बिना सास के ससुराल में ऐसे करें एडजस्ट: Relationship Advice
Adjust in sasural without mother-in-law

ससुराल में नहीं हैं सासू माँ, तो ऐसे करें एडजस्ट

ससुराल में नई बहू को सासू माँ के बिना एडजस्ट करने में काफी परेशानी होती हैI ऐसे में नई बहू को थोड़ी सूझ-बुझ से अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभानी चाहिएI

Adjust in sasural without mother-in-law(Relationship Advice):ससुराल’ सास के बिना अधूरा होता हैI सासू माँ ही होती हैं जो ससुराल में नई बहू का स्वागत जोरो-शोरो से करती हैं, साथ ही नई बहू को घर के सभी लोगों से प्यार से मिलवाती हैं और घर तौर तरीके भी सिखाती हैंI लेकिन अगर ससुराल में सासू माँ का साथ ना हो तो नई बहू को कई तरह की परेशानियाँ होती हैंI वह अपनी तरफ से ससुराल के तौर-तरीकों को कितने भी अच्छे से क्यों ना निभाए, लेकिन रिश्तेदार बोल ही देते हैं कि सास होती तो अच्छे से सिखाती, बिना सास के बहू को कहा कुछ पता होगाI नई बहू भी रिश्तेदारों के इस तरह के ताने सुनकर उदास हो जाती है और सोचती है काश सासू माँ होती चीजें सिखाने के लिएI लेकिन जो चीजें नहीं हैं उनके बारे में सोच कर उदास होने से अच्छा है कि आपके पास जो है, आप उसी में एडजस्ट करें और खुश रहना सीखेंI

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Relationship Advice
Ask father-in-law about the customs of the house

बहुएं अक्सर अपने ससुरजी से कुछ पूछने में हिचकिचाती हैं, उन्हें लगता है कि पता नहीं अगर उन्होंने ससुरजी से कुछ पूछा तो वे क्या सोचेंगे, कहीं वे गुस्सा ना हो जाएँI आप अपने मन से इस तरह के विचार निकाल दें और ससुरजी को भी अपना पिता समझें और अपने पापा से किसी चीज़ के बारे में पूछने में डर कैसाI इसलिए आप अपने ससुरजी से घर के रीति-रिवाज के बारे में पूछेंI आपके ससुरजी को जरूर पता होगा कि आपकी सासू माँ घर में क्या-क्या चीजें करना पसंद करती थीं और कौन से रीति-रिवाजों का पालन करती थीं, ताकि आप उनके ना होने के बाद भी इस परंपरा को कायम रख सकेंI   

सासू माँ नहीं हैं तो अब यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप घर की जिम्मेदारी को अच्छे से निभाएं और किसी को भी घर में उनकी कमी महसूस ना होने देंI आप अपने पति के साथ-साथ घर के बाकि सदस्यों की जरूरतों का भी ध्यान रखें और उनकी सेवा में कोई कमी ना छोड़ें, ताकि आपका परिवार हंसी- ख़ुशी रहेI  

family together
Try to keep the family together

आप अपने मन में कभी भी ऐसा विचार ना लाएं कि आपको सबको साथ लेकर चलने में क्या मिलेगा, ससुराल में कौन सी आपकी सासू माँ हैं जो आपको रोक-टोक करेंगी, आप अपनी लाइफ को एन्जॉय करें, दूसरों के लिए क्यों सोचना, बल्कि हमेशा परिवार को एकसाथ जोड़कर रखने की कोशिश करेंI अगर परिवार के सदस्यों के बीच किसी बात के कारण मनमुटाव हो जाए तो खुद से पहल करके सुलझाएंI

increase closeness
Do not forget relatives, rather increase closeness

रिश्तेदार ही होते हैं जो मुसीबत में काम आते हैंI ऐसे में अब यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप अपने रिश्तेदारों के साथ रिश्ता निभाएंI उन्हें वह मान-सम्मान दें, जो आपकी सासू माँ दिया करती थींI घर के खास अवसरों पर उन्हें अपने घर खाने पर बुलाएँ और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद के लिए भी तैयार रहेंI

ए अंकिता को मीडिया इंडस्ट्री में 9 वर्षों का अनुभव है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की और खास तौर पर लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट बीट में रुचि रखती हैं। लेखन के अलावा वेब सीरीज़ देखना, घूमना, संगीत सुनना और फोटोग्राफी...