काजू की तासीर ठंडी या गर्म बड़ा है कंफ्यूजन, जानें काजू से जुड़ी कुछ अहम बातें: Interesting Facts about Cashew
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Interesting Facts about Cashew:  सूखे मेवों का राजा भले ही बादाम हो, लेकिन मूल्‍यवान तो काजू है। मिठाई से लेकर मसालेदार खाने तक, सब में काजू का उपयोग होता है, फिर चाहे वो काजू कतली हो या मसाला काजू, काजू समोसा हो या काजू ग्रेवी हर व्‍यंजन की शान होता है काजू। काजू एक ऐसा स्‍वादिष्‍ट ड्राईफ्रूट है जो न सिर्फ पोषक तत्‍वों से भरपूर होता है बल्कि काजू से बने व्‍यंजन किसी के भी मुंह में पानी ला सकते हैं। बच्‍चों से लेकर बड़ों तक सभी को काजू खाना पसंद होता है। काजू के पोषक तत्‍वों की बात करें तो इसमें प्रोटीन, फाइबर, मिनरल, फास्‍फोरस, कैल्शियम, एंटीऑक्‍सीडेंट, आयरन, मैग्‍नीशियम और सेलेनियम की मात्रा काफी अधिक होती है, जो शरीर के विकास में मदद करती है। लेकिन इसके बावजूद काजू का सेवन सीमित मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है। ये फायदेमंद होने के साथ कई तरह की समस्‍याओं का कारण भी बन सकता है। अक्‍सर लोग काजू की तासीर को लेकर अस्‍मंजस में रहते हैं। काजू को कुछ लोग शरीर के लिए ठंडा मानते हैं तो वहीं कुछ इसकी तासीर को गर्म मानकर डाइट में शामिल करने से हिचकिचाते हैं। तो चलिए जानते हैं काजू ठंडा है या गर्म और इसके फायदे व नुकसान के बारे में।

काजू ठंडा होता है या गर्म, क्‍या है इसकी तासीर (Is Cashew Is Hot And Cold)

Interesting Facts about Cashew
Cashew is cold or hot, what is its effect (Is Cashew Is Hot And Cold)

काजू का सेवन हेल्‍थ के लिए काफी फायदेमंद होता है। काजू में मौजूद पोषक तत्‍व शरीर को जरूरी न्‍यूट्रिएंट्स देने के साथ कमजोरी को दूर करने में मदद करते हैं। हालांकि काजू को सीमित मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि इसकी तासीर अन्‍य ड्राई फ्रूट्स की अपेक्षा अधिक गर्म होती है। अधिक मात्रा में काजू का सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है जो पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। खासकर गर्मियों के मौसम में काजू कम ही खाना चाहिए। यही वजह है कि प्रेग्‍नेंट महिलाओं को प्रेग्‍नेंसी में काजू से दूरी बनाने को कहा जाता है।

क्‍या हैं काजू खाने के फायदे (Benefits Of Cashew)

क्‍या है काजू की तासीर
What are the benefits of eating cashews (Benefits Of Cashew)

काजू डाइट्री फैट का अच्‍छा स्‍त्रोत माना जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को एनर्जी देने के साथ उसे मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं काजू खून की कमी को भी दूर करने में सहायक होता है। काजू के अनगिनत हेल्‍थ बेनिफिट्स हैं जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए।

हड्डियां होती हैं मजबूत

काजू में कैल्शियम और मैग्‍नीशियम की मात्रा अधिक होती है जो बच्‍चों और बड़ों की हड्डियों को मजबूती देने में मदद करती है। दूध के साथ यदि काजू का सेवन किया जाए तो कैल्शियम सप्लिमेंट्स खाने की आवश्‍यकता नहीं पड़ेगी।

पाचन तंत्र में सुधार

काजू में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पेट को दुरुस्‍त रखता है। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र में सुधार हो सकता है। लेकिन इसका सीमित मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए। काजू के सेवन से कब्‍ज, गैस और ब्‍लोटिंग की समस्‍या से छुटकारा मिल सकता है।

