Hindi Love Story: नेहा गुनगुना रही थी” हैप्पी बर्थडे टू यू”,उसके हाथ में अपने पति शाश्वत की फोटो थी,नेहा की आंखों से अश्रुधारा बह निकली,वो प्यार से शाश्वत के चेहरे पर हाथ फेर रही थी…”कहां चले गए मुझे छोड़ कर शाश्वत?”वो भावुक होकर बोल पड़ी।उसका पति शाश्वत कारगिल युद्ध में शहीद हो गया था,बाइस वर्ष […]
Author Archives: संगीता अग्रवाल
एक कदम और सही—गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Motivational Story: सुबह की ताजगी भरी हवा उसके शरीर को छू रही थी,हाई क्लास सोसाइटी की सबसे शानदार बिल्डिंग के तेरहवें माले पर बना ये आधुनिक सुख सुविधाओं से युक्त फ्लैट था आदित्य का।रात भर कुछ बेचैनी के आलम में बिताने के बाद, सुबह जल्दी ही आंख खुल गई थी,बाहर बालकनी में आकर खड़ा […]
कसक-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: लगातार आते बधाइयों के फ़ोन आज रुकने का नाम ही नही ले रहे थे,घंटो हो गए थे मिस्टर रूप सहाय को सबके जवाब देते हुए पर चेहरे पर एक भी शिकन,थकान की नही थी,और होती भी कैसे ,आज उनका बरसों का सपना जो पूरा हुआ था,बुकर पुरुस्कार जीतने का।अपने उत्कृष्ट लेखन के लिए […]
छलावा-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: शेखर अपनी पत्नी दिव्या को बिलकुल पसंद नहीं करता था,वजह थी इसकी उसका गेहुआं रंग और सीधा स्वभाव।वो दिलोजान से कोशिश करती उसे खुश करने की,स्वादिष्ट खाना बनाती,उसकी हर बात आज्ञा मानकर स्वीकार करती,कभी कोई विरोध न करती पर शेखर को लगता कि वो इस लायक ही नहीं कि उसे इज्जत दी जाए, […]
दौड़-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: “भैया का फोन आया था आज…” सागर ने नेहा से कहा तो वो चौंक गई”क्यों?अभी पिछले हफ्ते ही तो अम्मा को लेकर गए हैं,अब क्या आफत आ गई?”“कह रहे थे कि होली पर इस बार मां को हमारे पास भेज देंगे,उन्हें अपनी ससुराल जाना है एक हफ्ते के लिए”सागर बोला तो नेहा फट […]
असली बंटवारा-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Kahani in Hindi: धनीराम शहर का सबसे अमीर व्यक्ति था। उसके पास करोड़ों की जायदाद थी। रूपया, पैसा, बैंक बैलेंस, नौकर-चाकर, किसी चीज़ की कोई कमी नहीं थी।भगवान ने उसे बहुत दौलत दी। साथ ही एक भरा-पूरा खुशहाल परिवार भी दिया। उसके छह बेटे थे और तीन बेटियां थीं। सभी बच्चों की शादियां हो चुकी […]
आघात-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Story: शाम गहराती जा रही थी, सूर्य डूब चुका था और सड़क पर वाहन भी कम होते जा रहे थे,ये एक सुनसान इलाका था और रागिनी अपने बॉस मिस्टर प्रधान के साथ घर लौट रही थी।“गाड़ी धीमी क्यों कर दी सर?हम पहले ही बहुत लेता गए हैं,पेरेंट्स इंतजार कर रहे होंगे मेरे। “ वो […]
गुलमोहर-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Story in Hindi: घर के दरवाजे पर ही ठिठक गई थी तपस्या जब उसके कानों में अपनी मां की आवाज़ गूंजी..”बिना बात ये लड़की उस दिन लड़के वालों के सामने आ गई और वो सुगंधा की जगह उसे पसंद कर गए,कितनी मुश्किल से एक अच्छा रिश्ता हाथ आया था और इस लड़की ने सब गुड […]
घर की न घाट की-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Story: कितनी मस्त और खूबसूरत लड़की थी सिया,जो भी देखता दीवाना हो जाता उसका,बातें इतनी मीठी करतीकि लोग चिपक के रह जाते उससे।बात बात पर ठहाके लगाना और हर मुसीबत को चुटकियों में सुलझानाउसे खूब आता था।अपनी इन्हीं सब विशेषताओं की वजह से पूरे कॉलेज में सब की जुबान पर बस एक हीनाम था…सिया…सिया।नया […]
मेरा मान रख लेना-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: रीता के कदम दरवाजे की चौखट पर ही ठिठक गए थे,हाथ से चाय छलकने वाली थी जब उसने सुना उसकी सास,उसकी ननद सीमा से कह रही थीं,”अपने ही घर में मेहमान सी हो गई हूं मै,बस इस एक कमरे में पड़े रहो,खाना मिल जाता है,कपड़े मिल जाते हैं पर मजाल है, कोई मुंह […]
