ज़ायलोरिक टैबलेट(Zyloric Tablet in Hindi): उपयोग, फायदे, नुकसान, कीमत और विकल्प
Zyloric Tablet

ज़ायलोरिक टैबलेट: उपयोग, फायदे, नुकसान, कीमत और विकल्प

Zyloric Tablet : ज़ायलोरिक टैबलेट का इस्तेमाल गाउट के इलाज के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं इस टैबलेट के फायदे, नुकसान और इस्तेमाल करने का क्या तरीका है?

Zyloric Tablet : ज़ायलोरिक टैबलेट अर्थराइटिस की दवा है, जिसका इस्तेमाल अर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है। मुख्य रूप से इस टैबलेट की मदद से ब्लड में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए किया जाता है। यूरिक एसिड ब्लड में घुलकर क्रिस्टल बनाता है, जो जोड़ों में जमा होकर दर्द और सूजन का कारण बन सकता है। इस दवा को खाने के बाद लेने की सलाह दी जाती है। दवा को लेने के बाद आपको उल्टी, मतली जैसी परेशानी हो सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं ज़ायलोरिक टैबलेट के उपयोग, फायदे, नुकसान, कीमत और विकल्प क्या हैं?

ज़ाइलोरिक टैबलेट में 100 या 300 मिलीग्राम एलोप्यूरिनॉल होता है।  इस टैबलेट में एंटी गाउट एजेंट होता है, जो मुख्य रूप से गाउट संबंधी इलाज में कार्य आता है। गाउट एक प्रकार का अर्थराइटिस होता है, जिसमें यूरिक एसिड के क्रिस्टल काफी ज्यादा मात्रा में जोड़ों में जमा होने लगते हैं। इस समस्या का इलाज करने के लिए ज़ाइलोरिक टैबलेट का इस्तेमाल होता है। 

प्रत्येक 100 मिलीग्राम की टैबलेट सफेद से मटमैली रंग की गोलाकार होती है, जिसमें एक स्कोर रेखा, Z1 से चिह्नित होती है। प्रत्येक 300 मिलीग्राम की गोली सफेद से मटमैली रंग की होती है, जिसमें एक स्कोर रेखा, Z3 से चिह्नित होती है। 100 मिलीग्राम ज़ाइलोरिक की टैबलेट के  4 स्ट्रिप्स में 25 टैबलेट आती हैं।

ज़ायलोरिक टैबलेट का इस्तेमाल मुख्य रूप से  कीमोथैरेपी, गाउट, हाइपरयूरिकीमिया और हाइपर यूरिक जैसी परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-

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गाउट के इलाज में होता है उपयोग

इस टैबलेट का इस्तेमाल गाउट की बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है। गाउट एक तरह की अर्थराइटिस बीमारी है। इस बीमारी से ग्रसित मरीजों के जोड़ों में यूरिक एसिड का क्रिस्टल काफी ज्यादा मात्रा में जमा होने लगता है। इस दवा के सेवन से मरीजों के गाउट के लक्षणों जैसे- दर्द, सूजन, रेडनेस इत्यादि को कम किया जा सकता है। 

Gout

हाइपरयूरिकीमिया की समस्या में है उपयोगी

कुछ मरीजों को कीमोथेरेपी के दौरान इस दवा को लेने दी जाती है। क्योंकि कीमोथेरेपी के दौरान यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है। ऐसे में यूरिक एसिड के लेवल को मेंटेन करने के लिए डॉक्टर कीमोथेरेपी के दौरान ज़ायलोरिक टैबलेट लेने की सलाह दे सकते हैं। 

कैल्शियम ऑक्सालेट कॅल्क्युलेट में होता है उपयोग

ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से किडनी में पथरी बनने की संभावना होती है। ऐसे में मरीजों को स्वस्थ रखने के लिए या फिर किडनी में कैल्शियम ऑक्सालेट कॅल्क्युलेट बनने से रोकने के लिए इस दवा का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं। 

ज़ायलोरिक टैबलेट यूरिक एसिड की परेशानी को दूर करने के लिए लाभकारी होता है। आइए विस्तार से जानते हैं ज़ायलोरिक टैबलेट के फायदे क्या हैं?

