mood swings

पीरियड्स के दौरान महिलाओं के व्यवहार में क्यों आता है बदलाव

कुछ महिलाएं तो इस दौरान रोने भी लगती हैं और उनको मीठा खाने की भी क्रेविंग होने लगती है। इतना ही नहीं कई महिलाओं को डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं।

Mood Swings During Periods: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मूड स्विंग्स होने लगते हैं। इस दौरान या इससे कुछ दिन पहले महिलाएं अचानक से लो फील करने लगती हैं या किसी को गुस्सा आने लगता है। ये सारी चीजें शरीर में ऊपर-नीचे हो रहे हार्मोन्स की वजह से होता है। कुछ महिलाएं तो इस दौरान रोने भी लगती हैं और उनको मीठा खाने की भी क्रेविंग होने लगती है। इतना ही नहीं कई महिलाओं को डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को होने वाली इस परेशानी के बारे में बताते हैं। और कैसे इसे मैनेज किया जाए ये बताते हैं।

इस वजह से होते हैं मूड स्विंग्स

पीरियड्स के दौरान जब महिलाओं को तनाव होता है तो दिमाग में पिट्यूटरी और ओवेरी के बीच संबंध बिगड़ जाता है। जिससे आपकी बॉडी में कई बदलाव होने लगते हैं। ऐसे में चिड़िचिड़ापन होना शुरू हो जाता है। इतना ही नहीं शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन की मात्रा अधिक हो जाने की वजह से लो महसूस होने लगता है। जिसकी वजह से महिलाएं हर छोटी बात पर रो देती हैं।

Mood swings
Mood swings

इस वजह से होता है पेट दर्द

पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को बहुत तेज पेट में दर्द होता है। इस दर्द को सहना बहुत ही मुश्किल होता हैय ये दर्द प्रोस्टाग्लैंडिंस हार्मोन की वजह से होता है। इस हार्मोन की वजह से गर्भाशय में संकुचन होने लगता है। जिसकी वजह से पेट में दर्द होता है।

Stomach Pain
Stomach Pain

इस तरह मैनेज करें मूड स्विंग्स

एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है। मूड स्विंग्स को दूर करने में एक्सरसाइज फायदेमंद होते हैं। अगर आप रोजाना एक्सरसाइज करते हैं पीरियड्स के दौरान मांसपेशियों में अकड़न में आराम मिलता है और आपका मूड भी अच्छा होता है।

Exercise
Exercise

थोड़ा-थोड़ा खाएं

पीरियड्स के दौरान 2-3 बड़े मील लेने की बजाय छोटी-छोटी मात्रा में दिनभर में कुछ ना कुछ खाते रहें। जब आप ज्यादा मात्रा में एक बार में खाते हैं तो उसमें ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होते हैं जिससे ब्लड शुगर बिगड़ जाती है। ब्लड शुगर का बिगड़ना आपका मूड खराब कर सकता है। कम ब्लड शुगर लेवल होने पर रोना आ सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि आपका ब्लड शुगर लेवल कम-ज्यादा ना हो।

eat a little
eat a little

कैफीन, एल्कोहल और मीठा खाएं

पीरियड्स से दो हफ्ते पहले से ही कैफीन या कैफीन वाली ड्रिंक से दूरी बना लेने से पीरियड्स के दौरान आपके मूड स्विंग्स कम हो सकते हैं क्योंकि कैफीन, अनिद्रा, एंग्जाइटी और नर्वसनेस बढ़ाती है। एल्कोहल का सेवन ना करने से भी आपको अच्छा महसूस होता है क्योंकि एल्कोहल डिप्रेसेंट की तरह काम करता है। वहीं मीठा खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल बिगड़ जाता है।

alcohol
alcohol

तनाव को मैनेज करें

तनाव आपके पीरियड्स के लक्षण को और खराब कर सकता है तो इस दौरान तनाव को मैनेज करना बेहद जरुरी होता है। इस दौरान मेडिटेशन, योगा और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। ये तनाव को मैनेज करने में मदद करती हैं।

stress management
stress management

इस तरह के कुछ उपायों की मदद से आप मूड स्विंग्स को मैनेज कर सकते हैं। इन्हें करने से आपको बेहतर महसूस होता है।