Flossing Benefits: आजकल दांतों की बीमारियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जब दांतों में एकबार दिक्कत आरम्भ होती है तो बार बार हमें समस्या होने लगती है। कई बार दांतों में लगे खाद्य पदार्थ को नहीं निकालने पर भी दांतों की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने दांतों की सफाई पर ध्यान दें। जिससे बैक्टीरिया पनपे नहीं साथ ही आपके मुंह से सड़ने की बदबू नहीं आए तो इसके लिए दांतों में फ्लॉसिंग करें। ये प्रक्रिया दांतों के लिए काफी फायदेमंद होती है। आइए जानिए इसके बारे में-
Also read : इन 10 आदतों को अपनाकर आप अपने दांतों और मसूड़ों को रखें स्वस्थ: Teeth Health Care
क्या है फ्लॉसिंग
इसमें एक धागे को लिया जाता है जो पतला और सिंथेटिक होता हे। दांतों में यदि गंदगी फंसी है तो उसे निकाले में ये एक अच्छी तकनीक है। इसमें दांतों में धागे को घुमाते हुए दांतों के बीच में से गंदगी निकाली जाती है। इससे दांतों के बीच में से गंदगी निकल जाती है। और जब आप धागे से दांतों में गंदगी निकाल रहे होते है तो ध्यान रहे कि साथ ही साथ कुल्ला करते रहें।
फ्लॉसिंग करने का तरीका
- इसके लिए सबसे पहले आपको 18 इंच को एक लंबा धागा लेना है। फिर धागे को उंगलियों पर लपेटे जिससे धागा टाइट हो जाएगा और जल्दी से टूटेगा नहीं।
- इसके बार दो दांतों के बीच इसे फसाएं। फिर उसके बाद फ्लॉसिंग करना आरम्भ कर दें इससे दांतों में से गंदगी निकल जाएगी।
- जब आप दांतों को फॅलास कर लें तो उसके बाद एक अच्छे टूथब्रश से दांतों को साफ करें।
- आजकल बाज़ारों में डेंटल फ्लॉस बने हुए भी मिलते हैं, जिनका इस्तेमाल काफी आसान होता है।
फ्लॉसिंग करने के लाभ
- यदि आप रेाज फ्लॉसिंग करते है तो आपको किसी भी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही इससे प्लॉक के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है।
- इसको करने से मसूड़ो और दांतों में गंदगी नहीं जमती है। दांतों में जो समस्याएं बनी रहती है जैसे मसूड़ों से ब्लीडिंग आना या फिर स्मैल इन तरह की गंदगी दूर होती है।
फ्लॉसिंग से नहीं बनता गैप
कई लोगों का मानना है कि फ्लॉसिंग करने से दांतों के बीच गैप बन जाता है। लेकिन ये अवधारणा गलत है। सबसे ज्यादा यहां ये जानना आवश्यक है क फ्लॉसिंग को कैसे करना है। क्योंकि यदि आप से इसे नहीं करेंगे तब आपके दांतों में समस्या आ सकती है। फ्लॉसिंग करने के लिए अच्छी तरह की क्वालिटी वाले फ्लॉस का इस्तेमाल करें क्योंकि यदि आप धागा ही सही नहीं इस्तेमाल नहीं करेंगे तो यह सही तरह से नहीं हो पाएगा। साथ ही इसे आप धीरे-धीरे करें। क्योंकि तेजी से करने में मसूड़ों में से खून आ सकता है।
ज्यादा देर तक फ्लॉसिंग न करें
कई लोगों को लगता है कि बहुत ज्यादा देर तक फ्लॉसिंग करेंगे तो ज्यादा अच्छा रिजल्ट मिलेगा। लेकिन ऐसा नहीं है। फलॉसिंग आपको दांतों में कुछ ही देर के लिए करनी चाहिए ज्यादा ज्यादा से पांच मिनट या 10 मिनट। क्योंकि एक ही बार में यदि आप सोच रहे सारी गंदगी हट जाएगी। तो यहां आपका सोचना गलत है। क्योंकि इसे आप कुछ ही देर कर सकते है।
(डेटिस्ट नवीन अरोड़ा से बातचीत पर आधारित)