गाउट : ज़ायलोरिक टैबलेट गाउट के इलाज में काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। यह गाउट के दौरान होने वाली सूजन, रेडनेस और दर्द को प्रभावी ढंग से कम कर सकता है। 

यूरिक एसिड बढ़ना : ब्लड में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने में यह दवा फायदेमंद साबित हो सकती है। यूरिक एसिड बढ़ने से अर्थराइटिस की संभावना होती है। इस संभावना को रोकने के लिए इस टैबलेट को लेने की सलाह दी जाती है। 

Uric Acid

गुर्दे की पथरी : किडनी में पथरी होने की संभावना को कम करने के लिए डॉक्टर ज़ायलोरिक टैबलेट को लेने की सलाह दे सकते हैं। इस स्थिति में यह टैबलेट काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। 

जोड़ों में दर्द : अर्थराइटिस, यूरिक एसिड बढ़ने जैसी स्थिति में जोड़ों में काफी तेज दर्द होता है। इन स्थितियों का इलाज करने में यह टैबलेट काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। 

कलाई में दर्द : कलाई में होने वाले दर्द को रोकने के लिए ज़ायलोरिक टैबलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर ज़ायलोरिक टैबलेट को लेने की सलाह दे सकते हैं।

घुटनों में दर्द : घुटनों के दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर ज़ायलोरिक टैबलेट को लेने की सलाह दे सकता है। इन स्थितियों में यह टैबलेट फायदेमंद होता है। इसके अलावा अर्थराइटिस में भी यह टैबलेट फायदेमंद होता है। 

Knee Pain

ज़ायलोरिक टैबलेट का सेवन डॉक्टर की सलाह पर करनी चाहिए। शुरुआती अवस्था में इस दवा को लेने के बाद शरीर में कुछ नुकसान देखने को मिल सकते हैं, जो धीरे-धीरे कम होने लगते हैं। मुख्य रूप से जब आप इस दवा को लेने के आदी हो जाते हैं, तो इसके नुकसान में सुधार देखने को मिल सकता है। ज़ायलोरिक टैबलेट के नुकसान निम्न हैं-

Diarrhea
  • डायरिया की हो सकती है परेशानी
  • स्किन पर हो सकता है रेशैज
  • पेट में दर्द और ऐंठन
  • जी मिचलाना और उल्टी
  • स्किन और आंखों का पीला पड़ना
  • सिर चकराना
  • भूख में कमी होना
  • मुंह का स्वाद बदलना
  • आंखों से धुंधला दिखाई देना, इत्यादि।

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ज़ायलोरिक टैबलेट का इस्तेमाल हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही करें। बिना डॉक्टरी सलाह के इस दवा का सेवन करने से बचें। वहीं, डॉक्टर द्वारा बताए गए सभी दिशा-निर्देशों को अच्छे से फॉलो करें। 

  • ध्यान रखें कि दवा की मात्रा हमेशा सही लें, कभी भी कम या ज्यादा दवा का सेवन न करें। 
  • बेहतर रिजल्ट के लिए दवा को हमेशा खाना खाने के बाद ही लें। 
  • इस टैबलेट को लेने के दौरान हमेशा सही मात्रा में पानी पिएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हों। साथ ही किडनी स्टोन की परेशानी से भी बचा जा सकता है। 
  • इसे पानी के साथ निगलकर ही लें। तभी भी टैबलेट को तोड़कर या कुचलकर न लें। 

ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन फार्मासूटिकल्स लि द्वारा निर्मित टैबलेट के एक पत्ते की कीमत 21 रुपये है, जिसमें आपको 10 गोलियां प्राप्त होता हैं। अलग-अलग मेडिकल स्टोर पर छूट की वजह से कीमतों में बदलाव देखा जा सकता है। ऐसे में सही कीमत के लिए मेडिकल स्टोर पर विजिट करें।

