विचारमग्न जौनी फ्री वे पर लिंकन दौड़ाता रहा – उसके बराबर में बैठी फ्रैडा सहमी-सी विंड स्क्रीन की ओर देखती रही।
जौनी सतर्क निगाहों से सामने की ओर देखता हुआ कार दौड़ा रहा था। जौनी का दिमाग कार की तेज रफ्तार से भी ज्यादा तेज गति से दौड़ रहा था।
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डेटोना बीच पहुंचकर उसने बाई पास द्वारा कम ट्रैफिक वाली सड़क पर मुड़कर उत्तर की ओर यात्रा जारी रखी। वह रह-रहकर फ्रैडा पर भी नजरें डाल लेता था – जो अभी तक भावशून्य-सी खामोश बैठी थी।
इतनी समस्याओं के बाद भी वह आतंकित नहीं था। अत्यधिक आत्मविश्वास की वजह से उसका क्रियाशील मस्तिष्क सुचारू रूप से काम कर रहा था – क्योंकि उसकी दाढ़ी का सब लोगों को पता चल चुका था – अतः अब इसे साफ करा देना ही उचित था। खाकी ड्रिल की जगह अब नये कपड़े भी बदलने होंगे। साल्वेडर-क्योंकि फ्रैडा को पहचानता था – अतः अब फ्रैडा का भी हुलिया बदलना जरूरी था।
सहसा फ्रैडा के स्वर ने उसकी विचार-तन्द्रा भंग कर दी।
‘हम कहां जा रहे हैं?’ उसने पूछा।
जौनी ने राहत की सांस ली।
‘अब कैसा महसूस कर रही हो बेबी?’ जौनी ने पूछा।
‘मैं बिल्कुल ठीक हूं।’ वह कांपते हुए बोली – ‘किन्तु हम लोग जा कहां रहे हैं?’
‘हम लोग उत्तर की ओर जा रहे हैं।’ जौनी ने कहा – ‘उन्हें सचेत होने में अभी दो घंटे का समय और लग जाएगा। इस तरह हमारे पास अभी दो घंटे का समय बचा है। इसी बीच हम सैंट डेविस पहुंच लेंगे। सैंट डेविस एक पर्यटक स्थल है। वहां हमेशा ही सैलानियों की कारों का आना-जाना लगा रहता है। वहां की भीड़-भाड़ में पहुंचकर हम इस कार से छुटकारा पा लेंगे।’
‘ओह जौनी-मुझे अभी तक डर लग रहा है।’ उसकी जांघ पर हाथ रखकर वह बोली-
‘क्या उन्हें शूट करना जरूरी था?’
जौनी शांत स्वर में बोला – ‘मैं तुम्हें पहले ही सचेत कर चुका हूं फ्रैडा – हमारा मुकाबला माफिया संगठन से है। इसका सीधा उसूल है – मारो, वरना मर जाओगे।’ वह थोड़ा रुका, फिर कहने लगा-‘मैं सोचता हूं अभी चांस है-मैं तुम्हें सच बताता हूं-उन थैलों में एक लाख बयासी हजार डालर की रकम है।’
‘एक लाख बयासी हजार!’ फ्रैडा ऊंची आश्चर्यमिश्रित आवाज में बोली – ‘यह तो बहुत बड़ी रकम होती है जौनी।’
‘हां और यह भी समझ लो कि यह जुआ है। इसके एक दांव पर धन है और दूसरे पर हमारी जिन्दगियां। मेरा मतलब है अगर यह रकम हमें मिल गई है तो हम इसे मिल-बांटकर इस्तेमाल करेंगे।’
‘परन्तु इस समय क्या करना है हमने?’
‘सैंट डेविस पहुंचकर तुम किसी ब्यूटी सैलून में जाकर अपने बालों का रंग बदलवा लेना – क्योंकि उन्हें तो किसी सुनहरी बालों वाली लड़की की तलाश होगी और मैं भी दाढ़ी से छुटकारा पा लूंगा। हमें कपड़े भी खरीदने पड़ेंगे – पर तुम चिन्ता मत करो – मेरे पास काफी पैसे हैं। फिर इस कार से पीछा छुड़ाकर हम ग्रेहाउंड बस द्वारा ब्रुन्सविक पहुंच जाएंगे और वहां रहकर धैर्य से इंतजार करेंगे। चाहे इसमें दो महीने का वक्त ही क्यों न लग जाए -फिर जब ईस्ट सिटी में मौजूद मेरा आदमी ऑल क्लीयर का संकेत देगा तो हम वहां जाकर रकम निकाल लाएंगे।’
‘क्या हम वास्तव में ऐसा कर सकेंगे? मेरा मतलब है हमें वह धन प्राप्त हो सकेगा?’
