जानिए पार्टनर का फोन बार-बार चेक करना क्यों नहीं होता अच्छा: Partner Relationship
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Partner Relationship: कहते हैं कि कपल्स के बीच कुछ भी फॉर्मल नहीं होता है और ऐसे में उनकी हर चीज पर एक-दूसरे का हक होता है। अपने पार्टनर की टी-शर्ट को पहनने से लेकर मोबाइल फोन को चेक करने तक सब कुछ सही माना जाता है। कपल्स अपने रिलेशन की ट्रांसपेरेंसी के नाम पर अपने पार्टनर का फोन चेक करते हैं। लेकिन बार-बार ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नहीं माना जाता है।

आज के समय में जब मोबाइल फोन हर किसी की जरूरत बन चुका है तो ऐसे में लोगों के कई सीक्रेट्स इसी छोटे से फोन में छिपे होते हैं। हालांकि, अगर एक व्यक्ति अपने पार्टनर के मोबाइल फोन को बार-बार चेक करता है तो इससे रिश्ते में प्रॉब्लम्स आनी शुरू हो जाती हैं। जिससे कभी-कभी उनका रिश्ता बहुत अधिक बिगड़ जाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही कारणों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी वजह से आपको अपने पार्टनर का फोन चेक नहीं करना चाहिए-

रिश्ते में होती हैं ट्रस्ट प्रॉब्लम

अगर आप बार-बार अपने पार्टनर के फोन को चेक करते हैं तो यह कहीं ना कहीं इशारा करता है कि आपके रिश्ते में विश्वास बहुत बड़ा मुद्दा है। इससे पार्टनर को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है। हो सकता है कि इससे उसे ऐसा लगने लगे कि आप उस पर विश्वास नहीं करते हैं। जिससे अक्सर दोनों पार्टनर के बीच मन-मुटाव पैदा होने लगता है। अगर वास्तव में आपके रिलेशन में विश्वास की कमी एक बड़ी समस्या है तो यकीन मानिए कि पार्टनर का फोन चेक करने से इन मुद्दों का समाधान नहीं होने वाला है। बेहतर होगा कि आप दोनों मिलकर शांतिपूर्वक बैठकर बात करें। इससे आपको अपने रिश्ते की समस्याओं को सुलझाने में मदद मिलेगी।

मन में होता है अपराध बोध

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कई बार जब एक व्यक्ति अपने पार्टनर का फोन चेक करता है और उसे उसमें कुछ भी नहीं मिलता है तो ऐसे में कहीं ना कहीं उसके मन में एक अपराधबोध पैदा होता है। उसे ऐसा लगता है कि वह अपने पार्टनर की सच्चाई पर शक कर रहा था। जिसके कारण उसके मन में कहीं ना कहीं एक अपराध बोध जन्म लेता है। भले ही आप अपने आप को समझा सकते हैं कि पासवर्ड और डिवाइस शेयर करना बेहद सामान्य है, लेकिन वास्तव में आप जानते हैं कि आप यहां एक रेखा पार कर रहे हैं। स्नूपिंग के पीछे का मनोविज्ञान विश्वास की कमी, संदेह या असुरक्षा की भावना की ओर इशारा करता है। इसलिए, बेहतर होगा कि आप अपने पार्टनर का फोन चेक करना छोड़ दें।

होती है घुटन

किसी भी रिश्ते में थोड़ी प्राइवेसी होनी भी जरूरी होती है। भले ही आप दोनों पति-पत्नी ही क्यों ना हो, लेकिन फिर भी किसी को भी अपने पार्टनर के पर्सनल स्पेस में नहीं आना चाहिए। जब आप अपने पार्टनर का फोन बार-बार चेक करते हैं तो इससे दूसरे व्यक्ति को बहुत अधिक घुटन होती है। उसे अपने रिश्ते में बहुत अधिक घुटा हुआ महसूस होता है। उसकी खुशी कहीं खो जाती है और वह अपने पार्टनर व रिश्ते से ही दूरी बनाने लग जाता है।

टूट सकता है रिश्ता

कई बार पार्टनर के फोन चेक करने की आदत से आपका रिश्ता तक टूट सकता है। हो सकता है कि जब आप अपने पार्टनर का फोन चेक करें तो आपको कुछ ऐसा मिल जाए, जिसकी आपको जानकारी ही नहीं थी। ऐसे में जब आपको अपने पार्टनर व उसकी लाइफ के बारे में कुछ अनजानी बातें पता चलती हैं तो इससे ना केवल आप अपसेट हो सकते हैं। बल्कि इसके कारण आपके बीच में एक बहुत बड़ी दरार आ सकती है। कभी-कभी तो सिर्फ इसी वजह से रिश्ता टूटने तक की नौबत आ जाती है।

पार्टनर की कमियां निकालने पर रहता है ध्यान

किसी भी रिश्ते को खुशहाल बनाने के लिए जरूरी होता है कि दोनों ही पार्टनर समस्या के समाधान पर अधिक फोकस करें। लेकिन जब कोई व्यक्ति हरदम अपने पार्टनर के फोन को चेक करता है तो इसका अर्थ है कि वह अपने पार्टनर की कमियों को निकालने पर अधिक फोकस कर रहा है। ऐसे में उनके बीच छोटे-छोटे झगड़े अधिक होने लगते हैं। इतना ही नहीं, वे छोटे झगड़े कब बहुत बड़े हो जाते हैं, इसका पता ही नहीं चलता। ऐसे जहरीले माहौल में कोई रिश्ता नहीं पनप सकता। याद रखें कि यदि आपको अपने साथी का फोन देखने की आवश्यकता महसूस होती है, तो निश्चित रूप से आपके रिश्ते में कुछ गड़बड़ है। 

पावर गेम हो जाता है शुरू

जब कपल्स एक-दूसरे का फोन चेक करना शुरू कर देते हैं तो वास्तव में उनके बीच एक पावर गेम शुरू हो जाता है। दरअसल, दोनों की पार्टनर एक-दूसरे की गलतियां निकालने में लग जाते हैं। जिसके बाद वे एक-दूसरे पर हावी होने लगते हैं। ऐसा लगता है कि दोनों व्यक्ति अपने पार्टनर को नियंत्रण में रखना चाहता है। जब भी एक पार्टनर को दूसरे की कोई गलती नजर आती है तो ऐसे में वह उस पर हावी होने लगता है। ऐसे में रिश्ते में आपसी समझ, प्यार और बातचीत के लिए जगह नहीं बचती है। पावर गेम के इस चक्कर में उनका प्यार कहीं खो जाता है और दोनों बस एक-दूसरे को नीचा दिखाना चाहते हैं।

मैं मिताली जैन, स्वतंत्र लेखिका हूं और मुझे 16 वर्षों से लेखन में सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया में 9 साल से अधिक का एक्सपीरियंस है। मैं हेल्थ,फिटनेस, ब्यूटी स्किन केयर, किचन, लाइफस्टाइल आदि विषयों पर लिखती हूं। मेरे लेख कई प्रतिष्ठित...