clutter stress syndrome
clutter stress syndrome

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दुनियाभर में हुए अध्ययन बताते हैं कि घर का अव्यवस्थित होना पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा तनाव देता है। इससे उनके मा​नसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर होता है।

Clutter Men vs Women: अधिकांश कपल्स में लड़ाई का एक मुद्दा कॉमन होता है। और वो है ‘घर की सफाई’ को लेकर। महिलाएं हमेशा घर को साफ और व्यवस्थित देखना चाहती हैं। वहीं अधिकांश पुरुषों में यह आदत महिलाओं के मुकाबले कम होती है। बैड पर गीला तौलिया रखना, जूतों को कहीं भी उतार देना, कपड़ों को अलमारी में न रखना जैसी छोटी-छोटी बातें जहां महिलाओं को बहुत बड़ी लगती हैं। वहीं पुरुषों के लिए यह जरूरी ही नहीं हैं। आइए आज इसके पीछे की साइंस समझते हैं।

इस स्थिति को समझें

Clutter Men vs Women: दुनियाभर में हुए अध्ययन बताते हैं कि घर का अव्यवस्थित होना पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा तनाव देता है।
Studies show that a cluttered home causes more stress to women than men.

दुनियाभर में हुए अध्ययन बताते हैं कि घर का अव्यवस्थित होना पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा तनाव देता है। इससे उनके मा​नसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज्यादा संवेदनशील होती हैं। साथ ही उन पर घरेलू जिम्मेदारियां भी पुरुषों से ज्यादा होती हैं। ऐसे में वे क्लटर स्ट्रेस सिंड्रोम का शिकार हो जाती हैं।

इसलिए महिलाएं होती हैं प्रभावित

पर्स सोक साइकोल बुल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार अव्यवस्थित घर देखने से महिलाओं में तनाव से जुड़ा हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर तेजी से बढ़ता है। इससे उन्हें टेंशन और डिप्रेशन होने लगता है। चिंता की बात यह है कि कोर्टिसोल का यह ​स्तर उन्हें दिनभर परेशान करता है। वहीं पुरुषों को ऐसी कोई समस्या प्रभावित ही नहीं करती है। न ही इससे उनका कोर्टिसोल लेवल बढ़ता है, न ही उन्हें तनाव होता है।

दोनों के लिए खुशियां अलग

यूसीएलए के सेंटर ऑन एवरीडे लाइव्स एंड फैमिलीज के एक अध्ययन में पाया गया कि महिलाओं को घर के सामान को बहुत ज्यादा संभालना पड़ता है। और इससे भी तनाव का हार्मोन बढ़ता है। लेकिन अधिकांश पुरुष इससे बिलकुल भी प्रभावित नहीं होते हैं। घर में रखी जो कलाकृतियां पुरुषों को गर्व और आनंद दे रही थीं। वहीं उनपर जमी गंदगी महिलाओं के टेंशन का कारण बन रही थी। शोधकर्ताओं ने पाया कि महिलाएं साफ सुथरे घर में ज्यादा खुशी, संतुष्टि और शांति महसूस करती हैं।

महिलाओं को चुननी होगी यह राह

अगर आप भी उन महिलाओं में से हैं, जिन्हें सफाई पसंद है। लेकिन घर के बाकी किसी सदस्य को इसकी परवाह नहीं है तो आपको अपना रास्ता खुद चुनना होगा। कुछ तरीके अपनाकर आप इस परेशानी का हल खोज सकती हैं।

1. जिम्मेदारियां सौंपना सीखें

आमतौर पर महिलाएं पूरे घर की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेकर रखती हैं। लेकिन अगर किसी को इसका एहसास नहीं हो रहा है तो आप परिवार के सभी सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपना सीखें। बच्चों को उनके कमरे और पति को स्टडी को साफ रखने की जिम्मेदारी दें। आप जितना ज्यादा उन्हें स्वामित्व का एहसास करवाएंगी। वे उतना ज्यादा उस जगह को संभालेंगे। घर के बाकी काम भी बांटें, जिससे सभी को पता चले कि घर संभालना और साफ रखना कोई आसान काम नहीं है।

2. मिनिमम स्टाइल में जिएं

घर में जितनी ज्यादा चीजें और सामान होगा, वो उतना ही ज्यादा अव्यवस्थ्ति होगा। इसलिए मिनिमम लाइफस्टाइल को अपनाएं। घर में कम सामान रखें। इससे घर में स्पेस भी ज्यादा नजर आएगी। और आप अच्छा फील करेंगी। ऐसा करने से आपका घर, रसोई, अलमारी आदि भी संभले रहेंगे।

3. दिल खोलकर बात करें

अगर आप गंदे घर को देखकर परेशान हैं तो खुलकर इसके बारे में परिवार से बात करें। उन्हें बताएं कि इससे आप मानसिक रूप से परेशान होती हैं। परिवार को बताएं कि आपके लिए सफाई जरूरी है और यह आपको खुशी देती है। साथ ही यह चेतावनी भी दें कि गंदे घर को देखकर प्रतिक्रिया सहने के लिए भी उन्हें तैयार रहना चाहिए।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...