टीनएज बच्चों की परवरिश में खुद को थोड़ा बदलें
आज के समय में पेरेंट्स के लिए जरूरी है कि वे अपने टीनएज बच्चों की परवरिश के लिए खुद को थोड़ा बदलें और स्ट्रिक्ट पेरेंट्स बनने के बजाए कूल पेरेंट्स बनकर बच्चे की परवरिश करेंI
Teenager Parenting Tips: टीनएज बच्चों की अच्छी परवरिश करना सबसे मुश्किल काम होता हैI अगर आप उनकी परवरिश में ज्यादा सख्ती से पेश आते हैं तो बच्चे पेरेंट्स को अपना दुश्मन मानने लगते हैं और गलत संगत में पड़कर अपनी जिंदगी को बर्बाद कर देते हैंI इसलिए आज के समय में पेरेंट्स के लिए जरूरी है कि वे अपने टीनएज बच्चों की परवरिश के लिए खुद को थोड़ा बदलें और स्ट्रिक्ट पेरेंट्स बनने के बजाए कूल पेरेंट्स बनकर बच्चे की परवरिश करें, ताकि बच्चा भी उनके साथ सहज और खुश रहेI
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बच्चों को थोड़ी प्राइवेसी दें

आप नहीं चाहती कि आपका बच्चा कुछ गलत करे या आपसे बातें छिपाए, इसलिए आप उस पर हर समय निगरानी रखती हैंI पर हमेशा आपके ऐसा करने से बच्चा कई अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करके आपसे चीजें छुपाना शुरू कर देता हैI बच्चे पर नजर रखना अच्छी बात है, लेकिन आप उसे थोड़ी प्राइवेसी भी जरूर दें, ताकि वह आपको अपना दुश्मन समझने के बजाए अपना दोस्त समझेI जब आप उसे थोड़ी प्राइवेसी देना शुरू करेंगी तो आप खुद देखेंगी कि वह खुद से आपको अपनी बातें बताना शुरू कर देगाI
अपनी पसंद के कपड़े पहनने की आजादी दें

टीनएज पेरेंट्स को ऐसा लगता है कि उनके बच्चे अभी छोटे हैं, उन्हें चीजों की समझ नहीं है, इसलिए जब वे उनके लिए कपड़े खरीदने के लिए जाते हैं तो उन्हें जो अच्छा लगता है वे कपड़े बच्चों के लिए खरीदते हैंI ऐसे में अगर बच्चा अपनी पसंद के कपड़े पसंद करता है तो उसे डांट कर चुप करा देते हैं कि उसे कपड़ों की कोई समझ नहीं हैI मम्मी जो कपड़े खरीदेंगी उसे वही पहनना होगा और पेरेंट्स के ऐसा करने से बच्चा अगली बार से पेरेंट्स के साथ शॉपिंग पर जाना पसंद नहीं करता हैI इसलिए अब आप बच्चों को अपनी पसंद के कपड़े पहनने की आजादी दें, ताकि वह खुश रहेI
बच्चों को आँखें दिखाकर बात ना करें

अगर आपके बच्चे अभी टीनएज में हैं तो आपके लिए यह जरूरी हो जाता है कि आप अपनी कुछ आदतों को बदलें और उनके साथ अच्छे से पेश आएंI कई बार पेरेंट्स बच्चों को डराने के लिए उन्हें आँखें दिखाकर बातें करते हैं, आप अब इस तरह की गलती ना करेंI टीनएज बच्चों के साथ आंखें दिखा कर बातें करने से वे और भी ज्यादा गुस्सा होते हैं और आपकी बात मानना छोड़ देते हैंI
बच्चों की नई सोच को समझने की कोशिश करें

आपके बचपन और आज के समय के बच्चों के बचपन में काफी अंतर आ गया हैI ऐसे में अगर आप बच्चे की हर बात की तुलना अपने बचपन से करेंगी तो आप बच्चे को कभी नहीं समझ पाएंगीI साथ ही बच्चे के मन में भी यह बात बैठ जाएगी कि उसके पेरेंट्स की सोच पुराने जमाने की है और इसकी वजह से वह आपके साथ अपने दोस्तों के साथ शर्मिंदा महसूस करेगाI बच्चा कोशिश करेगा कि आप उसके दोस्तों से कभी ना मिलेंI इसलिए आप बच्चों की नई सोच को अपनाने की कोशिश करेंI