शरीर को दे एनर्जी

काजू प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन जैसे जरूरी पोषक तत्‍वों से भरपूर होता है, जो शरीर को एनर्जी देने में मदद करता है। प्रतिदिन दो काजू खाने से शरीर को पूरे दिन एनर्जी मिलती है। लेकिन इसका सेवन गर्मी के दिनों में कम से कम करना चाहिए, इससे शरीर का तापमान बढ़ सकता है।

डायबिटीज का रिस्‍क कम

डायबिटीज के पेशेंट के लिए काजू का सेवन लाभदायक होता है। काजू ब्‍लड शुगर लेवल और इंसुलिन को नियंत्रित करने में मदद करता है। ये टाइप 2 डायबिटीज के विकास के जोखिम को भी कंट्रोल कर सकता है। लेकिन डायबिटीज पेशेंट को काजू का सेवन करने से पहले चिकित्‍सक की सलाह अवश्‍य ले लेनी चाहिए।

कैंसर में लाभदायक

काजू में एनाकार्डिक एसिड, कार्डोल और कार्डिनोल जैसे विभिन्‍न प्रकार के एंटी-ऑक्‍सीडेंट होते हैं, जो कैंसर और ट्यूमर ट्रीटमेंट में लाभदायक हो सकते हैं। कई कैंसर पेशेंट्स को पिसा हुआ काजू खाने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि इसमें प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है जो आसानी से शरीर में एब्‍जॉर्ब हो जाती है।

ए‍नीमिया में फायदेमंद

काजू में डाइट्री आयरन होता है। ये पोषक तत्‍व पूरे शरीर में ऑक्‍सीजन को विभिन्‍न अंगों तक पहुंचाने में मदद करता है। साथ ही शरीर के एंजाइमों को सही ढंग से काम करने के लिए प्रोत्‍साहित करता है। काजू को डाइट का नियमित हिस्‍सा बनाने से थकान और एनीमिया को रोकने में मदद मिल सकती है। प्रतिदिन कुछ नट्स का सेवन आपके शरीर को आश्‍चर्यजनक लाभ दे सकता है।

इम्‍यूनिटी बढ़ाए

काजू में उच्‍च मात्रा में जिंक होता है, जो इम्‍यून सिस्‍टम को बढ़ावा देने के लिए बेहद आवश्‍यक है। ये माइक्रोबियल संक्रमण के खिलाफ सिस्‍टम को मजबूत करने में मदद करता है। इसके अलावा ये घावों को भरने में भी सहायक भूमिका निभाता है।

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क्‍या हैं काजू के नुकसान (Side Effects Of Cashew)

क्‍या है काजू की तासीर
What are the side effects of cashew

किसी भी चीज की अति नुकसानदायक होती है। ऐसा ही काजू के लिए भी माना जा सकता है। काजू का जरूरत से ज्‍यादा सेवन करना न सिर्फ शरीर को नुकसान पहुंचाता है बल्कि इससे मिलने वाले फायदे भी कम देता है। चलिए जानते हैं काजू के नुकसान के बारे में।

हाई बीपी का कारण

काजू में कैलोरी और फैट अधिक मात्रा में होता है जो कोलेस्‍ट्रॉल और हाई बीपी का कारण बन सकता है। इसके अलावा इसमें सोडियम की भी मात्रा अधिक होती है जो स्‍ट्रोक और हार्ट संबंधित समस्‍याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है।

फाइबर की अधिक मात्रा

वैसे तो फाइबर हेल्‍थ और पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है लेकिन काजू के रूप में बहुत अधिक फाइबर खाने से पेट में दर्द, सूजन और गैस की समस्‍या हो सकती है। जहां तक हो सके फाइबर के लिए ग्रीन वेजिटेबल का अधिक सेवन करें।

बढ़ता है मोटापा

काजू में अन्‍य नट्स की अपेक्षा अधिक फैट होता है, जो मोटापो को बढ़ावा दे सकता है। हाई कैलोरी होने की वजह से ये शरीर को हैवी बनाता है। इसलिए यदि आप वेट लॉस जर्नी पर हैं तो काजू का सीमित मात्रा में ही सेवन करें।

किडनी पर प्रभाव

काजू में पोटेशियम की मात्रा भी अधिक होती है जो हार्ट डिजीज को बढ़ावा दे सकता है। इसके साथ ही ये किडनी पर भी नकारात्‍मक प्रभाव डाल सकता है, जिस वजह से यूरिन संबंधित समस्‍या उत्‍पन्‍न हो सकती है।