‘अगर नहीं प्राप्त कर सके तो मर जाएंगे।’ जौनी ने सच्चाई प्रगट कर दी।
इसी तरह बातें करते-करते वे सैंट डैविस तक पहुंच गए। उस समय तक नौ बजकर पचास मिनट हो चुके थे। टूरिस्टों तथा कारों की भारी वहां लगी हुई थी।
‘यहां हम इस कार से छुटकारा पा लेंगे।’ जौनी ने एक पार्क की ओर कार मोड़ते हुए कहा और कई मिनट बाद वह कार पार्क करने लायक स्थान पा सका – ‘अब हमें पैदल चलना होगा।’
उसने अपना सूटकेस खोला और सैमी की यहां से चुराई गई शेष रकम अपनी जेब के हवाले की। यह रकम कुल दो हजार आठ सौ सत्तावन डालर की थी। जौनी बोला –
‘मैं तुम्हें बताता हूं फ्रैडा, कि अब से हम दोनों पार्टनर हैं।’ उसने अपनी जेब से हजार डालर निकाले और उन्हें गिनकर उसे देते हुए कहा – ‘ये रख लो, इमरजेंसी में काम आएंगे। इमरजेंसी हम लोगों के सामने कभी भी आ सकती है। हेयर ड्रैसर के पास जाओ और अपने बाल ठीक करवा लो – कुछ कपड़े भी खरीद लो – ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं है और खरीदते समय ध्यान रखना कि कपड़ों का रंग ज्यादा शोख और गहरा न हो। हम अपने आपको पति-पत्नी के रूप में प्रस्तुत करेंगे – जो छुट्टियां बिताने के लिए ग्रेहाउंड बस द्वारा देश-भर का भ्रमण कर रहे हैं। मैं तुम्हें पृष्ठभूमि समझाए देता हूं। ब्रुन्सविक के किसी छोटे-से होटल में हम कमरा ले लेंगे। तुम होटल वालों से कहोगी कि मैं दिल का मरीज हूं और मुझे आराम की जरूरत है। इससे हम ज्यादा बाहर निकलने से बचे रहेंगे। तुम यह जाहिर करोगी कि इतनी दूर आकर हमने भारी भूल की है। मुझे आराम की सख्त जरूरत है। हमारे नाम मिस्टर एण्ड मिसेज हैनरी जैक्सन होंगे और इन्हीं नामों से हम होटल के रजिस्टर पर दस्तखत करेंगे। यह अभी पृष्ठभूमि है – आगे चलकर हम इसमें सुधार कर लेंगे।’
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फ्रैडा ने सहमति में सिर हिलाया और नोटों को अपने पर्स में डालकर जौनी की ओर देखा। वह बोली – ‘जब मैं अपने बालों को ठीक करा रही होऊंगी तो उस समय तुम मुझे छोड़कर तो नहीं चले जाओगे जौनी?’
यह सुनकर जौनी को धक्का-सा लगा। वह काफी देर तक उसे घूरता रहा। फिर मुस्कराया और बोला – ‘यह तो तुम स्वयं के ही दिल से पूछो बेबी।’
सूटकेस बंद करके वह कार से बाहर निकल आया।
‘मुझे दुःख है जौनी।’ कार से उतरकर उसकी बांह थामती हुई फ्रैडा बोली – ‘मेरी जिन्दगी में बहुत से आदमी आये हैं और सभी ने मुझे धोखा दिया है – इस कारण मैं तुम पर भी अविश्वास कर बैठी।’
‘अगर तुम्हें मुझ पर अभी तक भी यकीन नहीं हुआ।’ जौनी ने ठंडे स्वर में उत्तर दिया – ‘तो तुम सचमुच मुसीबत में पड़ जाओगी बेबी। आओ चलते हैं।’
वे दोनों कस्बे में पहुंच गए। रास्ते में ग्रेहाउंड बस स्टेशन की ओर इशारा करते हुए जौनी ने कहा – ‘हम यहां मिलेंगे – जल्दी लौटने की कोशिश करना। हममें से जो भी पहले पहुंच जाएगा वह एक-दूसरे का इंतजार करेगा।’

‘मुझे डर है जौनी।’ वह अनिच्छा से बोली – ‘कि कहीं मैं फिर अकेली न रह जाऊं।’
जौनी मुस्कराया और बोला – ‘लेकिन बेबी, हम हमेशा से अकेले ही तो रह रहे हैं – इसलिए डरो मत और जैसा मैं कह रहा हूं वैसा ही करो।’
‘अच्छा!’ फ्रैडा जबरदस्ती अपने होंठों पर मुस्कान लाती हुई बोली – ‘फिर मिलेंगे जौनी।’
‘अवश्य।’ जौनी बोला।
फ्रैडा चली गई – और जौनी ने भी कुछ देर ठहरने के बाद कस्बे का रुख किया।
दौलत आई मौत लाई भाग-34 दिनांक 21 Mar.2022 समय 08:00 बजे रात प्रकाशित होगा

