मेन्टल हेल्थ को ना करें नज़रअंदाज़
जब कभी हम अंदर से अच्छा महसूस नहीं करते हैं तब हमारी बॉडी इस पर बहुत जल्दी रिएक्शन देना शुरू कर देती है।
Mental Health Wellness: मेन्टल हेल्थ एक ऐसा जरुरी टॉपिक जिस पर बात होना बहुत जरुरी है। आजकल की भागदौड़ वाली ज़िन्दगी में हर कोई ना जाने कितनी ही जिम्मेदारियों के बोझ तले दबा हुआ है। हमारे पास हर चीज के लिए वक़्त है लेकिन अपने लिए ज़रा सा समय निकालने में हमें ऐसा लगता है जैसे समय बर्बाद हो रहा है। कभी न कभी अपने महसूस किया होगा आपका काम में मन नहीं लग रहा है, सर में भारीपन महसूस हो रहा है। ये लक्षण मेन्टल हेल्थ से जुड़े हुए हैं। जब कभी हम अंदर से अच्छा महसूस नहीं करते हैं तब हमारी बॉडी इस पर बहुत जल्दी रिएक्शन देना शुरू कर देती है।
आइये जानते हैं मेन्टल हेल्थ को कैसे ठीक रखा जा सकता है।
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कुछ तो कहो

हम सबकी जिंदगी में एक ऐसा इंसान जरूर होता है जिस से हम न ख़ुशी छुपाते हैं ना दुख ना अच्छा ना बुरा। ना हम उसके सामने सोच समझ कर बोलते हैं और ना ही उसे कुछ कहने से डरते हैं। बस यही एक तरीका है सबसे ज्यादा आसान। अगर आपको लग रहा है की आपकी मेन्टल हेल्थ पर कुछ नकारात्मकता छायी हुई है तो अपने सबसे प्यारे इंसान को एक एक बात बता दीजिये। यकीन मानिये उनके हल बताने से पहले ही आपको लगने लगेगा की अब आपके मन का बोझ आधा कम हो गया है।
खुद पर भरोसा करें

बेशक आप कितनी भी बड़ी तकलीफ से गुज़र रहे हैं। आपको सबसे ज्यादा जो समझ सकता है वो आप खुद हैं। अगर समय रहते आप अपनी परेशानी अपनी तकलीफ पहचान गए हैं, तो इंतज़ार किस बात का। खुद पर भरोसा रखें और अपने आप को किसी ना किसी ऐसे काम में व्यस्त कर लें जिस से बाहर निकल कर सोचने का आपको समय ही ना मिले। अपनी पसंद की चीजों पर ध्यान दें। खुद पर ध्यान दें। आपको जो करना सबसे ज्यादा पसंद है उसी एक्टिविटी में खुद को व्यस्त कर लें।
डिप्रेशन ना होने दें

अगर आपकी दिनचर्या नार्मल दिनों से बहुत ज्यादा अलग हो गयी है। दिन भर सोते रहना, आराम करने का सोचना, किसी काम में मन ना लगना। ये लक्षण सबसे पहले उभर कर आते हैं। घंटों एक ही बात सोचते रहना, हद से ज्यादा बोलना या बिलकुल चुप हो जाना। ये सारे लक्षण अपने अंदर ना बढ़ने दें। जल्द से जल्द किसी अच्छे मनोवैज्ञानिक डॉक्टर से मिलें और थेरेपी का सहारा लें।
अकेले ना रहे

जब कभी आपकी मानसिक परेशानिया बढ़ने लगें, अपने आप को अकेला ना रहने दें। अगर आप घर ;पर अकेले रहते हैं तो अपने किसी ख़ास करीबी इंसान को अपने पास बुला लें। अगर आपके पास कोई नहीं आ सकता है तो आप दूसरी जगह चले जाएं। कोशिश करें आप लोगों से घिरे रहें। अकेलापन आपकी मेन्टल हेल्थ पर बहुत जल्दी और बहुत बुरा प्रभाव डालता है।
छोटे छोटे लक्ष्य रखें

मेन्टल हेल्थ जब थोड़ी परेशानी देने लगे, आपका किसी काम में मन ना लगे। छोटे से छोटा काम भी आपको पहाड़ सा बड़ा लगने लगे। तब ऐसे समय में आप छोटे छोटे लक्ष्य बनाएं। जैसे आज घर के एक कोने की सफाई आप जरूर करेंगे ऐसा खुद को समझाएं और इसे पूरा करने में लग जाएं। इस टास्क के पूरा होने पर आपको अंदर से बहुत सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी। बेशक ऐसी स्तिथि में ये छोटा सा काम भी आपके लिए काफी मुश्किल होगा। लेकिन प्रयास करते रहें, सफलता मिलना तय है।
