Symptoms of Health Problems: आज के बदलते परिवेश में बिजी लाइफ स्टाइल, खानपान की गलत आदतें जैसे कारणों के चलते अनेक तरह की बीमारियां तेजी से बढ रही हैं। यह वैज्ञानिक सत्य है कि हमारी बाॅडी किसी भी बड़ी बीमारी का संकेत छोटी-मोटी तकलीफ के रूप् में लिए जरूर देती है। लेकिन अक्सर हम स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होते हैं और छोटी-मोटी तकलीफों को इग्नोर कर देतेे हैं। जबकि जरूरत है हमें सचेत होने की और इन इंडीकेशन को समझ कर समयोचित उपचार कराने की। तभी हम स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
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सिरदर्द
अगर किसी व्यक्ति को बहुत तेज सिरदर्द विशेषकर सिर की पिछली तरफ दर्द हो, चक्कर, उल्टियां आ रही हो और बर्दाश्त से बाहर हो- तो यह ब्रेन ट्यूमर होने या आर्टिरीज में ब्लीडिंग होने का संकेत देता है। ब्रेन हेमरेज हो सकता है आंख के पर्दे की नस फट सकती है और आंख से खून आ सकता है। अचानक डबल विजन, धुंधला या एक आंख से दिखना बंद होने जैसी समस्याएं आ सकती हैं, तो डाॅक्टर को तुरंत कंसल्ट करना चाहिए। उसे शरीर के दाएं या बाएं हिस्से में अचानक कमजोरी महसूस हो, तो यह पैरालिसिस का कारण भी बन सकता है।
वजन कम होना
डाइट ठीक होने के बावजूद अगर किसी व्यक्ति का वजन बिना एक्सरसाइज या व्यायाम किए तेजी से कम हो रहा है- यह हाइपर थायराॅयड, डायबिटीज होने का लक्षण है। उसे फीयोक्रोमोसाइटोमा ब्रेन ट्यूमर भी हो सकता है जिसमें वजन तेजी से कम होता है। वजन कम होने के साथ अगर भूख भी कम हो जाए तो यह केंसर की निशानी हो सकती है।
अचानक ब्लीडिंग होना
व्यस्क व्यक्ति के कान, नाक या मुंह से ब्लीडिंग होने को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। नाक से ब्लीडिंग हाई ब्लड प्रेशर की ओर इशारा करती है। मुंह या दांत से ब्लीडिंग होना आपके शरीर में प्लेप्लेट कम होने और विटामिन सी की कमी का संकेत देते हैं। जबकि कान से ब्लीडिंग कई बार खतरनाक भी होती है। ब्लीडिंग इंफेक्शन से कान का पर्दा फटने और ब्रेन में चोट लगने या ब्रेन हैमरेज के कारण भी हो सकती है।
जीभ लड़खड़ाना
अचानक अगर आपकेा अहसास हो कि आपकी जीभ भारी हो गई है, लडखडा रही है, व्यक्ति ठीक से बोल नहीं पा रहा है, तो यह ब्रेन स्ट्रोक की निशानी हो सकती है।
बेल्स पाल्सी या फेशियल पैरालिसिस
वायरल या इंफेक्शन से कान या सिर में दर्द रहता है। ब्रेन से आने वाली नर्व्स में सूजन आ जाती है। ये नव्र्स चेहरे की मांसपेशियों को नियंत्रित करती हैं। इंफेक्शन की वजह से मांसपेशियां संकुचित होने लगती हैं और चेहरा दाई या बाईं ओर से तेढ़ा होने लगता है। मरीज को तुरंत डाॅक्टर के पास ले जाना चाहिए।
मेनिन्जाइटिस या दिमागी बुखार
अचानक तेज बुखार आना, मस्तिष्क और रीढ के बीच की हड्डी में सूजन, गर्दन में अकडन, शरीर पर रेशैज होना,ं सिरदर्द, उल्टी या चक्कर आना, देखने में दिक्कत आना, बेहोशी छाना- मेनिन्जाइटिस की निशानी है। बिना देर किए डाॅक्टर को दिखाना चाहिएं।
पेट में तेज दर्द होना
डायबिटीज या ब्लड प्रेशर के मरीजों को खाना खाने के बाद अचानक पेट में तेज दर्द हो, तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। पेट की नाड़ी में खून का दवाब कम होने से खून का थक्का आ सकता है। यह अपेंडिक्स या आंत में सूजन का संकेत भी हो सकता है।
