरा करता है तो यह आपसी मतभेद का कारण बन सकता है l
यदि आपका साथी खुद तो खुलकर हर किसी से हंसी मजाक करता है पर आपके लिए इतना पोसेसिव है कि उसको आपसे किसी का बात करना पसंद नहीं आता है तो यह भी दोहरे मापदंड का एक उदाहरण है l
यदि आपका साथी आपके रिश्ते में दोहरा मापदंड स्थापित कर रहा है तो हो सकता है कि वह इस बात से अनजान है कि वह ऐसा कर रहा है l इससे होने वाले टकराव से बचने का आसान तरीका यही है कि आप और आपका साथी खुलकर एक दूसरे से बात करें l
दोहरे मापदंड रिश्तो को कैसे प्रभावित करते हैं
यह भी देखें-आखिर क्यों गाय को डाली जाती है पहली रोटी, जानें क्या कहता है शास्त्र: First Roti To Cow
दोहरे मापदंड एक बहुत सामान्य चीज है लेकिन यह हमारे रिश्तो को नष्ट कर सकते हैं I रिश्तो में दोहरे मानकों को पहचानना बेहद जरूरी है क्योंकि ये आपके जीवन को अस्त-व्यस्त कर सकते हैं और अगर नियमित रूप से हम इन्हें अनदेखा कर रहे हैं तो यह भावात्मक शोषण का रूप ले सकते हैं l यदि आप अपने साथी से ऐसी अपेक्षाएं रखते हैं जो आप अपने लिए नहीं रखते हैं या आपका साथी आपके लिए ऐसी अपेक्षा रखता है जो खुद नहीं करता तो उसके साथ इस पहलू पर बात करके एक समाधान अवश्य निकालें और दोनों मिलकर इस पर काम करें यह आपके संबंधों को मधुर बनाने में अहम भूमिका रखता है I
Double Standard Relationship: ऐसा कोई इंसान नहीं है जिसमें सब अच्छाइयां ही हो और कोई भी कमी ना हो, लेकिन इसके बावजूद कई लोग अपनी कमियों पर ध्यान नहीं देते और दूसरों में कमियां ढूंढते रहते हैं और सबके सामने उन्हें उजागर भी करते हैं| सभी के प्रति सकारात्मक सोच रखें और दोहरे मापदंड से बचें l
रिश्तों में दोहरे मापदंड का क्या मतलब है

एक रिश्ते में दोहरे मापदंड का मतलब है कि एक व्यक्ति को अपने साथी से कुछ अपेक्षाएं हैं लेकिन वह यह नहीं मानता कि उस पर भी वही अपेक्षाएं लागू होनी चाहिए l यह असल में अनुचित अपेक्षाएं हैं जो किसी भी रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकती हैं l एक रिश्ते को बनाने के लिए आपसी सम्मान और प्यार की आवश्यकता होती है, लेकिन यदि आप खुद या आपका साथी दूसरे के लिए दोहरा मापदंड रखते हैं तो यह परेशानी का संकेत है l आपको या आपके साथी को इसके बारे में जागरूकता जरूरी है lएक स्वस्थ और खुशहाल संबंध स्थापित करने के लिए क्या आपके रिश्ते में भी दोहरे मानक हैँ यह जानने में आपकी मदद करने के लिए यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैँ जिस पर आप विचार कर सकते हैं l
कुछ लड़कियों के बहुत सारे पुरुष मित्र हो सकते हैं और वे उनके साथ समय बिता सकती हैं लेकिन जब उनका प्रेमी अपनी कुछ महिला मित्रों के साथ फोन पर बात भी करता हो तो उनका रिएक्शन बहुत बुरा हो जाता है, यह दोहरे मापदंड का एक उदाहरण है l
आपके साथी के लिए यह बात आवश्यक है कि आप जो भी फिल्म देखना चाहते हैं उसे देखे, जहां भी घूमना चाहते हैं, घूमें लेकिन जब वह अपनी पसंद का काम करना चाहते हैं तो आप उनके साथ कोई दिलचस्पी नहीं लेते l
आप अपने साथी से तो अपेक्षा कर रहे हैं कि वह नियमित रूप से व्यायाम करें, संतुलित आहार ले,वजन नियंत्रित करें पर आप खुद ऐसा नहीं कर रहे हैंl
इसी तरह आपका साथी आपसे तो अपेक्षा रखता है कि आप उसे मान सम्मान दें और आदर से बात करें पर खुद गुस्सा आने पर अपने को नियंत्रित नहीं कर पाता है और आप के मान सम्मान की धज्जियां उड़ा देता है l
यदि आपका साथी आपसे तो यह अपेक्षा करता है कि आप फिजूलखर्ची ना करें पर खुद अपने जरूरी एवं गैर जरूरी शौक को खुलकर पूरा करता है तो यह आपसी मतभेद का कारण बन सकता है l
यदि आपका साथी खुद तो खुलकर हर किसी से हंसी मजाक करता है पर आपके लिए इतना पोसेसिव है कि उसको आपसे किसी का बात करना पसंद नहीं आता है तो यह भी दोहरे मापदंड का एक उदाहरण है l
यदि आपका साथी आपके रिश्ते में दोहरा मापदंड स्थापित कर रहा है तो हो सकता है कि वह इस बात से अनजान है कि वह ऐसा कर रहा है l इससे होने वाले टकराव से बचने का आसान तरीका यही है कि आप और आपका साथी खुलकर एक दूसरे से बात करें l
दोहरे मापदंड रिश्तो को कैसे प्रभावित करते हैं

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दोहरे मापदंड एक बहुत सामान्य चीज है लेकिन यह हमारे रिश्तो को नष्ट कर सकते हैं I रिश्तो में दोहरे मानकों को पहचानना बेहद जरूरी है क्योंकि ये आपके जीवन को अस्त-व्यस्त कर सकते हैंlअगर नियमित रूप से हम इन्हें अनदेखा कर रहे हैं तो यह भावात्मक शोषण का रूप ले सकते हैं l यदि आप अपने साथी से ऐसी अपेक्षाएं रखते हैं जो आप अपने लिए नहीं रखते हैं या आपका साथी आपके लिए ऐसी अपेक्षा रखता है जो खुद नहीं करता, तो उसके साथ इस पहलू पर बात करके एक समाधान अवश्य निकालेंl दोनों मिलकर इस पर काम करेंl यह आपके संबंधों को मधुर बनाने में अहम भूमिका रखता है I