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“समय का फेर”-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Hindi Story:राजू बेचैनी से कभी घर के बाहर दौड़ कर दरवाजे तक जाता कभी फिर अंदर आ जाता।जब कई बार वो ऐसा करने लगा तो उसके दोस्त संजू से न रहा गया, उसने पूछा:”तू किसका इंतजार कर रहा है इतनी बेसब्री से?” राजू मुस्कराते हुए बोला:”आज मेरे मामा,मामी और उनका बेटा टिंकू दिल्ली से आ […]

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फोटोकापी-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Photocopy Hindi Kahaniya: अलार्म बजते ही बिस्तर छोड़ देती और काम में जुट जाती थी। कहते हैं समय सबसे बड़ा गुरु होता है पर मान्या के लिए,उसकी मां से बड़ा गुरु कोई और नहीं। वो सब कुछ सीख गई थी,समय पर सारे काम करना,सबकी भाग भाग कर खिदमत करना पर कई दफा अकेले बैठकर रोती […]

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