मां का आर्शीवाद—गृहलक्ष्मी की कहानियां: Mother's Blessing
Mother's Blessing

Mother’s Blessing Story: अनिल आज बहुत खुश था आज वह अपने परिवार के साथ अपने रिश्ते की बात करने जाने वाला था। लड़की को वह नहीं जानता था पर  उसके लड़की से  उसके पापा से परिचित थे। और अनिल को पापा पर भरोसा था। उसकी मम्मी के जाने के बाद पापा ने ही तो मम्मी और पापा दोनों का प्यार अनिल को दिया था ।

वे समय पर पहुंच गये जब लड़की चाय की ट्रे लेकर आई तो अनिल को उसका चेहरा कुछ पहचाना सा लगा पर ध्यान नही आ रहा था। पापा बैठे मुस्करा रहे थे वो सोच रहे थे जब अनिल को सब याद आयेगा पता चलेगा तो क्या होगा मिलने—मिलाने के कार्यक्रम के बाद अनिल को लड़की पसंद आ गयी। सब कुछ तय हो गया घर आकर जब अनिल ने पापा से कहा कि उसे उस लड़की का चेहरा इतना पहचाना सा लग रहा पर कुछ याद नही आया तब पापा ने मुस्कराते हुये मम्मी की फोटो के सामने ले जाकर अनिल को खड़ा कर दिया और बताया आज से पांच वर्ष पहले ही उसकी मम्मी ने इस रिश्ते की बात की थी और उन्हें सब समझ मे आ गया था ।
पर क्योंकि अनिल उस समय पढाई के लिये बाहर था और उसकी शादी की उम्र भी नही हुई थी इसलिये बात सबसे छिपी हुई थी। फोटो अनिल ने मां के मोबाईल मे देखा था और आज वह सब माजरा समझ रहा था कि मां का आशिर्वाद और मां की खुशी आज भी अनिल के साथ था ।