किसी भी टैबलेट के टैबलेट को विकल्प के रूप में इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। ज़ायलोरिक टैबलेट के कुछ विकल्प निम्न हैं-

  • ज़ायरिक 100 टैबलेट
  • एलोपुरिजोल 100 टैबलेट
  • एलूरिड 100mg टैबलेट
  • एलरिक 100mg टैबलेट, इत्यादि।

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ज़ायलोरिक टैबलेट को लेने से पहले आपको कुछ जरूरी सावधानी को बरतने की जरूरत होती है, जैसे-

  • यदि आप पेट खराब होने से बचना चाहते हैं, तो ज़ायलोरिक टैबलेट को हमेशा खाना खाने के बाद ही लें। 
  • ज़ायलोरिक टैबलेट लेने वाले मरीजों को रोजाना कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है। साथ ही अधिक से अधिक तरल पदार्थों को लेना चाहिए। 
Drink Water
  • इस दवा को लेने के बाद अगर आपको स्किन पर रैशेज और खुजली जैसे लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें और तब तक दवा को लेना बंद कर दें जब तक एलर्जी कम न हो।
  • दवा को लेने के शुरुआती दिनों में गठिया का अटैक बढ़ जाता है। अगर आपको दवा लेने के बाद दर्द बढ़ रहा है, तो इसे लेना बंद न करें। इससे आपकी स्थिति बिगड़ सकती है। 
  • दवा को लेने से पहले और बाद में नियमित रूप से अपने लिवर फंक्शन को चेक करते रहें। साथ ही अगर आपको स्किन पर पीलापन, पेशाब के रंग में बदलाव दिख रहा है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें। 
  • ज़ायलोरिक टैबलेट लेने के दौरान शराब और धूम्रपान से दूरी बनाकर रखें। 
  • प्रेगनेंसी में इस दवा को लेने से बचें। अगर आप दवा ले रहे हैं, तो इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लें। 

FAQ | क्या आप जानते हैं

ज़ायलोरिक टैबलेट लेने का सबसे सही समय क्या है?

इस टैबलेट को किसी भी समय लिया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि इसे पूरे दिन में सिर्फ 1 ही बार लें। साथ ही 1 ही समय को हमेशा के लिए निर्धारित कर लें। इससे बेहतर रिजल्ट मिलेंगे।

ज़ायलोरिक टैबलेट लेने के बाद कितने दिनों में यूरिक एसिड का स्तर कम हो जाता है?

इस टैबलेट को लेने के करीब 1 महीने बाद आपको बेहतर रिजल्ट मिल जाता है। हालांकि, शुरुआती दिनों में दवा को लेने के बाद गाउट का अटैक बढ़ जाता है, जिसके लिए आपको घबराने की जरूरत नहीं है।

ज़ायलोरिक टैबलेट लेते समय शराब पी सकते हैं?

जी नहीं, ज़ायलोरिक टैबलेट लेते अल्कोहल का सेवन करना सेहत के लिए सही नहीं माना जाता है। इससे परेशानी काफी हद तक बढ़ सकती है।

ज़ायलोरिक टैबलेट खुराक मिस हो जाए तो क्या करूं?

ज़ायलोरिक टैबलेट का सेवन मिस हो जाने पर, आपको जितनी जल्दी याद आए उतनी जल्दी ले लें। वहीं, यदि अगली डोज लेने से तुरंत पहले आपको याद आए, तो इस स्थिति में डबल खुराक न लेना ही सही है।

ज़ायलोरिक टैबलेट ओवरडोज लेने पर क्या करें?

अगर किसी स्थिति में आपने इस दवा को अधिक मात्रा में ले लिया है, तो इस स्थिति में तुरंत मेडिकल इमरजेंसी में चेकअप कराएं। ताकि आपकी स्थिति की गंभीरता को कम किया जा सके।