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तलाश-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Long Hindi Story: शहर के प्रसिद्ध नाट्य संस्था ‘आईना’ के प्रमुख रत्नाकर इन दिनों बड़ी ही परेशानियों के दौर से गुजर रहे थे। रत्नाकर स्वयं एक मझे हुए रंगकर्मी, नाट्य निर्देशक, पटकथा लेखक थे। उनकी नाट्य संस्था ‘आईना’ अपने नाटकों के मंचन के द्वारा समाज को आईना दिखाने का कार्य करती थी। समाज में जो […]

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स्वांग-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Family Story: प्रतिभाशाली धरा का बी.ए. का नतीजा आया नहीं था और बड़ी बुआजी दादी के पीछे हाथ धोकर ही पड़ गई। भाभी को सुनाते हुए बोली, “अम्मा! क्या है तुम भी बड़े आराम से बैठी हो। लड़की जवान हो रही है। भैया-भाभी को तो अभी वह बच्ची ही लगती है। जमाना बड़ा खराब है। […]

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सेतु-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Hindi kahani – प्रतिभाशाली धरा का बी.ए. का नतीजा आया नहीं था और बड़ी बुआजी दादी के पीछे हाथ धोकर ही पड़ गई। भाभी को सुनाते हुए बोली, “अम्मा! क्या है तुम भी बड़े आराम से बैठी हो। लड़की जवान हो रही है। भैया-भाभी को तो अभी वह बच्ची ही लगती है। जमाना बड़ा खराब […]

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रोशनी-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Girl Hindi Story: यह प्रसंग जहाँ से शुरू होता है, उसका समय आज से लगभग 15 वर्ष पूर्व का है। प्रकाश अपनी जिन्दगी की एक हकीकत को कहानी के रूप में सुना रहा था और हम लोग बड़े ध्यान से सुन रहे थे उसकी कहानी। इंदौर से भोपाल कार में उसके साथ मैं और अन्य […]

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नयी राह-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Soldier Hindi Story: आज फिर सीमा पार से खबरें आ रहीं हैं। रोज छोटी-बड़ी झड़पों के कारण तनाव फैल रहा। कभी कहीं आमना-सामना होता तो कभी दोनों तरफ से फायरिंग भी। यही सब जान कर मीरा सारा दिन टीवी के सामने बैठी रहती। मन-ही-मन घबराती। मीरा वीर की बारे में चिंतित है। कई दिन से […]

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नारी शक्ति-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Nari Shakti Story: पड़ोसी के घर चीख-पुकार सुन सरिता दौड़ी-दौड़ी अपने मकान की छत पर पहुंची। पड़ोसी के यहाँ आज फिर बेटा-बहू में लड़ाई हो रही थी। बेटा अपनी बीबी के साथ मारपीट, गाली-गलौज कर रहा था। पास ही खड़ा पाँच साल का बेटा सिसक-सिसक कर रोते हुए कहता जा रहा था, “पापा माँ को […]

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मुक्ति-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Mukti Story: अस्पताल की खिड़की से उन्मुक्त गगन में उड़ते पक्षियों को सुनीता ध्यान से देखते हुए सोच रही थी ‘काश इन पक्षियों की तरह मेरा भी जीवन होता। मैं भी निश्चित होकर अपने पखों में हवा भर कर उड़ान भरती।’ सुनीता की आँखों से आँसू झलक गए। इतने में सुमित ने आवाज लगाई, सुनीता! […]

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स्वाभिमान-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Self Respect Story: शांति का जन्म एक बहुत ही रईस परिवार में हुआ था। पांच पुश्तों में घर में बेटी हुई, इस वजह से वह बहुत नाजों से पली-बढ़ी थी। दूध-दही के भंडार हुआ करते थे। हर जन्मदिन पर उसे दूध से नहलाया जाता था। उसकी शादी धामपुर के बड़े जमींदार के बेटे मोहन से […]

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मैं कुछ नहीं करती-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Women Story: स्नेहा के गेट खोलते ही आंगन की जो हालत देखी मानो कह रही हो, आपके जाने का मुझे बहुत दु:ख है। पिछले एक हफ्ते से सहेली की बेटी की शादी में गयी थी। बचपन की सहेली की बेटी की शादी थी, काफी आग्रह था। बचपन के दोस्तों से मिलने का मोह वह भी […]

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कोहरे के बीच-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश

Fog Story: कोहरे के बीच निकलती ट्रेन की गूंज स्टेशन तक सुनाई दे रही थी। दो पहाड़ों के बीच संकरी पटरी से गुजरती ट्रेन अब सिक्किम के रवंगला स्टेशन के करीब थी। रवंगला, तीस्ता वादी और रंगीत वादी के बीच मेनाम पहाड़ी के तलहटी में बसा एक गांव था। सुबह के सात बजने वाले थे। […]

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