टीवी पर डेली सोप सास-बहू वाला सीरियल लग जाता। और स्टार प्लस की बहू जैसी बहू की कामना की जाती। रसोई घर में काम करती रश्मि सास-ननद की बातें सुनती कभी हँसती। कभी नाराज होती। पर कभी कह ना पाती कि थोड़ी मदद कर दो। सब उसे अकेले ही करना है यह सोचते हुये रसोई का काम जल्दी जल्दी निपटाती। और बैठक खाने से चाय के लिए आवाज लगाई जाती। रश्मि चाय में अदरक ज्यादा डालना… आज ठंड ज्यादा है ठण्ड तो घर की बहू को भी लगती है ना!! आखिरकार वो भी हाड़-मांस की ही बनी है…। पर खुद को मशीन मानते हुए रश्मि सारी नाराजगी झटक कर चाय बनाने लगती है। ठण्ड कितनी भी हो… रिश्तों में गर्मी का होना जरूरी है… और यह काम बहू ही कर सकती है।
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