क्या आपके बच्चे भी नहीं मिलना चाहते रिश्तेदारों से, ये हो सकता है इसका बड़ा कारण: Parenting Advice
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वैसे तो यह बात सही है कि जिंदगी में रिश्ते और रिश्तेदार दोनों बहुत जरूरी हैं। लेकिन कुछ रिश्तेदार ऐसे होते हैं, जो आपकी जिंदगी में टेंशन का कारण बन जाते हैं। शायद यही कारण है कि कई बार बच्चे रिश्तेदारों से मिलने में और बात करने में कतराते हैं।

Parenting Advice: गर्मियों की छुट्टियां आने वाली हैं और इसी के साथ शुरू होने वाला है रिश्तेदारों के घर आने-जाने का सिलसिला। कई लोगों के लिए जहां ये समय स्ट्रेस बस्टर के रूप में काम करता है, वहीं कुछ लोगों के लिए यह सबसे बड़े तनाव का कारण बन जाता है। वैसे तो यह बात सही है कि जिंदगी में रिश्ते और रिश्तेदार दोनों बहुत जरूरी हैं। लेकिन कुछ रिश्तेदार ऐसे होते हैं, जो आपकी जिंदगी में टेंशन का कारण बन जाते हैं। शायद यही कारण है कि कई बार बच्चे रिश्तेदारों से मिलने में और बात करने में कतराते हैं। ऐसे में आपको भी इसके पीछे का सही कारण जानना चाहिए। कुछ रिश्तेदारों से थोड़ी सी दूर बनाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। 

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Don’t whisper in front of relatives

टॉक्सिक रिश्तेदार आपकी जिंदगी में नेगेटिविटी का जहर घोल देते हैं। ये आपके हर काम, निर्णय और एक्टिविटी में नेगेटिव बातें ही खोजते रहते हैं। ये दूसरों के बारे में भी हमेशा गलत बातें ही बोलते हैं। इनकी तनाव भरी बातों से रिश्ते खराब होने का डर रहता है। ये आपके मेंटल पीस को भी छीन सकते हैं। ऐसे में इस तरह के रिश्तेदारों से दूरी ही अच्छी है।  

‘तुम्हारे बेटे के ​कितने नंबर आए, मेरे बेटे के तो 95 % नंबर आए हैं!’ ऐसी बातें आपने अक्सर रिश्तेदारों के मुंह से सुनी होंगी। ये हमेशा अपने बच्चों, चीजों और उपलब्धियों की तुलना आपसे और आपके परिवार से करते रहते हैं। ऐसे में ये अप्रत्यक्ष रूप से आपको इफेक्ट करते हैं। आप भी ट्रिगर होकर अपने बच्चों को प्रेशर करते हैं और इससे घर का माहौल बिगड़ जाता है। इसलिए इनकी बातों को दिल और दिमाग पर न लगाएं।

अगर आप अपने किसी रिश्तेदार के सामान की तारीफ करें और थैंक्स की जगह वह उस चीज की प्राइस आपको बताने लगे तो समझ जाइए कि वह प्राइस टैग वाला रिश्तेदार है। ठीक वैसा ही जैसा अपने फिल्म थ्री इडियट्स में देखा था। ऐसे रिश्तेदार आपको सिर्फ कॉम्प्लेक्स देने का काम करते हैं। कभी-कभी ये आपमें हीन भावना भी पैदा कर सकते हैं, इसलिए इनसे संभलकर ही बात करें।

कुछ रिश्तेदार बहुत ही सेल्फ कॉन्सन्ट्रेट होते हैं। वे अपने आप को सबसे बड़ा और महान समझते हैं। उन्हें लगता है कि वे हर काम सबसे बेहतर करते हैं और उनकी उपलब्धियां इतनी हैं कि आप उनका मुकाबला ही नहीं कर सकते। ऐसे लोग अक्सर दूसरों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए ड्रामा तक कर देते हैं, क्योंकि उन्हें हर सुविधा दूसरों से ज्यादा चाहिए। जिससे घर परिवार का माहौल खराब हो सकता है।

वैसे तो गॉसिप करना ज्यादातर रिश्तेदारों का फेवरेट काम होता है, लेकिन ऐसे लोगों से बचकर रहना ही आपके लिए अच्छा है। क्योंकि अपने गॉसिप के लिए वे कई कहानियां भी बना डालते हैं। इनका काम ही एक घर की बातें दूसरे घर में बताना और दूसरे घर की बातें तीसरे घर में बताना होता है। यही उनका मनोरंजन है। लेकिन इससे आपके रिश्ते दूसरे रिश्तेदारों से खराब हो सकते हैं।

‘सब्जी बनी तो बहुत अच्छी थी, बस तेल थोड़ा ज्यादा था।’, ‘वैसे तो आपने घर बहुत अच्छा बनवाया है, लेकिन अगर मेरी सलाह लेते तो ये और अच्छा होता।’ अक्सर रिश्तेदार ऐसी बातें करते हैं। ये वो रिश्तेदार होते हैं, जो हमेशा हर काम में,  बात में, हर प्रयास में सिर्फ और सिर्फ कमियां ही खोजते हैं। इनकी बातें आपके लिए डिप्रेशन का कारण बन सकती हैं।