बेटी के दांपत्य जीवन में दखलअंदाजी करने से बचें
अगर आप चाहती हैं कि आपकी बेटी ससुराल में खुश रहे और अपने रिश्तों को प्यार से निभाए तो ये गलतियाँ ना करेंI
Relationship Tips: हर माँ का ये सपना होता है कि उसकी बेटी जिस घर में जा रही है वहां वह हमेशा खुश रहेI बेटी को किसी चीज़ की कमी ना होI दामाद बेटी की हर ख्वाहिश पूरी करेI परिवार के हर सदस्य से खूब प्यार मिलेI ससुराल में बेटी पर किसी तरह की कोई पाबन्दी ना होI इसलिए जब माँ अपनी बेटी को विदा करके ससुराल भेजती है तो उसे लेकर कुछ ज्यादा ही चिंतित रहने लगती है और जैसे ही समय मिलता है तुरंत बेटी को फोन मिला कर हालचाल पूछने लगती हैI लेकिन कभी कभी इस व्यवहार के कारण माँ से ऐसी कुछ गलतियाँ हो जाती हैं जिससे बेटी की नई जिंदगी में कई तरह की समस्या आ जाती हैI
अगर आप चाहती हैं कि आपकी बेटी ससुराल में खुश रहे और अपने रिश्तों को प्यार से निभाए तो ये गलतियाँ ना करेंI
बेटी को बार-बार फोन करने से बचें

बेटी की शादी के बाद आपको उसकी बहुत चिंता होती है, आप अकेलापन महसूस करती हैं, आपके पास कोई बात करने वाला नहीं होता है इसलिए आप बार बार बेटी को फोन मिला कर बात करने की कोशिश करती हैंI लेकिन आप अपने इस व्यवहार से अनजाने में बेटी को नए रिश्ते में सबसे मिलने-जुलने से रोक रही हैंI जी हाँ, जब आप बेटी का अधिकांश समय फोन में बात करने में ही ले लेंगी तो बेटी के पास नए परिवार के सदस्यों के साथ बिताने के लिए समय कहाँ होगा, वो सबसे मिलजुल नहीं पाएगीI साथ ही परिवार के सदस्यों को भी लगेगा कि नई बहू को परिवार से कोई मतलब नहीं है, इसलिए बार बार फोन करने से बचेंI
बिना मांगे सुझाव कभी ना दें
जब तक आपकी बेटी खुद से सामने से आपसे सुझाव ना मांगे, आप उसे अपनी तरह से कभी भी सुझाव ना देंI हो सकता है कि आपके सुझाव से बेटी अपने नए रिश्ते को अच्छे से ना निभा पाएI जितना हो सके बेटी को अपनी जिम्मेदारी खुद से निभाने देंI
कभी भी गलत सलाह ना दें

आप अपनी बेटी के लिए जो भी करेंगी अच्छा ही करेंगीI लेकिन कई बार आप अपनी बेटी को लेकर इतनी ज्यादा पजेसिव हो जाती है कि आपको समझ नहीं आता है कि आप अपनी बेटी को जो सलाह दे रहीं है वो उसके लिए सही है भी या नहींI कभी भी सिर्फ एक पक्ष के आधार पर गलत सलाह ना देंI
ससुराल में बेटी को काम करने से मना ना करें

जब बेटी अपनी माँ को बताती है कि उसे ससुराल के काम से फुर्सत ही नहीं मिलती तो माँ बिना सोचे-समझे काम न करने की सलाह दे देती हैI ऐसा करने से बचें, ऐसा करके आप अपनी बेटी को गलत चीजें सिखाती हैंI बल्कि बेटी को ये समझाएं कि धीरे धीरे उसे काम की आदत हो जाएगी तब सारा काम आसानी से मैनेज हो जाएगाI
छोटी-छोटी बात पर मायके बुलाने की गलती ना करें

