Jija Maa Story: “अरे सुन, बेटा ये लाइट यहाँ लगा और ये फूलों की झालर ऊपर ले जाकर लगा दे और सुमनिया तू तो सज-धज कर अभी तक यहीं खड़ी है, अरे जल्दी जाकर देख हरीश भैया तैयार हुआ कि नहीं? पांडे जी की खुशी उनके हर काम से मानो छलक-छलक कर बाहर आ रही […]
Author Archives: तृप्ति मिश्रा
बनती टूटती धारणाएं-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश
Assumptions Story: शुरू-शुरू में मोहन उससे बहुत प्रभावित हुआ था। बहुत सौम्य, मृदुभाषी, आकर्षक व्यक्तित्व, उम्र लगभग पैंतीस-छत्तीस, दूसरे ग्राहकों से बिल्कुल अलग-थलग! पर बाद में उसकी वह धारणा चकनाचूर हो गई। अब हालत यह हो गई थी कि उसके आने का समय होते ही मोहन का दिल धड़क उठता था। सुरेखा भले ही अपने […]
अपराधी-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश
Marriage Affair Story: सीमा और आलोक जैसे कि एक-दूजे के लिए ही बने थे। दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते थे… सीमा को तो आलोक की सादगी पसंद थी… तो आलोक यह जानता था की सीमा बहुत हुनरमंद है… लेकिन वह सीमा से कभी खुलकर बातें कह नहीं पाता था…। कई बार सीमा कहती भी […]
अपाहिज-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश
Handicap Story: आज मधु के घर बहुत उत्साह का माहौल था। आखिर हो भी क्यों ना, आज उसकी बैंक में जॉब लगी थी। सभी उसको और परिवार को बधाइयां दे रहे थे। बचपन में निमोनिया होने की वजह से और कुछ डॉक्टरों की गलती से वह पोलियोग्रस्त हो गई थी मधु और बहुत इलाज के […]
अंतः प्रेरणा-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश
Inspiration Story: शीतल पवन के मंद-मस्त झोंके उसके कपोलों को स्पर्श कर उसे नई खुशी का एहसास करा रहे थे। वह खुश होकर अपने पति की आरती उतारकर हार पहनाकर भगवान से विनती कर रही थी कि “भगवान बस मुझे पति से अंतः प्रेरणा मिलती रहे ताकि मैं जीवन में आने वाली बाधाओं को पार […]
अधूरे ख्वाब-21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां मध्यप्रदेश
Father and Daughter Story: सुलेखा हां यही तो नाम था उसका, बदनसीबी और इसकी जैसे पुरानी पहचान थी। जो जिंदगी के हर मोड़ पर जैसे अपनी बाहें फैलाए इसके स्वागत को आतुर ही रहती। जब इसका जन्म हुआ तो इसकी माँ को छोड़ पूरे परिवार में किसी को कोई खुशी नहीं हुई। क्योंकि इस सदी […]
