Sleep For Memory Booster: ‘अच्छी नींद तेज दिमाग की चाबी है’-यह कोई उक्ति नहीं, दुनिया भर के वैज्ञानिकों द्वारा की गई रिसर्च की रिपोर्ट है। जो आज की आधुनिक जीवन शैली को अपनाने वाले समाज के लिए अलार्म से कम नहीं है। एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में जहां हम कई चीजें पीछे छोड़ते जा रहे हैं, वहीं अपनी चैन की नींद से भी हाथ गवां रहे हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति की 8 घंटे की नींद अब सिमट कर 4-5 घंटे तक की रह गई है। जिसका असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। कुछ लोग यह सोचते हैं कि काम के दबाव में वो अगर डेली अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं, तो कोई फर्क नहीं पड़ता, वीकएंड में पूरे दिन सो कर अपनी नींद पूरी कर लेते हैं। लेकिन यह पैमाना कारगर नहीं है। इसका इफेक्ट उनकी कार्यक्षमता पर तो पड़ता ही है, भले ही वो इसे नजरअंदाज करें।
वास्तव में अच्छी नींद या साउंड स्लीप हमारी याददाश्त को भी प्रभावित करती है। हमारी बॉडी और ब्रेन को रिलेक्स कर हमारी बैटरी को रिचार्ज करती है। अच्छी नींद समय खराब करना नहीं है बल्कि दिन भर सीखी गई चीजें याद रखने और उसे दोहराने का जरिया है। इससे ब्रेन सेल्स को मजबूती मिलती है और लंबी अवधि के लिए याददाश्त का निर्माण होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि हमारे ब्रेन में टेम्पोरल लोब की एक आंतरिक संरचना हिप्पोकैम्पस होती है जिसके कारण याददाश्त को बनाए रखने में बढ़ावा मिलता है। ये इंसान के ब्रेन में दबी हुई चीजों को बाहर लाता है और उन्हें मूल रूप से ब्रेन में रिप्ले करता है। इसी रिप्ले के कारण हम किसी भी चीज को याद रख पाते हैं।
तनाव, चिंता, अवसाद जैसे कारण हमारी नींद में बाधा डालते हैं। अगर रात को ठीक से नींद न आई हो, तो अगले दिन का रूटीन गड़बडा जाता है। या फिर कई बार हम कई अहम चीजों को भूलने लगते हैं। इसे मेडिकल टर्म में स्लीपिंग डिसऑर्डर कहा जाता है। लेकिन अच्छी नींद लेने के बाद कठिन से कठिन चीजें भी आसानी से याद रख पाते हैं। यही वजह है कि स्टूडेंट सुबह जल्दी उठकर पढ़ते हैं। खासतौर पर एग्जाम टाइम में उन्हें कम से कम 8 घंटे सोने की हिदायत तभी दी जाती है ताकि सुबह उठ एग्जाम अच्छी तरह दे पाएं। इनके अलावा आपने देखा होगा कि एक शिशु को भी ज्यादा से ज्यादा सुलाने पर जोर दिया जाता है। इसके पीछे भी मूलतः यही वैज्ञानिक वजह रहती कि उसका शारीरिक और मानसिक विकास नींद के दौरान ही होता है।
अच्छी नींद के लिए बेहतर उपाय

अगर आप अनिद्रा या स्लिपिंग डिसऑर्डर से परेशान हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखें। आपको काफी हद तक सफलता मिलेगी-
- नियमित रूप से कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें। यह शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है ही, इससे नींद भी अच्छी आती है।
- सोने से कम से कम एक घंटा पहले टीवी, लैपटोप और मोबाइल को देखना बंद कर दें।
- सोने से कम से कम दो घंटे पहले चाय, कॉफी जैसे एल्कोहलिक ड्रिंक का सेवन न करें।
- सोने से पहले कुछ समय मेडिटेशन करें, पॉजीटिव सोचें। यह आपके तनाव दूर कर साउंड स्लीप में मदद करेगा।
- दिन भर की भागम भाग के बाद रिलेक्स होने के लिए रात को सोते समय लाइट म्यूज़िक सुनें, अपनी पसंदीदा किताब पढ़ें या फिर शतरंज, ताश जैसे माइंड-ब्लोइंग गेम्स खेलें।
- सोने से पहले अपने हाथ-पैर अच्छी तरह साफ कर लें। पैरों के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करें। इससे दिमाग शांत होता है और नींद अच्छी आती है।
- माथे, हाथों-पैरों में बादाम, अरंडी या तिल के गर्म तेल से मालिश करना फायदेमंद है।
- सोने से पहले गर्म पानी में कुछ बूंदे कैमोमील या लैवेंडर जैसे एसैंशियल ऑयल्स मिलाकर नहाने से शरीर रिलेक्स हो जाता है और नींद अच्छी आती है।
ब्रेन पावरबढ़ाने के लिए अपनाएं कुछ घरेलू उपचार

