फिट रहना है तो कामकाजी महिलाओं को करना चाहिए ये आसन
हम कुछ योग लेकर आए है, जिसे करते हुए कामकाजी महिलाएं भी हमेशा फिट रह सकती है।
Yoga Poses For Working Women: महिलाओं पर पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच सही संतुलन बनाए रखने का बहुत दबाव होता है। घर के काम-काज, कामों की लिस्ट, बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल, ये सब करने के बाद उन्हें अपने लिए समय और ऊर्जा मुश्किल से ही मिल पाती है। यह मल्टी-टास्किंग ही है जो हर महिला के लिए किसी भी शारीरिक गतिविधि में शामिल होना अधिक महत्वपूर्ण बनाती है और योग से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। कामकाजी महिलाएं अक्सर खुद से ऊपर सभी को प्राथमिकता देने की शिकार होती हैं, जिससे स्वास्थ्य में कमी, तनाव का उच्च स्तर और वजन बढ़ना होता है। इसलिए आज हम कुछ योग लेकर आए है, जिसे करते हुए कामकाजी महिलाएं भी हमेशा फिट रह सकती है।
इन आसनों का रोजाना अभ्यास करें
योग न केवल आपकी मांसपेशियों को फैलाता है, आपके शरीर को आराम देता है, बल्कि आपके दिमाग को भी शांत कर सकता है, जो हर व्यक्ति के लिए लंबे और स्वस्थ जीवन का आनंद लेने के लिए आवश्यक है। यहां हमने उन योगासनों की लिस्ट तैयार की है जैसे चक्रवाकासन, अधोमुख संवासन, अर्ध उत्तानासन, पार्श्व उत्तानासन और अर्ध कटिचक्रासन जो हर महिला को स्वस्थ और लंबे जीवन के लिए रोजाना करने चाहिए।
चक्रवाकासन

- अपनी कलाइयों को अपने कंधों के नीचे और घुटनों को अपने कूल्हों के नीचे रखते हुए ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें। आपके पैर की उंगलियों को अंदर की ओर दबाना चाहिए।
- श्वास लें और अपने पेट को आराम दें ताकि यह फर्श की ओर नीचे आने की कोशिश करें। धीरे से अपनी पीठ को फर्श की ओर झुकाएं, अपनी टेलबोन को झुकाएं और ऊपर की ओर देखें।
- साँस छोड़ें और अपनी पीठ को ऊपर की ओर झुकाएँ और अपनी ठुड्डी को भी धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। इन्हीं स्टेप को दोबारा दोहराएं।
अधोमुख शवानासन

- शुरुआत में आप शरीर को टेबल जैसा आकार बना ले। आपके कंधे सीधे आपकी कलाई के नीचे और आपके कूल्हे आपके घुटनों के ऊपर होने चाहिए।
- श्वास लें और कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं। अपनी कोहनी और घुटनों को सीधा करें और उल्टा वी-शेप बनाएं।
- अपने हाथ को जमीन पर दबाएं और अपनी गर्दन को सीधा करें। आपके कानों को आपके हाथों को छूना चाहिए, आसान करते समय ध्यान को अपनी नाभि पर टिकाएं और श्वास लें।
- कुछ सेकंड के लिए इस अवस्था में रुकें, फिर धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ें और टेबल की स्थिति में वापस आ जाएं।
अर्ध उत्तानासन

- दीवार से करीब 2 फीट की दूरी पर सीधे खड़े हो जाएं।
- श्वास लें और अपने टेलबोन को अपने प्यूबिस की ओर खींचें, अपने कूल्हों को टिकाएं और अपनी हथेलियों को अपने सामने दीवार पर रखें।
- ध्यान रहें कि आपके हाथ सीधे होने चाहिए और अपने शरीर को रिलैक्स रखें। इस स्थिति में 30 से 60 सेकंड तक रुकें।
पार्श्व उत्तानासन

- दीवार से करीब 2 फीट की दूरी पर सीधे खड़े हो जाएं।
- श्वास लेते हुए अपने बाएं पैर को दीवार के पास ले जाएं (आपके पैर की उंगलियां दीवार को टच करनी चाहिए)।
- अपने माथे को पूरी तरह से टिकाने के लिए आगे की ओर झुकें। अपने हाथों को ऊपर की ओर फैलाएं और अपनी हथेलियों को दीवार पर लगाएं।
- ध्यान रहें कि आपके हाथ सीधे हैं और अपने शरीर को रिलैक्स रखें। इस स्थिति में 30 से 60 सेकंड तक रुकें।
अर्ध कटिचक्रासन

- अपने पैरों को एक दूसरे के पास रखें रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं।
- श्वास लें और अपना दाहिना हाथ ऊपर की ओर ले जाएं।
- धीरे-धीरे अपनी कमर से बाईं ओर झुकें। जितना हो सके उतना ही झुकें।
- कुछ समय के लिए सांसों रोककर इस मुद्रा में बने रहें और फिर सामान्य स्थिति में आ जाएं और दूसरे हाथ से फिर इस प्रक्रिया को दोबारा दोहराएं।
सेतु बंधासन

- अपने पैरों को कूल्हे से अलग करके अपनी पीठ के बल लेट जाएं।
- अपने घुटनों को मोड़ें और अपने हाथों को अपने बगल में रखें।
- सांस लेते हुए अपने पैरों को जमीन पर टिका कर रखें और धीरे -धीरे अपने कूल्हों को उठाएं।
- बाहों और कंधों को जमीन पर प्रेस करें। टेलबोन को खींचे और छाती को ऊपर की ओर उठाएं।
- कुछ देर ऐसे ही रहें और उसके बाद सामान्य स्थिति में आएं।
बालासन

- जमीन पर अपने पैर की उंगलियों को एक साथ रखें और घुटनों को एक दूसरे से थोड़ा अलग करें। अपने दोनों हाथों को जांघों पर रखें।
- सांस छोड़ें और अपने धड़ को आगे की ओर नीचे करें। आपका पेट आपकी जांघों पर टिका होना चाहिए और आपका सिर आपके घुटनों के बीच चटाई को छूना चाहिए।
- मैट को छूने के लिए अपने हाथों को अपने सामने फैलाएं।
- थोड़ी देर इस अवस्था में रूकें, फिर सांस लें और फिर सामान्य स्थिति में आ जाएं।