Vastu Shastra: सनातन धर्म में पूजा पाठ का बहुत महत्व होता है। कोई भी मंगल कार्य या पूजा पाठ दीपक प्रचलित किए बिना अधूरी रहती है। दीपक जलाने को लेकर ऐसा माना जाता है कि जो जातक भगवान के सामने श्रद्धा पूर्वक दीपक जलाकर सच्चे मन से प्रार्थना करते हैं तो उन्हें जीवन में कभी भी किसी तरह की कोई समस्या नहीं आती है।
ऐसा भी माना जाता है कि दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। ऐसा करने से घर में खुशहाली बनी रहती है। जिस घर में प्रतिदिन दीपक जलाया जाता है उस घर में भगवान शनिदेव की कृपादृष्टि बनी रहती है। इससे घर में बरकत बनी रहती है और शनि दोष नहीं होता है। वास्तु शास्त्र में दीपक जलाने के पीछे कई फायदे बताए गए हैं जो आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे तो चलिए जानते हैं।
जिस तरह से सभी देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग भोग, पुष्प और मंत्र का उपयोग किया जाता है। ठीक वैसे ही देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के दीपक जलाए जाते हैं। हर एक दीपक का अपना अलग महत्व होता है। लेकिन ऐसी मान्यता है कि अगर दीपक को सही समय, विधि, और सही दिशा में जलाया जाए तो इससे मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती।
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हिंदू धर्म में भगवान के पास पूजा के दौरान मंदिर में घी, तेल, सरसों, तिल या चमेली के तेल का दीपक जलाने का प्रचलन है। सभी का अपना अपना अलग महत्व होता है। घी का दीपक जलाना महंगा पड़ता है इसलिए अधिकतर लोग तेल का दीपक ज्यादा जलाते हैं। ऐसा माना जाता है कि जिस प्रकार दीपक अंधेरे को खत्म कर उजाला फैलाने का काम करता है उसी प्रकार रोजाना दीपक जलाने से व्यक्ति के जीवन में भी उजाला हो जाता है।
घी का दीपक जलाने के फायदे और महत्व
घी का दीपक जलाना एक पारंपरिक प्रथा है जो पीढ़ियों से चली आ रही है, जो लोगों को उनकी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से जोड़ती है। घी का दीपक जलाने से मन, शरीर और आत्मा को कई लाभ मिलते हैं। ऐसी मान्यता है कि घी का दीपक जलाना अंधकार और अज्ञान को दूर करने और आध्यात्मिक प्रकाश के प्रसार का प्रतीक होता है। इसके अलावा घी का दीपक जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और आसपास सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
ऐसा भी कहा जाता है कि घी के दीपक की स्थिर लौ दिमाग को केंद्रित करने और ध्यान में सहायता करने में मदद करती है। घी का दीपक जलाना आध्यात्मिक विकास, शांति और कल्याण के लिए शक्तिशाली साधन माना जाता है। यह आंतरिक शांति को बढ़ावा देता है। इसके अलावा यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। इस बात का ध्यान रखें कि घी का दीपक भगवान के हाथ के दाएं तरफ जलाना शुभ होता है।
सरसों का दीपक जलाने के फायदे और महत्व
ऐसा माना जाता है कि सरसों का दीपक घर में जलाने से जीवाणु इत्यादि खत्म हो जाते हैं। सरसों के तेल के दीपक से निकलने वाली काली धुआं से हानिकारक जीवाणु पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं। घर में पूजा के दौरान सरसों का दीपक जलाने से घर के चारों ओर का वातावरण शुद्ध हो जाता है। घर के मंदिर में एक मुखी दीपक रोजाना जलाने से घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की तेल का दीपक भगवान के हाथ के बाएं तरफ जलाना शुभ माना जाता है।
तिल के तेल का दीपक जलाने के फायदे और महत्व
तिल के तेल का दीपक अपनी पवित्र तरंगों को अपने स्थान से कम से कम एक मीटर तक फैलाने में सफल होता है। तिल के तेल से उत्पन्न होने वाली तरंगें दीपक के बुझने के आधे घंटे बाद तक वातावरण को पवित्र बनाए रखती है। घर या मंदिर में तिल के तेल का दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है घर की नकारात्मकता ऊर्जा खत्म हो जाती है। इसके अलावा तिल के तेल का दीपक जलाने से आसपास का माहौल शुद्ध हो जाता है। घर के मुख्य द्वार पर तिल के तेल का दीपक जलाने से काफी सारे फायदे मिलते हैं और दरिद्रता दूर होती है।
चमेली के तेल का दीपक जलाने के फायदे और महत्व
दीपक जलाने के लिए चमेली के तेल का उपयोग सबसे कम किया जाता है। ऐसा माना गया है कि हनुमान जी को चमेली का तेल अतिप्रिय होता है। शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर जाकर सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करने से हनुमान जी बेहद प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है। संकट मोचन हनुमान जी की पूजा करने के लिए तथा उनकी कृपा आप पर सदैव बनी रहे, इसके लिए तीन कोनों वाला दीपक जलाना चाहिए।
दीपक जलाने के दौरान करें इस मंत्र का जाप
शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोस्तुते।। दीपो ज्योति परंब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:। दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोस्तुते।।
जानें, दीपक जलाने के नियम
- दीपक जलाने के लिए कुछ बातों का जानना बहुत जरूरी है जैसे दीपक हमेशा सुबह 5 से 10 बजे के दौरान जलाए तथा शाम को 5 से 7 बजे के दौरान ही जलाए। दीपक जलाने के लिए यह सबसे शुभ समय माना जाता है।
- दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखें की दीपक खंडित नहीं होना चाहिए। खंडित दीपक जलाना अशुभ माना जाता है। खंडित दीपक को जलाने से किसी भी प्रकार के फल की प्राप्ति नहीं होती है।
- अगर आप घर के मंदिर या फिर बाहर के मंदिर में घी का दीपक जलाने जा रहे हैं तो रुई की बत्ती का प्रयोग करें। अगर तेल का दीपक जला रहे हैं तो लाल धागे की बत्ती का प्रयोग करें।
- नियमित रूप से घर के मुख्य द्वार पर एक दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है साथ ही ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
- दीपक जलाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान की प्रतिमा के सामने ही दीपक जलाए। कुछ लोग दीपक कहीं पर भी जला देते हैं ऐसा करना बिल्कुल गलत माना जाता है।