घर में मिलने वाली चीजों से आप अनिद्रा पर काबू पा सकते हैं और अपनी ब्रेन पॉवर आसानी से बढ़ा सकते हैं-
- सोने से पहले गर्म दूध में एक चुटकी जायफल का पाउडर मिलाकर पीना फायदेमंद है। अगर आप दूध नहीं लेते हैं, तो आप पानी या फ्रूट जूस में मिलाकर ले सकते हैं। जायफल को घी में घिसकर सोते समय पलकों पर लगाने से जल्दी नींद आ जाएगी। जायफल और जावित्री के पाउडर को दूध में मिलाकर पीना असरदार है।
- एक चम्मच जीरे का पाउडर पके केले में लगाकर खाने से नींद जल्दी आती है। एक चम्मच जीरा भूनकर उसमें एक कप पानी मिलाएं। 5-7 मिनट तक उबलने दें। थोड़ा ठंडा होने पर छान लें। चाय की तरह पिएं।
- सोने से पहले गर्म दूध में केसर के कुछ रेशे मिलाकर पीने से अनिद्रा से छुटकारा मिल सकता है।
- गर्म दूध में चुटकी भर दालचीनी पाउडर मिलाकर पीना फायदेमंद है। एक चुटकी दालचीनी पाउडर एक चम्मच शहद में मिलाकर लेने से मानसिक तनाव कम होता है और अच्छी नींद आती है।
ऽ तुलसी के रस को एक चम्मच शहद में मिलाकर पीना फायदेमंद है। - दो टेबलस्पून एप्पल साइडर सिरका और शहद पानी में मिलाकर पीना असरदार है।
- आधा चम्मच ब्राह्मी को एक चम्मच हल्के गर्म पानी में मिलाकर लेने से दिमाग तेज होता है।
- मेमोरी बढ़ाने के लिए रोजाना आधा चम्ममच शंखपुष्पी एक कप गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन करें।
आहार का रखें ध्यान

- चेरी में प्रचुर मात्रा में मेलाटोनिन होता है जो शरीर के आंतरिक चक्र को नियमित करने में मदद करता है। सोने से पहले 6-7 चेरी का सेवन करना नींद में मददगार साबित होता है।
- रात को सेाने से पहले एक गिलास गर्म दूध पीने से तनाव दूर होता है और नींद अच्छी आती है। इसमें मौजूद ट्राइटोफन और सिरेाटानिन अच्छी नींद में सहायक है।
- केले में मौजूद मैग्निशियम और पोटेशियम अच्छी नींद को बढ़ावा देते है। विटामिन बी-6 में अमीर केला हार्माेन का स्राव करता है जो नींद में सक्रिय भूमिका निभाता है।
- मैग्नीशियम से भरपूर बादाम मांसपेशियों में होने वाले खिंचाव को कम कर शरीर को रिलेक्स करने मे मदद करता है और नींद को बढ़ावा देते हैं।
- रात को सोने से पहले हर्बल ग्रीन टी पीने से नींद अच्छी आती है।
- आहार में अलसी, अखरोट, सोयाबीन, सोया, पानीर, पालक, ब्राकेाली, अंजीर, ब्लूबेरी, टमाटर जैसी चीजे जरूर शामिल करें। इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट तत्व हमारी याददाश्त बढ़ाने में कारगर हैं।
(डॉ मोहसिन वली, सीनियर फीजिशियन, सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली और डॉक्टर कोमल मलिक,आयुर्वेद, आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी, दिल्ली)