Indian Superstition: दिन की शुरूआत पाठ पूजा से ही होती है। मगर पूजा के दौरान हम कई बार बहुत सी बातों को अनदेखा कर देते है, जो हमारे लिए आगे चलकर किसी परेशानी का कारण साबित हो सकती हैं। आमतौर पर हम अपने घरों में पूजा करते हैं और आरती के दौरान कई बार ऐसा होता है कि पूजा की थाली हमारे हाथ से छूटकर गिर जाती है यां फिर थाल का कोई सामान ज़मीन पर बिखर जाता है। ऐसी सूरत में आपको सतर्क रहने की ज़रूरत है। अगर कभी ऐसा कुछ आपके साथ घटित होता है तो इसे किसी आने वाली परेशानी का संकेत समझा जा सकता है। इसका अर्थ है कि किसी विशेष देवता की आपके ऊपर नाराजगी बनी हुई है इसलिए इसके लिए आपको अपने घर में एक बार हवन करा लेना चाहिए। इससे वातावरण शुद्ध होता है तथा यह आपके मस्तिष्क में सकारात्मक विचारों को भरने में मददगार साबित होता है।
पूजा की थाली का गिरना
कहते हैं अगर भूले से पूजा की सामग्री अथवा आरती की थाली गिर जाए या फिर दीया बुझ जाए तो सावधान हो जाए क्योंकि यह बहुत ही अशुभ संकेत माना जाता हैं। इसका अर्थ है कि आपकी संतान पर कोई विपत्ति आने वाली है। ऐसी भी मान्यता है कि अगर पूजाण्पाठ में कोई सामिग्री नीचे गिर जाए या फिर पूजा की थाली या आरती की थाली हाथ से सरक जाए तो ईश्वर ने आपकी पूजा स्वीकार नहीं की है। आने वाली विपत्ति के कारण भी ऐसा हो सकता है। ऐसे में भगवान से अपनी भूलण्चूक के लिए क्षमा याचना करें और बुरे समय से बचाने की प्रार्थना करें।
दीए का बुझना

हिंदू धर्म में होने वाले तमाम पूजा.पाठ में दीपक जलाकर आरती की जाती है। ऐसी मान्यता है कि पूजा के समय देवी.देवता की आरती करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि दीपक जलाकर आरती करने से जीवन का अंधकार दूर होता है। और व्यक्ति की जिंदगी में रोशनी यानी कि ज्ञान का आगमन होता है। पूजा के दौरान अचानक से दीये का बुझ जाना भी अशुभ होता है। पूजा में दीपक के बुझ जाने को भक्त से देवी.देवता के नाराज होने का भी संकेत माना गया है। ऐसे में भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए कि वह आने वाले वक्त में आपके साथ सब कुछ अच्छा करें और आपके उपर आने वाले सभी संकटों को टालें।
काली मिर्च का गिरना
यदि आपके हाथ से काली मिर्च गिरकर बिखर जाए तो यह विवाद की ओर इशारा करता है। इसका मतलब है कि आपका किसी अपने से संबंध विच्छेद हो सकता है।
चावल का गिरना
गेहूं, चावल या फिर किसी दूसरे अनाज का गिरना अन्नपूर्णा देवी का अपमान माना जाता है। अक्षत मां लक्ष्मी को प्रिय हैं इसलिए इनके गिरने से मां लक्ष्मी भी रूठ जाती हैं। अगर जाने.अनजाने में आपके हाथ से अनाज गिर जाए या फिर गलती से उस पर पैर रख जाए तो इन्हें उठाकर माथे से लगा लें और अपनी गलती के लिए क्षमा मांग लें।
हाथ से सिक्के गिरना
सबसे ज्यादा चीज जो हमारे हाथों से गिरती है वो है सिक्केए ज्योतिष शास्त्र कहता है कि जब भी आपके हाथ से सिक्के या पैसे गिर जाए तो तुरंत उन्हें उठायें और सिर से लगाकर वापस अपने जेब में रख लें अगर आप ऐसा नहीं करते है तो माता लक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती है और आपको आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पूजा की थाली में निम्नलिखित वस्तुएँ अवश्य होती हैं

- टीके के लिए रोली या हल्दी
- टूटे हुए साबुत चावल
- दीपक
- नारियल
- फूल
- न्यौछावर के पैसे
- प्रसाद के लिए मिष्ठान्न
- किसी पात्र में जल
इसके अतिरिक्त घंटी, शंख, छोटा सा पानी का कलश, मौली या कलावा, धूप, अगरबत्ती, कपूर, पान, चंदन, फल, मेवे भगवान की मूर्ति और सोने व चाँदी के सिक्के भी परंपरा या आवश्यकतानुसार थाली में रखे जाते हैं। अगर दीपावली हो तो इसमें एक से अधिक दीपक हो सकते हैं। रक्षाबंधन के अवसर पर इसमें राखी भी होती है और शिवरात्रि के अवसर पर बेलपत्र और धतूरा। इसी प्रकार भिन्न भिन्न अवसरों पर पूजा की थाली के सामान में थोड़ी बहुत भिन्नता होती है।
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पूजा करते समय दिया गिर जाए तो क्या होता है?
अगर पूजा करते समय अचानक से दीपक गिर जाए, तो ये अशुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हाथों से दीपक गिरना किसी अनहोनी का संकेत हो सकता है। ऐसे में कुल देवता की पूजा करनी चाहिए। भूल चूक के लिए माफी मांगते हुए दोबारा दीपक जला देना चाहिए।
प्रसाद गिरने से क्या होता है?
प्रसाद का गिरना किसी इच्छा का पूरी होते-होते रह जाना माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान की मूर्ति (Statue) का गिरकर टूटना भी अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि इससे परिवार के वरिष्ठ सदस्य पर कोई ना कोई संकट आने का संकेत होता है। साथ ही परिवार में किसी प्रकार का बड़ा उथल-पुथल भी हो सकता है।
आरती की थाली में क्या क्या होना चाहिए?
इसके अतिरिक्त घंटी, शंख, छोटा सा पानी का कलश, मौली या कलावा, धूप, अगरबत्ती, कपूर, पान, चंदन, फल, मेवे, भगवान की मूर्ति और सोने व चाँदी के सिक्के भी परंपरा या आवश्यकतानुसार थाली में रखे जाते हैं।
हाथ से पानी गिरने से क्या होता है?
माना जाता है कि पूजा के लिए कलश में जल भरकर ले जाते समय अगर हाथ से गिर जाए, तो इसे अशुभ संकेत माना जाता है. जल से भरा लोटा, या फिर पानी से भरे गिलास का हाथ से गिर जाना शुभ नहीं होता. हाथ से पानी का गिरना का मतलब होता है पितरों का नाराज होना. ऐसा होना पर परिवार में परेशानी का सामना (water kalash) करना पड़ता है
ज्यादा पूजा करने वाले दुखी क्यों रहते हैं?
अब बात आती है कि ज्यादा पूजा पाठ करने वाले ही दुखी क्यों रहते हैं..? इसका सीधा सा उत्तर यह है कि ज्यादा पूजा पाठ करने वाला भक्ति के स्वरूप को नही समझने के कारण पूजा पाठ तो करता है, लेकिन वह अनजाने में सकाम पूजा ही करता है जिसका फल उसे सुख दुख के रूप में ही मिलता है।
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