Reason of Unhappy Person: आपकी मेंटल स्टेट आपके अंदर और बाहर की बातों से प्रभावित होती है l जीवन के उन पहलुओं पर ध्यान दें जो आपके अंदर असंतोष पैदा करती हैं l यह आपकी मेंटल स्टेबिलिटी को बढ़ाने की दिशा में आपके द्वारा उठाया गया कदम हो सकता है l यहां हम अपनी कुछ ऐसी आदतों के बारे में बात करने जा रहे हैं जो हमें खुद ही दुखी और हमारे जीवन को असंतुष्ट बना रही हैं और साथ ही हम कैसे इससे बच सकते हैं
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दूसरों से आपके द्वारा बनाई गयी अपेक्षाएं या उम्मीदें

अपेक्षाएं चाहे वह आपने खुद बनाई हैं या वह समाज द्वारा आपके ऊपर थोपी गई है अक्सर आपकी खुद की निराशा का कारण बनती हैं l जब आपका जीवन उन अपेक्षाओं के अनुसार नहीं होता है तो वह निश्चित ही असफलता और असंतोष की भावना पैदा करता है l इसलिए दूसरों से अपेक्षाएं ना रखें ना दूसरों के द्वारा रखी गई अपेक्षाएं अपने ऊपर थोपे l निश्चित ही आप बहुत लाइट और फ्रेश फील करेंगे
दूसरों से अपनी तुलना

इस बढ़ते हुए सोशल मीडिया के युग में लगातार दूसरों से अपनी तुलना करना आपके अंदर सबसे ज्यादा दुख और अतृप्ति की भावना पैदा कर सकता है l इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर लोगों के द्वारा डाली गई पोस्ट, रील्स और पिक्चर्स आपके अंदर नकारात्मक भावना और आत्मविश्वास में कमी को बढ़ावा दे सकता है l अपने में संतुष्ट रहें और अपने से प्यार करें l याद रखें परमात्मा ने जो भी आपको दिया है वह आपके लिए बेस्ट है l इच्छाएं आपके वर्तमान सुख को भी खा जाती हैं l
काम का प्रेशर

काम का प्रेशर ज्यादा होना और उसके कारण असंतुलित जीवन आपकी नाखुशी को बढ़ा सकता है l लंबे घंटो तक काम करना, डेडलाइंस और समय का अभाव होना आपके तनाव को बढ़ा सकता है और इसके कारण जीवन की क्वालिटी में कमी आ सकती है l इसका मैनेजमेंट करें और अपने लिए टाइम अवश्य निकाले l
रिश्तो में मधुरता की कमी

रिश्तो में सहयोग की भावना व उनका टॉक्सिक होना खुशी के कम होने का सबसे महत्वपूर्ण कारण है l चाहे परिवार हो या फ्रेंड सर्कल, नेगेटिव कम्युनिकेशन और एक दूसरे के द्वारा इमोशनल सपोर्ट में कमी आपके मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर सकते हैं l जितना हो सके अपने रिश्तों को मधुर बनाये और किसी की भी नकारात्मक बात को अपने दिल से ना लगाये l यह आदत आपको ही सुख देगी l
फाइनेंशियल स्ट्रेस

फाइनेंशियल स्ट्रेस और अस्थिरता आपके अंदर चिंता की भावना पैदा करती है जिसके कारण आप कभी भी खुश नहीं रह पाते हैं l महंगाई के दौर में बढ़ते हुए खर्चे आपके अंदर एंक्साइटी का कारण बनते हैं l मेंटल हेल्थ संबंधी चिंताओ को नजरअंदाज करना आपकी खुशी को कम करने का महत्वपूर्ण कारण हो सकता है l चिंता, डिप्रेशन या दिमाग में चल रही अनसुलझी बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता है l साथ ही अपने खर्चों को नियंत्रित करें और अपने से ऊंचे स्टेटस के लोगों की देखा देखी ना करें |
अपने लिए नकारात्मक बातें करना और सोचना
अपने लिए नकारात्मक बोलना और सोचना नाखुश रहने का बहुत महत्वपूर्ण कारण है l खुश रहने के लिए हमें खुद से प्यार करना, अपने को स्वीकार करना, व अपने उद्धार के लिए प्रयास करना बेहद जरूरी है l
शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं

जब आपको शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं घेर लेती हैं तो यह आपके मानसिक स्वास्थ्य पर अवश्य प्रभाव डालती हैं l दर्द, थकान और शारीरिक क्षमताओं में कमी आपके अंदर निराशा की भावना पैदा करती है l जो चीजे आपके शरीर को सूट नहीं करती हैं उसका परहेज रखें और अच्छा और पॉजिटिव सोचें l शरीर के बदलावों को स्वीकार करें l
परिवर्तन को स्वीकार न करना
परिवर्तन को स्वीकार न कर पाना आपको कभी खुश नहीं रहने देता l याद रखें कि जीवन में सब कुछ अस्थाई और परिवर्तनशील है और इसे अपनाना भले ही शुरुआत में चुनौती पूर्ण हो पर यह आपको मेन्टल स्टेबिलिटी देता है l दुखी होने से अच्छा क्यों ना हम अपने जीवन में आने वाले बदलाव को खुशी-खुशी स्वीकारना सीखें l
