Artificial Protein Supplements : ह्यूमन बॉडी की प्रॉपर वर्किंग के लिये सभी न्यूट्रिएंट्स बेहद आवश्यक हैं। अगर किसी भी न्यूट्रिएंट की कमी रह जाए तो कई बार इसकी वजह से बॉडी को प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है। विटामिन हों या प्रोटीन हों सभी आपके शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं, लेकिन अगर आपको अपनी बॉडी की स्ट्रेंथ पर ध्यान देना है, तो आपको प्रोटीन इंटेक का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। आपके लिए काफी जरूरी होता है कि आप अपनी बॉडी में प्रोटीन की मात्रा का विशेष ख्याल रखें।
आज की तारीख में जब लोगों के प्रोटीन इंटेक की पूर्ति नेचुरल तरीकों से नहीं हो पाती तो लोग कई सारे प्रोटीन सप्लिमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं। अधिकतर बॉडी बिल्डर्स और जिम जाने वाले लोग इन प्रोटीन सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं। मगर वे यह नहीं जानते कि ये प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स उनकी सेहत के लिए कितने ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं। इस आर्टिकल में आप इस विषय में विस्तार से जान पाएंगे कि आर्टिफिशियल प्रोटीन सप्लीमेंट्स के क्या नुकसान हैं और आप किस तरह से नेचुरल प्रोटीन इंटेक कर सकते हैं।
क्या हैं आर्टिफिशियल प्रोटीन के नुकसान?
मुहांसों का है खतरा
अगर आप नेचुरल प्रोटीन की जगह आर्टिफिशियल प्रोटीन यानिकि वे प्रोटीन जैसे पाउडर्स का इस्तेमाल करते हैं तो हमारी बॉडी में अलग अलग तरह के हारमोंस और बायोएक्टिव पेपटिड्स एक्टिव हो जाते हैं। इनके एक्टिवेशन से आपके शरीर में सीबम का निर्माण बढ़ जाता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर कोई भी अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करता है, तो इसे मुहांसों का खतरा बढ़ जाता है।
पोषण का हो जाता है असंतुलन
![Artificial Protein Supplements](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/04/WhatsApp-Image-2023-04-29-at-5.03.48-AM.jpeg?resize=780%2C439&ssl=1)
आर्टिफिशियल प्रोटीन पाउडर के सेवन से शरीर में न्यूट्रिशन का इंबैलेंस हो सकता है, ऐसे में ये आपकी बॉडी के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। अगर आप इस तरह के असंतुलन से बचना चाहते हैं तो आपको नेचुरल प्रोटीन जैसे अंडे, दूध और मीट की तरफ ध्यान देना चाहिए। दरअसल प्रोटीन पाउडर में ज्यादा मात्रा में सिर्फ प्रोटीन ही मौजूद होता है जिस कारण से बॉडी में अन्य सभी न्यूट्रिएंट्स का इंबैलेंस हो जाता है और समस्या बढ़ जाती है।
आंत में भी आती है अस्थिरता
व्हे प्रोटीन या व्हे मिल्क के कंजप्शन से आंत में भी अस्थिरता पैदा हो सकती है। दरअसल व्हे मिल्क एक खास प्रकार का दूध होता है, जो कुछ विशेष तरह के कंपाउंड्स का स्रोत होता है। लेक्टोफेरिन जैसे एंटिबायोटिक कंपाउंड की मौजूदगी के चलते व्हे प्रोटीन अथवा मिल्क के कंजप्शन से वयस्क आंत में समस्या होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही इससे पेट खराब होने और गैस या अपच की शिकायत भी बनी रहती है।
विषाक्त पदार्थ हैं बेहद नुकसानदायक
एक्सपर्ट्स हमेशा सप्लीमेंट्स से दूरी बनाने की हिदायत देते हैं। ऐसे में भी यदि बॉडी बिल्डर्स प्रोटीन सप्लीमेंट्स की डिमांड करते हैं तो एक्सपर्ट्स हमेशा उनको अच्छी कंपनियों का प्रोटीन पाउडर लेने की ही सलाह देते हैं। जानकारी के लिए स्पष्ट रूप से बता दें कि कुछ लोकल कंपनियों के आर्टिफिशियल प्रोटीन पाउडर में अत्यधिक मात्रा में टॉक्सिक मेटेल्स यानी विषाक्त पदार्थ होते हैं, जो आपके शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं। आपको ऐसे विषाक्त पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। अगर आप इन विषाक्त पदार्थों का सेवन करते हैं तो इन्हें लेने से आपको सिरदर्द, फेटीग्यू, कब्ज और मासपेशियों में दर्द की शिकायत हमेशा बनी रहती है।
