भगवान को भोग लगाना हमारी धार्मिक परंपरा रही है लेकिन यही भोग अगर भगवान कि पसंद का लगाया जाए तो उसका फल कई गुना ज्यादा मिलता है। कोई भी धार्मिक अनुष्ठान हो हमारे देवी देवताओं को बिना प्रसाद चढ़ाए वो पूजा अधूरी मानी जाती है। भोजन का पहला हिस्सा भगवान को अर्पित करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं टल जाती है