grehlashmi ki kavita

होते हैं हमारे कई चेहरे
कुछ खुद के लिए,
कुछ दूसरों के लिए
कुछ मुस्कान सहित
कुछ मुस्कान रहित
हर परिस्थिति के अनुसार चेहरे
समय के साथ बदलते चेहरे

कहीं डरे सहमे से चेहरे
कहीं रौद्र रूप लिए
कहीं रक्तरंजित, कहीं सुशोभित
कहीं खिलखिलाते से चेहरे
कहीं अपनी परेशानियों को
मुस्कान से छिपाते चेहरे

Leave a comment