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बाणों की शैय्या पर क्यों 58 दिनों तक लेटे रहे भीष्म पितामह, मृत्यु के लिए किस शुभ घड़ी का कर रहे थे इंतजार: Bhishma Pitamah Story

Bhishma Pitamah Story: महाभारत युद्ध के बारे में तो अधिकतर लोगों को पता है। इसे इतिहास का सबसे भीषण युद्ध माना जाता है। महाभारत के कई पात्रों में भीष्म पिताह सबसे महत्वपूर्ण पात्र रहें। कहा जाता है कि भीष्म पितामह को इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था। यानी वह जब चाहे अपनी मृत्यु की तिथि […]

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श्रीमद्‍ भगवद्‍ गीता अज्ञान के अंधेरे से उबारती है: Bhagavad Gita Lessons

Bhagavad Gita Lessons: महाभारत के युद्ध से पूर्व विचलित अर्जुन को सही राह दिखाने के लिए योगेश्वर कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। प्रस्तुत लेख से जानें कि क्या है गीता का महात्म्य, जिसके कारण आज भी इसकी प्रासंगिकता बनी हुई है। गी ता और रामायण दो ऐसे प्रकाश स्तंभ हैं जो धर्म और […]

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महाभारत के लेखक थे भगवान गणेश

Ganesha and Mahabharata Story: मुनि वेदव्यास को महाभारत का रचयिता माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान गणेश ने इस कार्य को लिपिबद्ध किया था? वेद व्यास द्वारा रचित इस महाकाव्य को गणेश जी द्वारा लिपिबद्ध करने के पीछे एक कथा प्रचलित है। प्रस्तुत लेख में जानें कि क्यों लांबोदर ने ही […]

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सर्प मरण यज्ञ – महाभारत

परीक्षित की मृत्यु के पश्चात् उनके पुत्र जनमेजय का राज्याभिषेक किया गया। कुछ समय बाद उनका विवाह काशी के राजा सुवर्णवर्माक्ष की कन्या वपुष्टमा के साथ कर दिया गया। जनमेजय एक कुशल, धर्मात्मा और सत्यवादी राजा थे। एक बार जनमेजय के राजदरबार में उतंक नामक ऋषि पधारे। जनमेजय ने उनका उचित आदर-सत्कार किया और आगमन […]

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आस्तीक मुनि की कथा – महाभारत

कश्यप ऋषि की कद्रू और विनता नाम की दो पत्नियां थीं। एक बार किसी बात से क्रोधित होकर कद्रू ने अपने सर्प-पुत्रों को शाप दे दिया कि वे राजा जनमेजय (परीक्षित के पुत्र) के सर्प-यज्ञ में जलकर भस्म हो जाएंगे। इससे सर्प अत्यंत भयभीत हो गए और अपनी रक्षा के लिए ब्रह्माजी की शरण में […]

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परीक्षित की मृत्यु – महाभारत

परीक्षित अपने नीच कार्य पर दुःखी थे, लेकिन जब उन्हें मुनि कुमार के शाप देने की बात ज्ञात हुई तो पाप का प्रायश्चितत्त करने के लिए वे निराहार रहकर भगवान श्रीकृष्ण का ध्यान करने लगे। तभी भगवान की प्रेरणा से महर्षि शुकदेव वहां पधारे। परीक्षित ने उनसे मोक्ष का उपाय पूछा। शुकदेवजी ने उन्हें श्रीमद्भागवत […]

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5000 साल पहले लिखी गई भगवद गीता के ये 5 श्लोक बदल देंगे जिंदगी: Bhagavad Gita Shlok

Bhagavad Gita Shlok: भगवद गीता को जीवन का सारा कहा जाता है। करीब 5000 साल पहले  लिखे गए इस भारतीय महाकाव्य की हर एक बात आज भी लोगों को सही राह पर चलने की प्रेरणा देती है। इसकी शिक्षाएं, आचरण और व्यावहारिक पाठ इंसान को नैतिकता सिखाते हैं। रिश्तों को कैसे निभाना है और उन्हें कैसे […]

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कलियुग का आगमन – महाभारत

पांडवों के स्वर्ग जाने के पश्चात् परीक्षित ऋषि-मुनियों के आदेशानुसार धर्मपूर्वक शासन करने लगे। उनके जन्म के समय ज्योतिषियों ने जिन गुणों का वर्णन किया था, वे समस्त गुण उनमें विद्यमान थे। उनका विवाह राजा उत्तर की कन्या इरावती से हुआ। उससे उन्हें जनमेजय आदि चार पुत्र प्राप्त हुए। इस प्रकार वे समस्त ऐश्वर्य भोग […]

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पांडवों का स्वर्गारोहण – महाभारत

एक बार भगवान श्रीकृष्ण से मिलने की इच्छा से अर्जुन द्वारिका गए। जब वे कई दिनों तक नहीं लौटे तो युधिष्ठिर को भयंकर अपशकुन दिखाई देने लगे। लोग अत्यंत क्रोधी, लोभी, असत्यप्रिय और दुराचारी हो गए थे। उनका व्यवहार कपटपूर्ण हो गया था। पिता, माता, पति, पत्नी में वैर-विरोध रहने लगा। यह सब देख युधिष्ठिर […]

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युधिष्ठिर का राज्याभिषेक – महाभारत

युधिष्ठिर को अपने बंधु-बांधवों के मरने का बड़ा दुःख था। जब उन्हें हस्तिनापुर का राज्य सौंपा गया तो उन्होंने राजा बनने से इनकार कर दिया। तब श्रीकृष्ण, व्यासजी और अन्य महर्षि उन्हें अनेक प्रकार से समझाने लगे। इस पर युधिष्ठिर मोहवश बोले-“प्रभु ! मैंने अपने स्वार्थ के लिए अनेक लोगों के प्राण ले लिए। मैंने […]

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