इन्सुलिन लेवल में भी होती है बढ़ोत्तरी
कई बार आर्टिफिशियल प्रोटीन पाउडर के सेवन से इन्सुलिन लेवल में भी काफी उथल पुथल मच जाती है जो आपके शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक सिद्ध हो सकती है। ऐसे में आप इस पाउडर के सेवन से एक बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं। वर्कआउट के बाद आम तौर पर प्रोटीन पाउडर लेने से इंसुलिन में बढ़ोतरी होती है जो बिल्कुल एबनॉर्मल होती है। नियमित तौर पर इस प्रोटीन पाउडर के सेवन से इंसुलिन में होने वाली यह ग्रेजुअल अथवा तेज़ी से होने वाली बढ़ोतरी बढ़ोतरी आपके शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकती है।
यह भी देखे-आयुर्वेद से जानें मोटापा घटाने के आसान उपाय
ये हैं नेचुरल प्रोटीन की खान, जो बचाएगी आपकी जान
![Natural Protein](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/04/WhatsApp-Image-2023-04-29-at-4.56.49-AM.jpeg?resize=780%2C439&ssl=1)
- अगर आप आर्टिफिशियल प्रोटीन के सेवन से होने वाली खतरनाक बीमारियों की चपेट में आज से बचने के इच्छुक हैं तो आपके लिए जरूरी है कि आप प्रोटीन के नेचुरल सोर्सेज का सेवन करें।
- इसके लिए आप रामदाना के बीज का सेवन कर सकते हैं। बता दें रामदाना बीज प्रोटीन और आवश्यक अमीनो एसिड का बहुत बेहतरीन स्रोत होते हैं।
- इसके अलावा आप मूंगफली और अखरोट का सेवन भी कर सकते हैं। अखरोट और मूंगफली दोनो ही प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स हैं।
- अगर आप नेचुरल प्रोटीन सोर्स का सेवन करना चाहते हैं तो आप हरी मूंग और देसी चने के स्प्राउट्स का सेवन कर सकते हैं। इनके सेवन से भी आप नेचुरल तरीके से अपनी बॉडी में प्रोटीन इंटेक का ख्याल रख पाएंगे।
- पनीर, दूध, मीट, मछली और अंडा भी प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स होता है, जिसके सेवन से आप अपने शरीर में प्रोटीन का ख्याल रख सकते हैं।
नेचुरल प्रोटीन शेक की बेहतरीन रेसिपी
![Natural Protein](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/04/WhatsApp-Image-2023-04-29-at-4.54.09-AM.jpeg?resize=780%2C439&ssl=1)
अगर आप नेचुरल प्रोटीन सोर्स की बेहतरीन रेसिपी के बारे में जानना चाहते हैं तो आप ड्रायफ्रूट्स, मूंगफली, लोभिया, देसी चना और हरी मूंग के स्प्राउट्स की चाट ट्राई कर सकते हैं। इन सभी को आपस में मिश्रित कर सोंठ, और बारीक कटे टमाटर – प्याज के साथ खा सकते हैं। ये न सिर्फ खाने में लजीज लगेगा बल्कि साथ ही ये आपकी बॉडी में प्रोटीन की मात्रा का भी विशेष रूप से ख्याल रखेगा
बादाम प्रोटीन शेक
बादाम प्रोटीन शेक बनाने के लिए आपको 20 बादाम, आधा कप सूखे नारियल, ढाई कप पानी, एक चम्मच दालचीनी पाउडर, एक चम्मच शहद, दो चम्मच पिसा हुआ अलसी पाउडर और 2 कप दूध चाहिएगा। सबसे पहले बादाम और नारियल को रात में पानी में भिगाकर छोड़ दें। सुबह इन्हे पीसकर इनमे अच्छे दूध को मिलाएं। शेकर में अच्छी तरह शेक कर इसमें दालचीनी पाउडर, अलसी पाउडर और शहद मिश्रित करें। अब सेवन के लिए आपका प्रोटीन शेक तैयार है।
ब्लूबेरी बनाना शेक
डिलीशियस और हेल्दी बुलबेरी बनाना शेक बनाने के लिए आपको चाहिए एक कप ब्लूबेरी, एक केला, दो चम्मच बादाम मक्खन और एक कप दही। सबसे पहले केले और ब्लूबेरी को पीस लें इसके बाद इसमें मक्खन, दही और दूध मिला लें। अब आपका प्रोटीन शेक तैयार है।