सर्दियों में इन हॉबीज के जरिए रखें सेहत का ध्‍यान: Winter Care Hobbies
Winter Care Hobbies

Winter Care: सर्दियां शुरू हो गई हैं। ऐसे में लोगों की फिजिकल एक्टिविटी कम होने के साथ ज्‍यादातर समय घर के अंदर ही बिताते हैं। जिसकी वजह से शरीर पर तो असर होता ही है साथ ही मानसिक स्‍तर पर भी प्रभाव पड़ता है। रिसर्च के अनुसार सर्दियों के मौसम में ऐसी कुछ हॉबीज हैं जिनके जरिए आप घर के अंदर रहकर अपने मानसिक और शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य का ध्‍यान रख सकते हैं। अध्‍ययनों से पता चला है कि क्राफ्ट न सिर्फ लोगों को ध्‍यान क्रेंद्रित करने, अकेलापन से दूर रखने और एंजायटी और स्‍ट्रेस जैसी बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। आइए आपको बताते हैं कि आप सर्दियों में किन क्राफ्ट के जरिए अपने स्‍वास्‍थ्‍य का भी ध्‍यान रख सकती हैं।

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Winter Care Hobbies
Winter Care Hobbies for health

छोटे शहरों और कस्‍बों में सर्दियों में महिलाएं बुनाई करती नजर आ ही जाती हैं। हालांकि वे बुनाई शौक के अलावा अपनों के लिए गर्म कपडे बनाने के लिए भी करती हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि बुनाई करने से वे न सिर्फ अपनों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए काम कर रही होती हैं बल्कि इससे उन्‍हें भी स्‍वस्‍थ रहने में मदद मिलती है। निट फॉर पीस संस्‍था ने बुनाई से स्‍वास्‍थ्‍य पर होने वाले प्रभावों को जानने के लिए चौदह हजार लोगों के डाटा के जरिए पाया कि बुनाई से ब्‍लडप्रेशर को कंट्रोल में रखने, डिप्रेशन और अन्‍य मानसिक स्थितियों से बचाने में मदद करती है। यही नहीं बुनाई में नियमित कुछ नया सीखने और बनाने के चलते मानसिक शक्ति भी बढ़ती है। साथ ही बुनाई से पुराने दर्द में भी राहत मिलती है। क्‍योंकि बुनाई करते समय पूरा ध्‍यान दर्द से हटकर इसपर क्रेंद्रित रहता है।

बुनाई की ही तरह क्रोशिया की मदद से अलग अलग सामान बनाना भी स्‍वास्‍थ्‍य के लिए लाभदायी होता है। बहुत सी महिलाएं क्रोशिए से टेबल कवर, टीवी कवर या गर्म कपड़े भी बनाती हैं। बुनाई की तरह ही इस क्राफ्ट में भी ध्‍यान क्रेंदित करने के साथ साथ उंगलियों को लगातार चलाना पड़ता है। हमारी उंगलियों में शरीर के कई एक्‍यूप्रेशर पॉइंट होते हैं। सर्दियों में भले ही फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। लेकिन उंगलियों के जरिए शरीर के अलग अलग अंगों पर प्रभाव डाला जा सकता है। ब्रिटिश में टाफ्ट कम्‍पनी की टीम ने लगभग पांच सौ महिलाओं का सर्वेक्षण किया। जिसमें उन्‍होंने पाया कि क्रोसेट करने से उन महिलाओं को अवसाद और तनाव से दूर रहने में मदद मिली। यही नहीं महिलाएं अपने इस शौक को कमाई का जरिया भी बना सकती हैं। जिससे आत्‍मनिर्भर होने में मदद मिल सकती है।

अगर आपको याद हो तो पहले महिलाएं सर्दियों में साथ मिलकर बुनाई किया करती थीं। सर्दियों में जब लोग घर के अंदर बैठना पसंद करते हैं वे बुनाई के बहाने एक दूसरे से मिलती थीं। जिससे घर में रहकर अकेलापन महससू नहीं होता था। यही नहीं बुनाई बॉन्डिंग बढ़ाने के भी काम आने वाला क्राफ्ट है। आप एक दूसरे से कुछ नया सीखने के लिए मदद के लिए तैयार रहते हैं।

बुनाई, कढ़ाई ऐसे क्राफ्ट के जरिए हम अपनी कॉग्‍निटिव स्किल को बढ़ा सकते हैं। ये ऐसा क्राफ्ट है जिसमें हैंड, आई कॉर्डिनेशन के साथ मस्तिष्‍क भी पूरी तरह सक्रिय रहता है। आजकल महिलाओं में पहले की तुलना में कम उम्र में ही मेमोरी से जुड़ी समस्‍याएं देखने को मिलती हैं। जबकि इस तरह के क्राफ्ट से मेमोरी पावर बढ़ाने में मदद मिलती है। ये ठीक उसी तरह काम करती है जैसे पजल को सॉल्‍व करने से हमारी ब्रेन पावर बढ़ती है।

निशा सिंह एक पत्रकार और लेखक हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिलेमें हुआ। दिल्‍ली और जयपुर में सीएनबीसी, टाइस ऑफ इंडिया और दैनिक भास्‍कर जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्‍थानों के साथ काम करने के साथ-साथ लिखने के शौक को हमेशा जिंदा...