Daulat Aai Maut Lai Hindi Novel | Grehlakshmi
daulat aai maut lai by james hadley chase दौलत आई मौत लाई (The World is in My Pocket)

कार्लो तान्जा ने मसीनो के दफ्तर में प्रवेश किया। उसने अपने बूट की ठोकर मारकर दरवाजा बंद किया और कुर्सी पर बैठ गया।

‘इस विज्ञापन ने खलबली मचा दी है।’ वह खुश होता हुआ बोला – ‘अब तक तीन सौ उनचास कॉलें प्राप्त हो चुकी हैं। डाइसन हर कॉल को चैक कर रहा है।’

मसीनो ने उसकी ओर देखा – बोला – ‘यह तुम्हारे ही तो दिमाग की पैदावार थी।’

दौलत आई मौत लाई नॉवेल भाग एक से बढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें- भाग-1

‘हां। आइडिया तो जरूर शानदार था मेरा’ – तान्जा बोला ‘पर मुझे यह तो पता नहीं था कि तुम्हारे उस हरामखोर जौनी की शक्ल इतने आदमियों से मिलती है। इसीलिए हर एक को चैक करना जरूरी है और इसमें वक्त लगेगा।’

‘यह सब देखना तुम्हारा काम है।’ मसीनो बोला – ‘मैं सिर्फ तुम्हें धन दे सकता हूं। उसे सही ढंग से इस्तेमाल करना तुम्हारी जिम्मेदारी है। मैं तो सिर्फ इतना जानता हूं कि अगर रकम सड़क पार के उन लॉकरों में हुई तो वह कुत्ते का बच्चा भी उसे नहीं ले जा सकता। यह बात मैं शत-प्रतिशत दावे के साथ कह सकता हूं।’

‘ठीक है, तुम अपनी कोशिश जारी रखो और हम अपने ढंग से उसे खोजते हैं।’

यह कहकर तान्जा उठा और मसीनो से विदा लेकर बाहर आ गया।

जैसे ही ट्रक के इंजन की घरघराहट आनी बंद हुई और स्काट चला गया तो उसके चंद क्षण बाद ही बैडरूम का दरवाजा खुला और फ्रैडा अंदर आ गई। वह उसके पलंग पर आ बैठी और बोली – ‘कल रात उसने मुझसे बातें की थीं।’

‘मैं जानता हूं’ – जौनी बोला – ‘बातचीत का एक-एक शब्द मैंने सुन लिया था। तुमने वास्तव में ही बहुत बुद्धिमानी का परिचय दिया था।’ वह उसका हाथ अपने हाथ में लेता हुआ बोला, ‘लेकिन आज रात जब वह वापस लौटेगा तो क्या होगा।’

‘मैं उसे बता दूंगी कि मैंने तुम्हारे सामान की तलाशी ले ली है। तुम्हारा ड्राइविंग लाइसेंस भी देखा है। तुम वास्तव में ब्यिान्को हो, वियान्डा नहीं और तुम्हारे पास सैंट क्रिस्टोफर का कोई लॉकेट नहीं है।’

जौनी ने सिर हिलाया। बोला – ‘इससे कोई फायदा नहीं होगा। वह बेहद लालची जीव है।’

‘तो क्यों न हम यहां से भाग चलें। रकम निकालकर हम दुनिया के किसी भी कोने में जाकर बस सकते हैं। मैं गांव जाकर किराये की कार ले आऊंगी। फिर ईस्टी सिटी से उस धन को निकाल लेंगे। बोलो क्या कहते हो?’

वह तकिये पर सिर टिकाकर फ्रैडा की अज्ञानता पर मन ही मन हंसा।

‘यह इतनी आसानी से होने वाला काम नहीं है, जितना तुम समझ रही हो।’

‘लेकिन मुझे तो वहां उनमें से कोई जानता नहीं है।’ फ्रैडा व्यंग्य स्वर में बोली – ‘मुझे बता दो वह रकम कहां छुपी है। मैं चुपचाप वहां चली जाऊंगी और रकम निकाल लाऊंगी। तुम छिपे रहकर मेरा इंतजार कर सकते हो।’

‘ईस्ट सिटी में चप्पे-चप्पे पर मसीनो के आदमी घूम रहे होंगे। नोटों के थैलों का हुलिया उन्हें भली-भांति समझा दिया गया होगा। काले हैंडिल वाले मटमैले से बैग दूर ही से पहचान लिए जाएंगे और उन्हें उठाने वाला व्यक्ति पांच मिनट भी जीवित नहीं रहने पाएगा।’

‘तो हम एक बक्सा खरीदकर उन नोटों को उसमें भरकर ले आएंगे।’

जौनी ने महसूस किया कि अब उसे सच-सच बता देना ही उचित रहेगा। अतः वह बोला-‘वह थैले ग्रेहाउंड बस स्टेशन के बाएं लगेज लॉकर में बंद हैं और ग्रेहाउंड बस स्टेशन ठीक मसीनो के दफ्तर के सामने स्थित है। बिना किसी की जानकारी में आये तुम उन्हें बक्से में नहीं रख सकती हो।’

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‘मगर कोई न कोई तरीका तो होना चाहिए, ताकि मैं उन्हें निकाल लाऊं।’

‘मसीनो बहुत मक्कार एवं धूर्त किस्म का इंसान है। हो सकता है लॉकरों का ख्याल उसे भी आ गया हो और वह उनकी निगरानी कर रहा हो। कोई भी कदम उठाने से पहले हमें चैक करना पड़ेगा।’ वह कुछ क्षण रुका फिर फ्रैडा से पूछा -‘यहां से सबसे ज्यादा नजदीक कौन-सा टेलीफोन बूथ है?’

‘गांव में ही एक स्टोर के अंदर है।’

‘ईस्ट सिटी में मेरा एक आदमी है। वह मुझे वर्तमान स्थिति की जानकारी देगा। स्टोर किस समय खुलता है?’

‘साढ़े सात बजे’।

‘क्या तुम अपने साथ मुझे बोट में ले चलोगी वहां?’

वह हिचकिचाई।

‘अभी तक तो कोई तुम्हारी मौजूदगी के बारे में नहीं जानता, मगर जैसे ही सब लोग तुम्हें मेरे साथ देखेंगे-यह चर्चा का विषय बन जाएगा।’

‘परन्तु फोन करना बेहद आवश्यक है।’

वह कुछ देर सोचती रही, फिर बोली – ‘मैं साल्वेडर को कह दूंगी कि तुम मेरे सौतेल भाई हो। उसको बेवकूफ बनाया जा सकता है, बस तुम अपना व्यवहार मृदु बनाये रखना।’

‘क्या वह इटैलियन है?’ वह चौंका, ‘कौन है वह?’

‘उस स्टोर का मालिक है -तुम वहां से फोन करना चाहते हो न। ताकि सही स्थिति का पता चल सके।’

जौनी ने सहमति सूचक सिर हिला दिया।

‘मैं कॉफी बनाकर लाती हूं। अभी तो वहां जाने के लिए बहुत वक्त पड़ा है।’

‘कॉफी को झाडू मारो’ जौनी उसे खींचकर अपने ऊपर डालता हुआ बोला – ‘कॉफी के लिए भी अभी बहुत वक्त पड़ा है।’

दौलत आई मौत लाई भाग-22 दिनांक 09 Mar.2022 समय 08:00 बजे रात प्रकाशित होगा

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