रिश्ते से जुड़ी 4 मुफ़्त की सलाह, जिनसे बचने में ही भलाई है: Relationship Solutions
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रिश्ते से जुड़ी 4 मुफ़्त की सलाह, जिनसे बचने में ही भलाई है

अपने किसी भी रिश्ते में खुश रहने और नकारात्मकता दूर करने, इसे बेहतर बनाने की सलाह देनेवाले आज के समय में काफी हैं।

Relationship Solutions: अपने किसी भी रिश्ते में खुश रहने और नकारात्मकता दूर करने, इसे बेहतर बनाने की सलाह देनेवाले आज के समय में काफी हैं। सगे-संबंधी, दोस्त-सहेली, आपकी पसंदीदा मैग्ज़ीन, यूट्यूब का कोई रिलेशनशिप एक्सपर्ट आपके काम आये या नहीं लेकिन आपकी रिलेशनशिप को बेहतर बनाने के लिए ऐसे लोग फ्री बैठे हुए हैं। कभी-कभी जब हमारा रिश्ता इमोशनल उतार-चढ़ाव से गुजर रहा होता है तो हमें इन सलाहकारों से मदद मिल भी जाती है।

पर जरूरी नहीं कि हमेशा हम दूसरों की सलाह पर अंधा विशवास कर लें। रिश्ते को बेहतर बनाने का दावा करनेवाले इन गुरुओं की कुछ सलाहें तो एकदम से बेकार भी होती हैं। जिनपर अमल करना यानी एक अच्छे – खासे चलते हुए रिश्ते की राह में रोड़ा अटकाना होता है। हम रिश्ते से जुड़ी 4 मुफ़्त की सलाहों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिनसे अगर आप बचे ही रहें उसी में आपकी भलाई है।

Relationship Solutions: चुप रहना सीखिए, बहसबाजी से किसी का भला नहीं होता

सुनने में ऐसा लगता है कि यह सलाह किसी शांतिदूत द्वारा दुनिया को शांतिस्थल बनाने के लिए दी गई है। हम इससे काफी ज्यादा प्रभावित भी होते हैं। पर नहीं, इस सलाह पर अंधा विशवास करना बेवकूफी होगी। अक्सर हमें इसलिए बहसबाज़ी के दौरान चुप रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे मामला और भी गंभीर हो सकता है।

रिश्ते और भी बिगड़ सकते हैं। यहां तक कि इस वजह से रिश्ते के टूटने का भी डर बना रहता है। पर हमेशा बहस के दौरान चुप रहना अच्छा और सही नहीं है। अगर आप ही हर बार चुप रह जाते हैं, कई बार तो सही होते हुए भी तो जल्दी ही आपका पार्टनर आपके रिश्ते को डॉमिनेट बनाने लगेगा। उस रिश्ते में सिर्फ और सिर्फ उनकी ही चलेगी।

अगर आप सही हैं तो ये जरूरी है कि आप अपनी बात उनके सामने रखें। अगर पार्टनर बहुत गुस्से में है तो उसके शांत होने का इंतजार करें लेकिन अपनी बात को अधूरा न छोड़ें।

जरूरत के हिसाब से अपने पार्टनर को बदल दें या खुद ही बदल जाएं

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ये एक बेहद पुरानी कहावत है कि साथ रहते-रहते दो लोग कुछ सालों बाद एक ही जैसे हो जाते हैं। यह कहावत सही इस हिसाब से है कि समय के साथ साथ लोगों में भी कई बदलाव आते रहते हैं। लेकिन आजकल लोग शादी के तुरंत बाद पार्टनर को अपने ही अनुसार बदलना शुरू कर देते हैं। या फिर पार्टनर के अनुसार वो खुद में बदलाव लाने की कोशिश करते हैं। बदलाव का यह तरीका यानी सोच-समझकर खुद में बदलाव लाना बेहद गलत है।

अगर आप दोनों एक अच्छे रिश्ते में उम्रभर साथ रहना चाहते हैं तो आपको एक-दूसरे को उनकी असलियत में ही स्वीकार करना होगा। आप दोनों को एक-दूसरे को एक जैसा बनाने के बजाय, एक-दूजे का पूरक बनने पर ज्यादा फोकस करें। ऐसा करने से जीवन की गाड़ी बिना हिचकोले खाए अच्छे से चलती रहेगी।

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अपने रिश्ते की कमान अपने हाथ ले लेनी चाहिए

एक वैवाहिक रिश्ते के बारे में पुरानी कहावत है, कि यह चार पहियों पर चलनेवाली एक गाड़ी के सामान है। दो पहिए पति और दो पत्नी रूपी माने जाते हैं। कहने का मतलब है रिश्ते में एक अच्छा बैलेंस बराबर रहना चाहिए। जब बात संतुलन यानी बैलेंस की है तो एक व्यक्ति के हाथ में कमान रहने से उस रिश्ते में बैलेंस नहीं रह पाता।

जल्दी से जल्दी कमान अपने हाथों में लेने की छटपटाहट बेवजह के झगड़ों को भी जन्म देगी। रिश्ते में गलतफमियां बढ़ेंगी। रिश्ते में शक्ति हासिल करने की होड़ आखिर में आपके रिश्ते पर ही भारी पड़ सकती है। इसलिए आपको शक्ति नहीं, प्यार और विश्वास हासिल करने पर ज्यादा जोर देना होगा।

अपने पार्टनर का फ़ोन चेक करें

Partner Phone
Checking Partner Phone

किसी का भी फोन उसकी पर्सनैलिटी का एक हिस्सा होता है और उनकी पर्सनल चीजों में से एक होता है। ऐसा कह सकते हैं की किसी व्यक्ति के दिमाग में क्या चल रहा होता है, उसका फोन उसी का एक छोटा-मोटा नमूना होता है। ऐसे में अपने पार्टनर का फोन चेक करके उसके बारे में जानना, वह क्या सोचता है, किससे क्या बात करता है पता करने का ख्याल कई हद रक रोमांचक लगता है। ख़ासकर जब आपको इस बात का शक हो कि आपके पार्टनर की ज़िंदगी में आपके अलावा किसी की एंट्री हो चुकी है। लेकिन हम तो यही कहेंगे फोन के जरिये पार्टनर की जासूसी करना बेहद गलत चीज है। इस तरह चोरी-छुपे फोन देखने से गलतफमियां और भी ज़्यादा बढ़ेंगी। आपको पार्टनर की निष्ठा पर डाउट हो तो उनसे डायरेक्टली इस बारे में बात करें। ऐसा करने से हो सकता है आपको सही जवाब मिल जाए, पर किसी की भी पर्सनल चीजों में ताकझांक करने को हम कोई भी तर्क देकर सही नहीं ठहरा सकते हैं।