एलर्जी

कई लागों को नट्स से एलर्जी होती है खासकर काजू से। काजू से कई प्रकार की एलर्जी हो सकती है जिसमें स्किन एलर्जी, खुजली, स्किन पर चकत्‍ते, मितली, खांसी, उल्‍टी, ऐंठन , दस्‍त और मुंह में छाले शामिल हैं। एलर्जी होने पर कई रोगियों को सांस लेने में भी कठिनाई हो सकती है। ये एक ऐसी स्थिति है जिसके लिए निश्चित रूप से आपको डॉक्‍टर के पास जाने या अस्‍पताल में भर्ती होने तक की नौबत आ सकती है। 

एक दिन में कितने काजू का करें सेवन (How To Eat Cashew)

क्‍या है काजू की तासीर
How To Eat Cashew

काजू में तमाम पोषक तत्‍व होने के बावजूद ये शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए काजू का सेवन नियंत्रित मात्रा में किया जाना चाहिए। उम्र और सेहत के आधार पर काजू का सेवन निर्भर करता है। माना जाता है कि एक दिन में 4-5 काजू का सेवन सेहत के लिए लाभदायक हो सकता है। ए‍क दिन में इससे ज्‍यादा काजू खाने से पेट में दर्द और अपच की समस्‍या हो सकती है। काजू की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन किसी भी गर्म चीज के साथ नहीं करना चाहिए। हाई बीपी और कोलेस्‍ट्रॉल से पीडि़त लोगों को इसका सेवन कम से कम करना चाहिए। अन्‍यथा शरीर में एक्‍स्‍ट्रा फैट और कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है।

कैसे करें काजू का सेवन

क्‍या है काजू की तासीर
How to consume cashew

– काजू को स्‍नैक्‍स के तौर पर शाम की चाय के साथ खाया जा सकता है।

– काजू को सेवन मिठाइयों के रूप में किया जा सकता है लेकिन सीमित मात्रा में।

– काजू और बादाम को घी में रोस्‍ट करके खाया जा सकता है।

– सब्‍जी की ग्रेवी को गाढ़ा करने और स्‍वाद बढ़ाने के लिए काजू का उपयोग कर सकते हैं।

– काजू को उपयोग खीर या हलवे का स्‍वाद और रंगत बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।

– बच्‍चों के मिल्‍क शेक में काजू को पीसकर डाल सकते हैं।

FAQ | क्या आप जानते हैं

क्‍या काजू शरीर के लिए गर्म होता है ?

जी हां, काजू की तासीर गर्म होती है। हालांकि काजू सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन इसका सीमित मात्रा में सेवन आवश्‍यक है।

काजू की तासीर ठंडी कैसे करें ?

काजू की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन करने से पहले इसे पानी में भिगोकर रख दें। इससे इसकी तासीर ठंडी हो जाएगी और ये शरीर को नुकसान भी नहीं पहुंचाएगा।

काजू को कब तक भिगोकर छोड़ सकते हैं ?

काजू को पानी में अधिक देर तक भिगोकर रखने से इसका स्‍वाद खराब या कड़वा हो सकता है। साथ ही इसके टेक्‍स्‍चर में भी बदलाव आ सकता है। इसलिए इसे 4-5 घंटे से अधिक न भिगोएं।

काजू और बादाम का दूध पीने से क्‍या होता है ?

काजू और बादाम में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, विटामिन डी और मैग्‍नीशियम पाया जाता है जो दांत और हड्डियों को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसे दूध में मिलाकर पीने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।

गर्मी में काजू कैसे खाना चाहिए ?

गर्मी के दिनों में काजू को पानी में भिगोने के कुछ देर बाद खाना चाहिए। इसके अलावा मिल्‍क शेक या ठंडी खीर में भी काजू डालकर खाया जा सकता है।

कौन सा ड्राई फ्रूट शरीर के लिए ठंडा है ?

गर्मी के दिनों में तो सभी ड्राई फ्रूट गर्म होते हैं लेकिन एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसका सेवन किसी भी महीने में किया जा सकता है। वो है स्‍वादिष्‍ट अखरोट। अखरोट में कैल्शियम, आयरन और मि‍नरल होते हैं जो शरीर को ठंडक देते हैं।