Women and Men Bicep: मोटापा एक वैश्विक बीमारी के रूप में सामने आ रहा है, जिसमें भारत चिंताजनक स्थिति में है। एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि भारत में महिलाओं का मोटापा और उनके बाइसेप्स का साइज पुरुषों की अपेक्षा कहीं अधिक है। ग्रामीण महिलाओं की अपेक्षा शहरी महिलाएं इस समस्या का सामना अधिक कर रही हैं। आंकड़ों में ये साफ तौर पर स्पष्ट किया गया है कि यदि महिलाएं अपने बढ़ते वजन को लगाम नहीं लगाएंगी तो वह ओबेसिटी के अलावा हार्ट और कैंसर जैसी समस्याओं का शिकार तेजी से हो सकती हैं। इस बढ़ती समस्या का क्या कारण है और महिलाएं इससे कैसे निपट सकती हैं चलिए जानते हैं इसके बारे में।
क्या कहती है स्टडी

भारत में मोटापे का स्तर सभी क्षेत्रों में बहुत हाई है। मोटा होने की संभावना उम्र के साथ बढ़ती है। हैदराबाद की काउंसिल ऑफ सोशल डेपलेपमेंट की स्टडी के मुताबिक भारत में 23 प्रतिशत से अधिक महिलाएं या तो अधिक वजन वाली या मोटी हैं, जो पुरुषों के बीच प्रचलन से अधिक है। रिसर्च में पता चला है कि सबसे ज्यादा मोटापा तमिलनाडु की महिलाओं में है। उनके बाइसेप्स पुरुषों की अपेक्षा कहीं अधिक है।
शहरी महिलाएं अधिक मोटापे का शिकार
ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी महिलाएं अधिक मोटापे का शिकार हो रही हैं। ये आंकड़ा पिछले कुछ सालों में लगभग 10 प्रतिशत तक बढ़ा है। जिन महिलाओं का बीएमआई 30 से अधिक है वह मोटापे की श्रेणी में आती हैं। मोटापे की वजह से महिलाओं को हार्ट अटैक, पीसीओडी, डायबिटीज, जोड़ो में दर्द और ट्यूमर जैसी बीमारियां हो रही हैं।
महिलाओं में मोटापे की वजह
गलत खानपान: शहरी महिलाओं में गलत खानपान की वजह से मोटापा बढ़ रहा है। एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाओं की खाने की आदतें पुरुषों की मुलना में अधिक खराब हैं। नूडल्स, केक और पिज्जा की बढ़ती डिमांड के चलते मोटापा भी तेजी से बढ़ रहा है।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी: जो महिलाएं फिजिकली एक्टिव नहीं है वह मोटापे का शिकार आसानी से हो सकती हैं। वॉक, जॉगिंग, योगा या जिम न जाकर केवल अनहेल्दी खाना खाने से शरीर में चर्बी जमा होने लगती है। जिसके कारण कई बीमारियां का खतरा बढ़ सकता है।
हार्मोनल प्रॉब्लम: उम्र के साथ महिलाओं के हार्मोन्स में तेजी से बदलाव होता है जिसके कारण वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। जैसे एस्ट्रोजन हार्मोन के बढ़ने से कूल्हे और जांघ पर अतिरिक्त फैट जमा हो सकता है।
मोटापे को कैसे करें कंट्रोल

– मोटापा कम करने के लिए जरूरी है बैलेंस और हेल्दी डाइट। एक उम्र के बाद महिलाओं को जिद्दी फैट कम करने में मुश्किल हो सकती है लेकिन अच्छी डाइट से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
– नियमित रूप से एक्सरसाइज और योगा करने से भी बॉडी को टोन कर शेप में जाया जा सकता है। महिलाओं को घर और ऑफिस के काम के अलावा फिजिकल एक्टिविटी और एक्सरसाइज पर भी फोकस करना चाहिए।
– जहां तक हो सके शरीर को एक्टिव रखें। इसके लिए मोबाइल और स्क्रीन टाइम को कम किया जा सकता है। अधिकांश महिलाएं अपने फ्री टाइम में लेटकर या बैठकर मोबाइल देखती हैं,इससे न केवल समय की बर्बादी होती है बल्कि मोटापा भी बढ़ता है।
पुरुषों को भी रखना चाहिए ध्यान
मोटापा एक ऐसी समस्या है जो लिंग भेद के बिना किसी को भी सता सकती है। महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को मेटाबॉलिज्म तेज होता है जिसके कारण वह आसानी से फैट बर्न कर लेते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वह मोटापे का शिकार नहीं हो सकते। पुरुषों को भी हेल्दी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान देना चाहिए।