गाॅल ब्लैडर स्टोन
40 साल से ज्यादा की उम्र की महिला को पेट के ऊपरी हिस्से में खाना खाने के बाद दर्द हो रहा है, तो यह गाॅल ब्लैडर में सूजन या स्टोन हो सकता है।
ब्लैडर कैंसर
उम्रदराज लोगों को यूरिन में ब्लड आ रहा हो तो यह ब्लैडर कैंसर का संकेत हो सकता है। डाॅक्टर को तुरंत कंसल्ट करना चाहिए।
पाइल्स
किसी व्यक्ति को बिना किसी बीमारी के या दर्द के स्टूल के साथ ब्लड आ रहा है, तो पाइल्स होने का संकेत देता है।
लीवर समस्या
अगर किसी केा पहले से डायबिटीज या ब्लड प्रेशर है, एल्कोहल लेता है अगर उसे ब्लीडिंग शुरू हो गई हो तो उसे लीवर की समस्या है। उसे जाॅन्डिस हो सकता है, भूख कम हो रही होगी, पेट भारी होगा, बाॅडी में दर्द होगा। लेकिन वो एल्कोहल लेता रहता है, उसकी नाक-मुंह से ब्लीडिंग होने लगती है, स्टूल में ब्लड आता है तो यह लीवर खराब होने का संकेत देता है। मरीज को यथासंभव डाॅक्टर से मिलना चाहिए।
खांसी के साथ खून आना
अचानक किसी को खांसी या बलगम के साथ ब्लड आ रहा है, तो उसे निमोनिया हो सकता है। बड़ी उम्र में अगर खांसी के साथ ब्लड आ रहा है, तो यह कैंसर या टीबी का सूचक हो सकता है। खांसी के साथ हल्का बुखार, भूख कम लगना, संुस्ती आना जैसे लक्षण टीबी के हो सकते है।
चेस्ट में दर्द होना
पेट में दर्द ऊपर चेस्ट की ओर जा रहा है बडे लोगो में अचानक सांस फूल जाती है, खासतौर पर लेटने से ज्यादा दिक्कत हो, पसीना बहुत आ रहा- हार्ट फैल्योर का संकेत है। यह सिर्फ गैस की प्राॅब्लम नहीं, बल्कि चेस्ट और हार्ट डिजीज के लक्षण हैं जिन्हें इग्नोर करना नुकसानदायक है।
सांस लेने में दिक्कत
अगर किसी को लेट कर सांस लेने में दिक्कत आ रही हो या सांस फूल रही हो, तो यह अस्थमा का संकेत है।
ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट में किसी भी साइज की गांठ या लंप महसूस हो, या निप्पल से डिस्चार्ज हो तो उन्हें तुरंत डाॅक्टर से मिलना चाहिए।
किडनी में पथरी
अगर पेट में दर्द हो या किसी एक तरफ दर्द हो, उल्टी की फीलिंग हो, पसीना बहुत आ रहा हो, फीलिंग होने पर भी यूरिन न आ रहा हो, तो यह किडनी में स्टोन का संकेत है।
प्रोस्टेट कैंसर
60 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों यूरिन पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हों, पेट में दर्द रहता हो तो यह प्रोस्टेट केंसर का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में किसी भी गंभीर स्थिति से बचने के लिए डॉक्टर के पास जाएं।
डायबिटीज
बार-बार शौच जाना, ज्यादा पानी पीने के बावजूद शरीर में पानी की कमी होना, जरूरत से ज्यादा वजन कम होना या बढ़ना, बार बार भूख लगना। पेट भरा हुआ होने के बावजूद कमजोरी महसूस होना, मूडी होना और छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आना, आलस्य का बढ़ना और अधिक नींद आना, हाथ पैरों में सूजन आना और पेट का फूलना।
थायराॅयड
कब्ज होना, हाथ-पैर ठंडे रहना, प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना, थकान रहना, त्वचा का सूखना या ड्राई होना , डिप्रेशन होना, किसी काम में मन नहीं लगना है, याददाश्त भी कमजोर होना, बाल झड़ना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द रहना।
(डाॅ जे रावत, सीनियर फिजीशियन, दिल्ली)