Overview:सारे तनाव व चिंताओं को दूर करेगा मिनी चक्र मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम, घर पर यूं करें इसे तैयार
आज के समय में हर व्यक्ति तनाव व चिंताओं से घिरा हुआ है। ऐसे में खुद को रिलैक्स फील करवाने के लिए आप घर पर ही मिनी चक्र मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम तैयार करें।
Multi Sensory Relaxation Room: घर एक ऐसी जगह है, जहां पर हम सभी सुकून का अहसास करते हैं। पूरा दिन बाहर रहने के बाद जब हम घर जाते हैं तो हमें एक अलग शांति महसूस होती है। यही वजह है कि हम अपने घर को सबसे बेहतर तरीके से सजाना चाहते हैं। लेकिन क्या आपके मन मे यह ख्याल आया है कि आप अपने घर के किसी कोने को कुछ ऐसे तैयार करें, जो नेगेटिव एनर्जी को कोसो दूर रखे। यह एक मिनी चक्र मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम की तरह काम करें, जहां आप खुद के साथ आसानी से कनेक्ट कर सकें। आपको उस जगह पर एकदम हल्का, शांत और सुकूनभरा महसूस हो।
जी हां, आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में स्ट्रेस, वर्क ओवरलोड और नेगेटिव एनर्जी ने अपनी जगह बना ली है। जिसकी वजह से आपका दिल-दिमाग हमेशा परेशान रहता है। ऐसे में खुद का एक शांत सा कोना होना किसी वरदान से कम नहीं। अगर आप सोचती हैं कि घर पर एक मिनी चक्र मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम बनाने के लिए आपको फैंसी डेकोर की जरूरत नहीं है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि आप घर पर मिनी चक्र मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम किस तरह क्रिएट कर सकती हैं और सारी नेगेटिव एनर्जी को दूर कर सकती हैं-
मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम से क्या फायदे मिलते हैं
हर किसी को अपने घर पर एक मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इससे आपको कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। इससे ना केवल आपके मन का तनाव कम होता है, बल्कि यह मूड और एनर्जी को बैलेंस करने में भी मददगार है। चूंकि मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम आपके मन को शांत करता है, जिससे नींद की क्वालिटी में सुधार होता है। साथ ही साथ, इससे ध्यान और सोचने की ताकत बढ़ती है।
सबसे पहले चुनें सही जगह
मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम बनाने के लिए सबसे पहले घर का कोई शांत और कम इस्तेमाल होने वाला कोना चुनें। मसलन, आप बालकनी या किसी खाली कमरे को चुनें। अब उस जगह को डिक्लटर करें। यह बेहद जरूरी है, क्योंकि जितना कम सामान होगा, उतनी कम निगेटिव एनर्जी होगी।
सॉफ्ट लाइटिंग का करें इस्तेमाल

रिलैक्सेशन रूम बनाने के लिए सही लाइटिंग का चयन करना बेहद जरूरी है। तेज लाइटिंग आपके आराम में खलल डाल सकती है। इसलिए, तेज ट्यूब लाइट की बजाय कुछ हल्की रोशनी वाले ऑप्शन चुनें। मसलन, आप वॉर्म फेयरी लाइट्स, हिमालयन सॉल्ट लैंप, डिम होने वाले एलईडी बल्ब या बीवैक्स की खुशबूदार कैंडल्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि रोशनी सीधे हमारे मूड और दिमाग पर असर डालती है।
अरोमाथेरेपी को भी करें शामिल
खुशबू हमारे मन, विचार व भावनाओं को गहराई से छूती है। इसलिए, जब आप रिलैक्सेशन रूम तैयार कर रही हैं तो ऐसे में अरोमाथेरेपी को जरूर शामिल करें। आप इसे अपनी जरूरत के अनुसार भी चुन सकती हैं। मसलन, अच्छी नींद पाने और चिंता को कम करने के लिए लैवेंडर सही रहेगा, जबकि यूकेलिप्टस आपको मेंटल क्लीयेरिटी देने में मदद रकता है। खुशबू के लिए आप डिफ्यूज़र, अगरबत्ती या खुशबूदार मोमबत्तियों का इस्तेमाल कर सकती हैं। अरोमाथेरेपी नेगेटिव एनर्जी को भी दूर करने में सहायक है।
हीलिंग साउंड्स से मिलेगा आराम
चूंकि रिलैक्सेशन रूम आपके सेंसेस को आराम पहुंचाता है, इसलिए लाइट और खुशबू के साथ-साथ साउंड पर फोकस करना भी बेहद जरूरी है। आप रिलैक्सेशन रूम में बारिश या समुंदर की आवाज़, मेडिटेशन म्यूज़िक, तिब्बती सिंगिंग बाउल्स आदि का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, आप इंटरनेट की मदद से भी कुछ बेहतरीन हीलिंग साउंड्स आसानी से चला सकती हैं।
टच और टेक्सचर थेरेपी का रखें ध्यान

हमारे मल्टीपल सेंसरी आर्गन में से एक टच भी है। इसलिए, मल्टी-सेंसरी रिलैक्सेशन रूम बनाते समय इसका ध्यान रखना भी जरूरी है। कोशिश करें कि आप आपका रूम थोड़ा सॉफ्ट और कोजी हो। इसके लिए आप फ्लोर कुशन या बीन बैग का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा, योगा मैट, वेटेड ब्लैंकेट आदि भी कमरे में इस्तेमाल किए जा सकते हैं। कोशिश करें कि आप कमरे में ऐसी चीजों को जरूर रखें, जिन्हें छूने से तनाव कम होता है और सुकून महसूस होता है। जब आप अपने चारों ओर देखती हैं और आपको हरियाली, प्रकृति से जुड़ी चीजें नजर आती हैं तो इससे आंखों को काफी अच्छा लगता है और मन को भी सुकून मिलता है।
विजुअल्स पर भी दें ध्यान
कमरे को डेकोरेट करते हुए आपको उसके विजुअल्स पर भी ध्यान देना चाहिए। आप रूम डेकोरेशन के लिए हल्के रंग जैसे पेस्टल, क्रीम, हरा आदि का इस्तेमाल करें। इसक अलावा, इंडोर पौधे जैसे स्नेक प्लांट, मनी प्लांट, पीस लिली, प्रकृति से जुड़ी पेंटिंग्स, मिनी फाउंटेन या क्रिस्टल ग्रिड, विज़न बोर्ड या शांत करने वाली वॉल आर्ट भी आपकी आंखों को एक सुकून का अहसास करवाता है।
टेस्ट एलीमेंट को ना करें इग्नोर

स्वाद आपके मूड को और भी बेहतर बना सकता है। इसलिए अपने रिलैक्सेशन रूम में टेस्ट एलीमेंट का भी खास ख्याल रखें। हालांकि, इसे ऑप्शनल माना जाता है, लेकिन स्वाद के जरिए आपको एक अलग तरह का सुकून मिलता है। इसके लिए आप एक छोटी सी ट्रे में हर्बल चाय (कैमोमाइल, तुलसी, पुदीना), नींबू या पुदीने वाला पानी या एक छोटा डार्क चॉकलेट का टुकड़ा रख सकती हैं।