आप बार बार मायके बुला कर बेटी को ससुराल में एडजस्ट नहीं करने देना चाहती हैंI छोटे मोटे मनमुटाव तो हर घर में होते हैं, इसका ये मतलब नहीं होता कि बेटी को मायके बुला लिया जाए, इसलिए छोटी छोटी बात पर बेटी को मायके बुलाने से बचेंI
दामाद को हर बात के लिए सुनाएँ नहीं
कभी भी अपने दामाद को फोन करके ये ना कहें कि आपकी बेटी को उनके घर में दिक्कत हो रही है, या आपकी बेटी का ससुराल में ठीक तरह से ध्यान नहीं रखा जाताI अगर आप छोटी छोटी बात पर दामाद को सुनाती हैं तो आप बेटी के नए रिश्ते में दरार डालने का काम करती हैंI ऐसा तब करें जब वास्तव में ससुराल में आपकी बेटी के साथ कुछ गलत हो रहा होI
ससुरालवालों को पैसे का रोब ना दिखाएँ

कभी भी अपने पैसे का धमंड अपनी बेटी के ससुराल वालों को ना दिखाएँ. उनसे कभी ना कहें कि आपने अपनी बेटी को बहुत ऐसो आराम में पाला है, ससुराल में तो उसे हर चीज़ के लिए एडजस्ट करना पड़ रहा हैI कभी भी बिना किसी अवसर के बेटी की पसंदीदा चीजें खरीद कर ससुराल देने ना पहुँच जाएँI अगर आप कभी करती हैं तो आप बेटी के ससुराल वालों का अपमान करती हैंI ससुराल जो सुविधा है, बेटी को उसी में एडजस्ट करने की सलाह दें, ना कि महंगे उपहार देकर ससुराल में उसका रिश्ता ख़राब करेंI
बेटी को कभी भी उकसाने का काम ना करें
कभी भी अपनी बेटी को गलती से ना उकसायें कि वो अपने ससुराल वालों से झगड़ा करेI बेटी से कभी ना कहें कि उसकी सास ने उसके साथ गलत किया है, या बेटी को पति को अपने कब्जे में रखने की कभी गलत सलाह ना देंI शादी के बाद एक बेटी की भी कुछ जिम्मेदारियां होती है, जिसका ध्यान एक बेटी को जरूर रखना चाहिएI
थोड़ा एडजस्ट करने की कोशिश करें

शादी के बाद आप अपने ससुराल में एडजस्ट करने की कोशिश करेंI बात बात पर मम्मी से ये ना कहें कि आपको ससुराल में इस चीज़ की दिक्कत हो रही हैI पहले खुद से एडजस्ट करने की कोशिश करें, जब तक कोई सीरियस बात ना हो तब तक किसी से शेयर ना करेंI
ससुराल की हर छोटी-छोटी बात अपनी माँ को बताने से बचें

अपने ससुराल की हर छोटी-छोटी बात अपनी माँ को बताने से बचेंI आपके और आपके पति के बीच किसी बात को लेकर क्या बात हुई, अपनी माँ को तुरंत फोन करने ना बताएं और ना ही घर के निर्णय में अपनी माँ को शामिल करेंI यह आपका घर है आप अपनी समझ के अनुसार निर्णय लेंI
माँ के साथ सास की तुलना कभी ना करें

आप अपनी माँ से सास की तुलना कभी ना करेंI कभी भी ऐसी उम्मीद ना करें जब आपकी तबियत ख़राब हो तो जैसे ध्यान आपकी मम्मी आपका रखती थीं, वैसे ही सासू माँ भी आपका ध्यान रखेंगीI ससुराल में कभी ना कहें कि आपकी माँ तो बहुत अच्छा खाना बनातीं हैं, ससुराल का खाना तो एक दम फीका होता हैI आपको यहाँ का खाना बिलकुल भी पसंद नहीं आता है, इस तरह की तुलना करने से बचेंI
